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सोमवार, अप्रैल 23, 2012

चर्चामंच-858

चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ का नमस्कार!
सोमवारीय चर्चामंच पर पेशे-ख़िदमत है आज की चर्चा का
 लिंक नं. 1- 
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मेरा फोटो
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बचा लो धरती, मेरे राम! : रविकर की रसीली जलेबियाँ
My Photo
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कोणार्क सम्पूर्ण चिकित्सा तंत्र -- भाग तीन
डॉ. दाराल और शेखर जी के बीच का संवाद बड़ा ही रोचक बन पड़ा है, अतः मुझे यही उचित लगा कि इस संवाद श्रंखला को भाग --तीन के रूप में " ज्यों की त्यों धरी दीन्हीं चदरिया " वाले अंदाज़ में प्रस्तुत  कर दू जिससे अन्य गुणी जन भी लाभान्वित हो सकेंगे|
मेरा फोटो
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मेरा फोटो
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"नदी के रेत पर" -डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
उच्चारण
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मेरा फोटो
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हैं सबसे मधुर वो गीत, जिन्हें हम दर्द के सुर में गाते हैं!
जब हद्द से गुज़र जाती है खुशी, आँसू भी छलकते आते हैं!!
My Photo
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मेरा फोटो
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और अन्त में
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चार ग़ज़लें -नरहरि अमरोहवी
अपनी रचनाओं का संग्रह छाप के ऐसा लगा|<br>खुद खरीदी फूल माला, खुद गले में डाल दी||
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आज के लिए इतना ही, फिर मिलने तक नमस्कार!

28 टिप्‍पणियां:

  1. आभार गाफिल जी |
    बहुत बढ़िया चर्चा ||

    जवाब देंहटाएं
  2. दिन भर के लिए पढ़ने को काफी कुछ मिल गया आज की चर्चा में।
    आभार...!

    जवाब देंहटाएं
  3. अच्छे लिनक्स. अभी तो केवल देखा भर है एक नजर. बिना देखे शांति नहीं मिलती. अब तो लगत है जीने के लिए ऊर्जा यहीं से मिलती है, बाद में आराम से बैठ कर पडूंगा चाय के साथ. मेरी रचना को सम्मिलित करने हेतु आभार. चिंतकों समीक्षकों को प्यार भरा नमस्कार.

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुआयामी लिंक्स से सजा है आज का चर्चा मंच |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  5. चर्चा का यह अंदाज निराला है ..... बेहतर.....!

    जवाब देंहटाएं
  6. मुजरिम का उन्नयन करा डाला
    शब्दों की जुगलबंदी का उजाला
    रविकर की रसीली जलेबियों से
    सुबह का नाश्ता करा डाला
    गाफिल तूने गजब कर डाला
    दिन भर का दे कर हमे
    मिर्च मसालेदार चटपटा मसाला ।

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत कुछ सिखाती है गंगा
    सीखने वाला चाहिए.

    ब्लॉगर्स मीट वीकली 40 में आपका स्वागत है.

    अच्छे फ़ोटो अच्छी पोस्ट.

    जवाब देंहटाएं
  8. सामयिक प्रस्तुतियों से सजा सुंदर चर्चामंच।
    आभार, आपके प्रति।

    जवाब देंहटाएं
  9. सुन्दर मनभावन चर्चा ,विभिन्न आयामों को समेटे ....शुभकामनायें मिश्र जी ....

    जवाब देंहटाएं
  10. गाफिल जी
    आपके जो पोस्ट शामिल की है उनका अध्यन भी किया है?
    जाके परदेशवा में भुलाई गईल राजा जी

    में लेखक ने लिखा है की '' ''जाति के लोग “उर्मिला” कह कर संबोधित करते थे। आशय था भरत एवं उर्मिला का प्रसंग। लोगों का अपना अभिमत था कि उर्मिला भरत जी का घर के चौखट पर फूल और दिया लेकर चौदह वर्ष तक इंतजार करती रहीं लेकिन इन लोगों ने तो चौदह वर्ष से भी अधिक इंतजार किया।'' मैने लेखक को कल ही इस विषय में आगाह किया ,पर मूल पोस्ट में सुधार नहीं किया,वह टिप्पणियों के उत्तर में इसे स्वीकार करते मुझे पांडित्व बघारना बताते है,फिर मूल पस्त में सुधार क्यूँ नहीं ?इस पर . मनोज कुमार जी का कहना है '' एक भाई जी जगह-जगह जाकर आपकी दुष्प्रचार कर रहे हैं।'' सच कहना इतना बुरा है,फिर इन टिप्पणियों का क्या माईने है.

    आखं मूद कर मै तारीफ तेरी हूँ करता

    मेरी भी तारीफ यहाँ पर करना भ्राता

    अल्मारी में सजाकर जो दीवान रखा है,
    उसके हर सफे पर उनका ही नाम लिखा है!

    कृपया इस शेर का अर्थ समझायेगे ,बहुत माथा पच्ची के बाद भी नहीं समझ सका

    जवाब देंहटाएं
  11. संक्षिप्त लेकिन सुन्दर सार्थक चर्चा .कोर्णाक सम्पुर्ण चिकित्सा तंत्र पर गुफ्त- गु को आगे बढाने का मौक़ा आपने दिया ,आभार .

    जवाब देंहटाएं
  12. सुसज्जित एवं सुव्यवस्थित चर्चा ! आभार आपका !

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत बढियां चर्चा गाफिल जी!....आभार!

    जवाब देंहटाएं
  14. आपकी चर्चा में शामिल होकर अच्छा लगा…………आभार गाफ़िल जी।

    जवाब देंहटाएं
  15. सुन्दर लिंक्स से सजी रोचक चर्चा...

    जवाब देंहटाएं
  16. bahut bahut hardi aabhar gafil ji meri rachna jai hind vandemataram ko charcha manch me shamil karne ke liye tahe dil se shukriya.

    जवाब देंहटाएं
  17. बहुत अच्छी चर्चा मिली--------------धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  18. वाह !!!!!! बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सुंदर लिंक्स,....आभार गाफिल जी

    जवाब देंहटाएं
  19. बहुत बढ़िया सचित्र लिंक्स प्रस्तुति के साथ सार्थक चर्चा प्रस्तुति हेतु आभार

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  20. विजय जी,,,आप अभी और माथापच्ची करे,शायद "ये दिल की बाते" आपके समझ में आ जाये,

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  21. गाफ़िल साहब, बहुत मेहनत करते हैं आप मंच को सजाने में।

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  22. gaafiljee aapke parishram ko salaam,har baar pahle se
    adhik rochak charcha

    जवाब देंहटाएं
  23. gaafiljee aapke parishram ko salaam,har baar pahle se
    adhik rochak charcha

    जवाब देंहटाएं
  24. आपक चर्चा मंच पर अपना पोस्ट एवं फोटो देख कर काफी खुशी होती है एवं मनोबल भी बढ़ता है । आपका यह प्रयास प्रशंसनीय है । धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं

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