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शनिवार, फ़रवरी 09, 2013

समय बिताने के लिये पढिये कुछ उपयोगी लिंक्स

चर्चा देखकर आज चर्चा आयी याद
चर्चा ने ही चर्चा करवायी आज
हम तो भूल गये थे इस बार
शनिवार की चर्चा पर है अपना अधिकार
तो शुरु करें चर्चा लेकर नयी पुरानी पोस्ट
समय बिताने के लिये पढिये कुछ उपयोगी लिंक्स



एक दिन पुस्तक मेले के नाम …………2013

आप भी कीजिये 


उत्सव के परिणाम अपने नज़रिए से दें

अब आया ऊँट पहाड के नीचे


यह जिजीविषा जो कभी सितार है कभी बाँसुरी

जीने को कुछ तो चाहिये


अपाहिज (लघुकथा)

ऐसा भी होता है


जन्‍मदि‍न की बहुत-बहुत बधाई ......



डर से इज्जत कैसे होगी

पता नहीं

"बदल रहा है ढंग" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

इसमें क्या है शक 

पुस्तकें और पाठक

चिरंजीवी रिश्ता


कुछ नमकीन मीठीयों वाला

कौन है वो ?


वह सृष्टि है ..

तभी सबकी अपनी दृष्टि है


अफ़साने बुनती रूहानी आवाज़

रूह में उतर गयी


रिश्वत लिए वगैर...

काम नहीं होता 


1. ओ री मलाला, जगाई नारी शक्ति, स्वस्थ रहो

जो बनी मिसाल 


रामायण 22 - बारात का अवध में आगमन , उत्सव

धूम मचे धूम 


स्त्री

सिर्फ़ सम्बोधन तक 


वक्‍़त की धूप में ... !!!

बहुत कुछ सूख जाता है


मन रोता सत्य देखने को आज

क्या दिखा ?


कोई नाम ना लो 
-
बधाई हो  
-

भारत माँ को नमन
हमारा भी नमन 
 
 
मौनी अमावस्या: महोदय योग में होगा स्ना्न-दान
जानिये ये भी 


बहुत ही मस्त हैं :)


"हैप्पी प्रपोज्ड-डे" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

खूब मनाओ रोज नये नये डे


जीवित शाहकार

आज कहाँ मिलते हैं 


ग्रोथ-रेट बस पाँच की, मिले कमीशन बीस-

ये हुयी ना बात


ज्ञान का, और अन्धविश्वासों का सूत्रपात

सदियों से हो रहा है


दहेज़ :इकलौती पुत्री की आग की सेज

ये आग कब बुझेगी ?

मत तन्हा तन्हा घबराना ...!!!!

कोई साथी कहीं मिल जाना 


पेटर्नस........

कौन कौन से?


रोने के लिए आत्मा को निचोड़ना पड़ता है...

तब दो बूँद लहू टपकता है


औरतों के हिस्से का सूरज

कभी निकलता ही नहीं 

 

 

 

आज के लिये काफ़ी हैं ना लिंक्स 

तो पढिये और काम पर चलिये

अगले हफ़्ते फिर मिलेंगे 

तब तक के लिये आज्ञा 




18 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही बढ़िया लिनक्स चुन लायीं हैं..... आभार

    जवाब देंहटाएं
  2. संक्षिप्त टिप्पणियों के साथ सुन्दर चर्चा!
    आभार!

    जवाब देंहटाएं
  3. कई लिनक्स और भावपूर्ण चर्चा |

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुती,आज की चर्चा कुछ खास लगी,सुंदर लिंकों का अच्छा समायोजन किये हैं।

    जवाब देंहटाएं
  5. अनन्तजी की यात्रा आनन्दमय हो..शुभकामनायें..

    जवाब देंहटाएं
  6. संक्षिप्त टिप्पणियों के साथ सुंदर लिंक्स संयोजन,,,,
    मेरी रचना को मंच में स्थान देने के लिए वन्दना जी आभार,,,

    नये चर्चाकार के रूप में श्री अरुण शर्मा अनन्त जी का स्वागत है ,,,,बधाई

    जवाब देंहटाएं
  7. अच्छे लिंक,अरुण शर्मा जी का स्वागत !!

    जवाब देंहटाएं
  8. आभार आदरेया-
    खूबसूरत चर्चा -

    जवाब देंहटाएं
  9. गुरूजी से आग्रह-

    फुरसत ऐसे ना मिले, हरदिन कोना एक |
    करते मिलकर फिक्स हम, करें काम यह नेक |

    करें काम यह नेक, चुने हर दिन दो रचना |
    करें मंच पर पोस्ट, नहीं गुरुवर को बचना |

    सुबह सुबह दें जोड़, यही रविकर की हसरत |
    चर्चा को दें मोड़, नहीं मिलनी है फ़ुरसत ||

    जवाब देंहटाएं
  10. सुन्दर चर्चा,आकर्षक लिंक्स,मेरी रचना को स्थान देने के लिए शुक्रिया,बधाई

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत-बहुत बधाई ! सुंदर चित्र ! बढ़िया रिपोर्ट!
    शुभकामनाएँ !:)
    ~सादर!!!

    जवाब देंहटाएं
  12. अच्छी चर्चा, बढिया लिंक्स
    नए चर्चाकार अरुण जी स्वागत

    मयंक का कोना सुझाव अच्छा है। शास्त्री जी इसे स्वीकार करें

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत बढ़िया लिंक्स -सह-चर्चा प्रस्तुति ..
    आभार।।

    जवाब देंहटाएं
  14. अच्छी सार्थक सूत्रों से सजी चर्चा नए चर्चाकार अरुण कुमार का हार्दिक स्वागत है

    जवाब देंहटाएं
  15. मयंक का कोना सुझाव बढ़िया है

    जवाब देंहटाएं
  16. नए चर्चाकार का हार्दिक स्वागत है, सुझाव अच्छा है ,बढिया लिंक्स

    जवाब देंहटाएं
  17. शानदार पोस्ट्स और हां ,आभार भी , मेरे जी से मेल करने के लिए ।

    जवाब देंहटाएं
  18. सारे लिंक्‍स बहुत खूबसूरत हैं। मेरी रचना को शामि‍ल करने के लि‍ए शुक्रि‍या...

    जवाब देंहटाएं

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