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शनिवार, अप्रैल 17, 2010

“महक उठा मन” (चर्चा मंच)

चर्चा मंच (अंक - 124)
चर्चाकार : रावेंद्रकुमार रवि
आइए आज कुछ महकती हुई बातों से
"चर्चा मंच" को

कुछ इस तरह से महकाते हैं
कि हमारे मन भी इनकी चहक से सजकर खिल जाएँ -
आज आपको सबसे पहले
एक नए ब्लॉगर से मिलवाते हैं,
जो इस दुनिया में एक दिन पहले आ गए!
यदि ऐसा नहीं होता,
तो वे अपना जन्म-दिन और नए साल का
उत्सव एक साथ मनाते -
मैं शुभम् सचदेव
अब चलते हैं नन्ही प्राची के साथ,
उसकी नानी के घर -
नन्हे सुमन
इनसे मिलिए और जानिए
कि ये आपको किस बात का शुक्रिया अदा कर रही हैं -
sfas1 लविज़ा
यह कठफोड़वा आपको
अपने बारे में कुछ बता रहा है -
फुलबगिया
ये हँसते हुए नूरानी चेहरे
आपको दादी माँ की कहानियाँ
सुनाने के साथ-साथ दिखा भी रहे हैं -
आएश आमश
पाखी ने आज पहली बार स्कूल का आनंद लिया
और घर आकर थोड़ी-सी पढ़ाई की -
पाखी की दुनिया
माधव जब अपनी बुआ के यहाँ गया,
तो उसे वहाँ मिला प्यारा अनुष -
माधव के ब्लॉग पर अनुष
अब थोड़ी-सी मस्ती
माधव की भी देख लेते हैं -
माधव
अब चलते हैं इस जोकर के
अनोखे कारनामे देखने के लिए -
सरस पायस
और अंत में इन भालू जी से भी मिल लेते हैं,
जो अपने नए लैपटॉप के साथ
कुछ नया करने में लगे हैं -
सरस पायस
अरे ये रंग-बिरंगी पेंसिलें तो रह ही गईं,
जो हमको खूब लुभाती हैं!
चलो यह भी देख लेते हैं कि
ये और क्या-क्या कर सकती हैं -

नन्हे सुमन
- मेरे द्वारा इससे पहले की गई चर्चाएँ -
मुस्कानों की सुंदर झाँकी
ख़ुशियों की बरसात
प्यारे-प्यारे, मस्त नज़ारे

27 टिप्‍पणियां:

  1. बच्चों से मिलकर अच्छा लगता है.

    जवाब देंहटाएं
  2. अले वाह वाह वाह ...
    छब बले जबल्दस्त ब्लोगल हैं....बाबा....
    मज़ा आया....

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत बढिया
    प्यारे प्यारे बच्चे

    जवाब देंहटाएं
  4. रवि जी!
    इस महकती-चहकती चर्चा के लिए
    साभार बधाई स्वीकार करें!

    जवाब देंहटाएं
  5. सारे हिन्‍दी ब्‍लॉगर बच्‍चे हो गए

    सच कहा है

    हिन्‍दी ब्‍लॉगिंग का शैशव काल है

    बच्‍चे मन के सच्‍चे हैं

    सब सच्‍चे ही बने रहें

    अच्‍छे ही बनें रहें

    यही कामना है

    यहां पर बड़ों के विवाद

    का मना है,

    मत समझें कामना है

    कामना है सिर्फ संवाद की।

    जवाब देंहटाएं
  6. बडी निराली लगती है .. चर्चा बच्‍चों के ब्‍लॉगों की !!

    जवाब देंहटाएं
  7. रवि अंकल ने की प्यारी-प्यारी चर्चा. मेरे स्कूल जाने की चर्चा तो तमाम दोस्तों की गतिविधियों की चर्चा. सरस पायस पर पापा के जोकर की चर्चा भी भाई...सभी को खूब बधाई !!

    जवाब देंहटाएं
  8. महक उठा आंगन इस मनभावन चर्चा से..सभी को शुभकामनायें. बिटिया 'पाखी की दुनिया' और सरस पायस पर मेरे बाल गीत 'जोकर' की चर्चा के लिए आभार.

    जवाब देंहटाएं
  9. बेहतरीन चर्चा. ब्लाग उत्सव -2010 की सैर करके यदि आप वहाँ बच्चों की भागीदारी की भी यहाँ चर्चा करते तो मन कुछ और महक उठता. फ़िलहाल शुक्रिया इस अच्छी चर्चा के लिए.

    जवाब देंहटाएं
  10. बाल ब्लोग्स की चर्चा बहुत बढ़िया रही.....बधाई

    जवाब देंहटाएं
  11. क्‍या बात है? बच्‍चों की दुनिया। आनन्‍द आया।

    जवाब देंहटाएं
  12. बच्चों की दुनिया ………निराली दुनिया……………॥मतवाली दुनिया।

    जवाब देंहटाएं
  13. माधव की चर्चा के लिए आभार. यहाँ मंच पर सभी दोस्तों से मिल पाते है , यहीं सबसे अच्छी बात है , आपको दुबारा धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  14. बच्चे मन के सच्चे,सारे जग के आंख के तारे,
    ये वो नन्हे फ़ूल हैं जो भगवान को लगते प्यारे,

    जवाब देंहटाएं
  15. आज की चर्चा भी बहुत पसंद आई. बिना दिमाग़ लगाए ही काम चल गया चित्रों से :) धन्यवाद.

    जवाब देंहटाएं
  16. वाह !! थैंक यू रवि अंकल :)

    जवाब देंहटाएं
  17. प्यारे-प्यारे सारे बच्चे
    बहुत प्यार से मुझे यह चर्चा मंच
    सजाने के लिए प्रेरित करते हैं
    और उसके बाद
    आप सबकी प्यारी-प्यारी टिप्पणियाँ
    मुझे भविष्य में चर्चा मंच को
    इससे भी ख़ूबसूरत अंदाज़ में
    प्रस्तुत करने के लिए उत्साहित करती हैं!

    जवाब देंहटाएं
  18. यह बहुत ख़ुशी की बात है कि
    श्रीमती वंदना गुप्ता भी नई सदस्या के रूप में
    चर्चा मंच की इस टीम में
    सम्मिलित हो गई हैं!
    --
    उनका हार्दिक स्वागत करते हुए
    मेरी शुभकामनाएँ हैं कि
    वे चर्चा मंच को अपनी चर्चाओं से
    एक नई गरिमा प्रदान करेंगी!

    जवाब देंहटाएं
  19. Thank you UNCLE , itane saare dosto se milkar bahut majaa aayaa . are kyaa uncle aapne sabhi bachcho ko yahaa ikkatha kiyaa aur NANHAMAN ko bhool gae jahaa AKAANKSHAA AUNTI ki pyaari-pyaari kavita aur udan-tashatri utari hai .....seema sachdev

    http://www.shubhamsachdeva.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  20. वाह,
    सीमा जी!
    बहुत-बहुत धन्यवाद -
    मुझे अपना अंकल बनाने के लिए!

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  21. मैं तो अपने इस भालू को ढूँढते-ढूँढते परेशान हो गया। कभी यह सरस पायस के साथ मिलता है, तो कभी चर्चा मंच पर।

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  22. areee wah bahut sundar chrcha...in haste muskate bachcho ke saath wakai apna maan mahak uthta hai...
    aisi sundar charcha ke liye aapka aabhar...sabhi bachcho ko pyar aur badhai...

    जवाब देंहटाएं

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