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मंगलवार, मार्च 06, 2012

चर्चामंच ८११ :खूबसूरत

आज के युग में जब हम सबकी सम्वेदनाओं का स्वर्गवास?  हो चूका है तब हमारी  खूबसूरत त्योहारों की परम्परा का त्यौहार  होली अब नजदीक है, तो आईये इस दिन सभी अपनी अपनी शिकायत  दूर कर रंगों कि फुहार  में डूब जाते हैं साथ ही  जान लेते हैं होली का मनोवैज्ञानिक दर्शन जिसमे कविजन खोज रहे अमराई



साथ परिवार के सभी सदस्यों को होली की शुभकामनाएँ, मिलते हैं अगले हफ्ते . 

सादर कमल 

9 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर चर्चा , होलिकोत्सव की बधाई .

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  2. सुन्दर चर्चा!
    कम शब्दों में चमत्कार।
    नमस्कार!
    रंगों की बहार!
    छींटे और बौछार!!
    फुहार ही फुहार!!!
    रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!

    जवाब देंहटाएं
  3. सुन्दर चर्चा और होली की शुभकामनायें..

    जवाब देंहटाएं
  4. इन्द्रधनुषी प्रस्तुति |

    होली है होलो हुलस, हुल्लड़ हुन हुल्लास।
    कामयाब काया किलक, होय पूर्ण सब आस ।।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुन्दर चर्चा ..
    होलिकोत्सव की बधाई .

    जवाब देंहटाएं
  6. सुंदर प्रस्तुति अच्छी चर्चा,..

    होली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...

    RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,

    जवाब देंहटाएं
  7. अच्छी और सार्थक चर्चा |होली पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  8. चर्चा मंच परिवार व चर्चा मंच के पाठकों को होली की हार्दिक शुभकामनयें!

    टिप्स हिंदी में

    जवाब देंहटाएं

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