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सोमवार, मार्च 21, 2011

बच के रहियो रे बाबा ………………चर्चा मंच …………461

दोस्तों
कल होली थी 
आई भी चली भी गयी
सबने खूब मस्ती की होगी
तो सबसे पहले कुछ पोस्ट
होली की हो जायें .........उसके बाद
आपके मन की बातें की जायें 

   
बदरंग रंगों में भी छुपा इक रंग है


मगर अपने रंग तो बिखेर ही गया 


 होली तो हो ली


खोलिए न 


 अरे होली में नफरत का क्या काम


 बिलकुल सही बात 


 आज मोरे अंगना 


देखिये जी .......चाहे देर से ही सही 


 मस्ती के लिए तो हमेशा तैयार


 इश्माईल ही कर रहे हैं जी ...........ही ही ही


अब शुरू करते हैं अपनी रोजमर्रा की  चर्चा 

सोलह आने सच बात 


महिलाएं तो महिलाएं हैं दलित हों या साधारण 


क्या हो तुम ?


हा हा हा .........क्यों? कब से? 


 जब से तुम जीवन में आये


 तुम्हारे नाम 


बच के रहियो रे बाबा 


ये चाहत ही तो है जो मिटती नहीं 


बता ही दो 



कौन हो
क्या हो 



 मासूम ही होती है 
चिड़िया



एक पहचान 


 सुबह के इंतज़ार में


प्रेम रंग


राम कृपा बिन सुलभ न सोई 


तो दोस्तों आज के लिए इतना ही 
कल से नेट कनेक्टिविटी की प्रॉब्लम थी 
और आज होली और कल बसौडा पूजना है
इसलिए इतने लिंक्स से ही काम चला लेना
ज़रा वक्त की कमी है आज  
आपके विचारों की प्रतीक्षारत

    22 टिप्‍पणियां:

    1. 'बिनु सत्संग बिबेक न होई' को चर्चा-मंच में
      शामिल कर आपने विवेक से काम लिया है,क्योंकि
      आप पर राम कृपा है , तभी तो सत्संग सहज उपलब्ध है ब्लॉग जगत में भी मेरी सभी सुधि जन से निवेदन है कि आयें, सत्संग जमाए और विवेक का लाभ उठायें.
      अच्छी लिंक्स देने के लिए बहुत बहुत आभार .कल तो सांवरिया के संग खूब होली खेली ,सबसे छिपाकर.होली ki एक बार सभी को मंगल कामनायें.

      जवाब देंहटाएं
    2. आपको एवं आपके परिवार को होली की बहुत मुबारकबाद एवं शुभकामनाएँ.

      सादर

      समीर लाल
      http://udantashtari.blogspot.com/

      जवाब देंहटाएं
    3. बहुत सुन्दर चर्चा!
      इतने लिंक तो आराम से पढ़े जा सकते हैं!
      --
      बासोड़ा की शुभकामनाएँ!

      जवाब देंहटाएं
    4. आपको सपरिवार होली की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं . रंग-पर्व के विविध रंगों से परिपूर्ण आज के चर्चा मंच की रंगीन प्रस्तुति के लिए आभार.

      जवाब देंहटाएं
    5. होली की हार्दिक बधाई
      चर्चा रंग रंगीली - होलीमय
      सुन्दर शैली

      जवाब देंहटाएं
    6. होली के रंगों जैसी ही विविध लिंक्स लिए सुंदर चर्चा...मेरा लिंक देने के लिए शुक्रिया...

      जय हिंद...

      जवाब देंहटाएं
    7. आज तो वंदना जी चर्चा का रंग ही अलग है
      होली है तो चर्चा भी रंग बिरंगी होनी ही थी लेकिन
      उस में आप की मेहनत ने चार चाँद लगा दिए या यूं कहूं कि
      इन्द्रधनुषी रंग बिखेर दिए
      बहुत अच्छे लिंक्स देने के लिए और इतनी उम्दा
      रचनाओं के साथ मेरी रचना भी शामिल करने के लिए धन्यवाद
      आप सभी को होली की अनंत शुभकामनाएँ

      जवाब देंहटाएं
    8. होली की शुभकामनायें... कैसी खेली होली... ? बताइयेगा..

      जवाब देंहटाएं
    9. बहुत ही सुंदर और सार्थक चर्चा.......

      जवाब देंहटाएं
    10. बहुत अच्छी है आज की चर्चा.
      मेरे ब्लॉग को जगह देने के लिए तहे दिल से शुक्रिया.


      सादर

      जवाब देंहटाएं
    11. बढ़िया चर्चा..होली कैसी रही?

      जवाब देंहटाएं
    12. इंद्रधनुषी रंगों से सजी इस सुंदर रंगोली में मेरी रचना को भी शामिल करने के लिए आभार.
      आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं.
      सादर,
      डोरोथी.

      जवाब देंहटाएं
    13. होली की मुबारकबाद के साथ इतने सुंदर लिंक देने एवं मेरी ग़ज़ल को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार।

      जवाब देंहटाएं
    14. रंग बिरंगी चर्चा के लए बधाई |होली के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
      आशा

      जवाब देंहटाएं
    15. वंदना जी.... चर्चा मंच में बहुत दिनों के बाद आई हूँ वो भी होली के शुभ अवसर पर! इस बार आपने बहुत ही मेहनत से इतने सारे विभिन्न प्रकार के पोस्ट सहेज कर लायी है, ठीक होली के रंग की तरह.
      साथ ही मेरे पोस्ट को जगह देकर प्रोत्साहित करने के लिए भी बहुत आभारी रहूंगी.

      जवाब देंहटाएं
    16. शुक्रिया वंदना जी मासूम चिडि़या को जगह देने के लिए।

      जवाब देंहटाएं

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