फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, जुलाई 12, 2013

अरुण-मनीषाशीश, मिलें खुशियाँ बहुतेरी : -चर्चा मंच 1304


(विशेष)

पुत्रीरूपी रत्न की प्राप्ति

अरुन शर्मा 'अनन्त' 

"लावण्या" 
अरुन शर्मा 'अनन्त' 
 दास्ताँने - दिल (ये दुनिया है दिलवालों की) 
मेरी मंगल कामना, चल अब उँगली थाम | 
 कर्तव्यों का पालना, सीधा सा पैगाम |
सीधा सा पैगाम, ख्याल रख माँ-बेटी का |
रहे स्वस्थ खुशहाल, सीख ले तुरत सलीका |
अरुण-मनीषाशीश, मिलें खुशियाँ बहुतेरी
सुता यशस्वी होय, विनय सुन मैया मेरी ||
--------रविकर

  

"प्रकृति / मानव" पे अरुण निगम से रविकर की बहस-

मानव का क्या दोहना, ना आया था रास |

महामारियों ने हना, मध्यकाल में ख़ास |


मध्यकाल में खास, तनिक घर-खेत बनाए |

बसा लिया परिवार, बुद्धि-बल खुशियाँ लाये |


पर कुदरत का कहर, टूट पड़ता बन दानव |

मानव था निर्दोष, मरा पर फिर क्यूँ मानव ||  

होती पब्लिक दंग, नग्नता देख देख कर-

"लिंक-लिक्खाड़"



Asha Saxena 

दुनिया की रंगीनियाँ, ढकती असली रंग |
दिखा रंग असली जहाँ, होती पब्लिक दंग |
होती पब्लिक दंग, नग्नता देख देख कर |
होती श्रद्धा भंग, करे क्या दीदी रविकर |
टेढ़ापन पहचान, नहीं कर पाती गुनिया |
कर जाता वह हानि, ठगी जाती है दुनिया- 

खोज सत्य की

संगीता स्वरुप ( गीत )  
गीत.......मेरी अनुभूतियाँ  

तमसाकृत से है घिरा, निश्चय सत्य तमाम |  

मार तमाचा तमतमा, सत्य ताक ले आम | 

 सत्य ताक ले आम, ख़ास इक बात बताई | 

तम ही तो है सत्य, समझ में रविकर आई | 

मनुवा सत्य निकाल,  डाल दे थोड़ा घमसा | 

भरत-सत्य साकार, पार कर जाए तमसा  

SANDEEP PANWAR 
 


३ 

भक्ति- मार्गीय धुंध

Virendra Kumar Sharma 


४ 

तमाम उम्र का वादा मैं तुम से कैसे करूँ ..........आदिल रशीद तिलहरी


yashoda agrawal 



५ 

शंखनाद की पहली वर्षगाँठ पर सबका हार्दिक आभार !!


पूरण खण्डेलवाल



६ 

माँ का हिस्सा ...

noreply@blogger.com (दिगम्बर नासवा)

७ 

प्रलय या आपदा [आल्हा छंद ]

सरिता भाटिया 


८ 

मेरी नज़्म

expression 


९ 

मुझे सोने दो ....

Dr (Miss) Sharad Singh 


१०

कार्टून :- दि‍ल्‍ली मेट्रो वालों को तो धेले की अक्‍ल नहीं

  Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून



रूपचन्द्र शास्त्री मयंक 


१२

एक अच्छी शाम

Prabodh Kumar Govil

१३

राम रचि राखा.....

Yashwant Mathur  

१४

संघ भारत में इजरायली आतंक का भारतीय संस्करण है : पूर्व संघ प्रचारक

Yashwant Mathur 
***************************************

१५

भारत का बेटा भारत पर शासन करे

ZEAL 
 ZEAL

***************************************

१६

हर तरफ मोदी का जलवा ?


shikha kaushik 
 

हम ले दे के चार मन, दिग्गी मम्मी पूत ।
हमले रो के रोक लेंपर कैसे यमदूत । 
पर कैसे यमदूत, नस्ल कुत्ते की इनकी । 
मार काट का पाठ, पढ़े ये कातिल सनकी । 
मन्दिर मस्जिद हाट, पहुँच जाते हैं बम ले । 
पुलिस जोहती बाट, भाग जाते कर हमले ॥ 

१७ 
"मयंक का कोना "
क्‍या है सफेद मोतिया **(What is Cataract):* जब उम्र बढ़ने के साथ एक ख़ास उम्र में आपकी आँख का लेंस धुंधला पड़ जाता है और बीनाई (विजन आपका, नजर आपकी) कमज़ोर पड़ने लगती है तब इस स्थिति को कहा जाता है सफ़ेद मोतिया. कहीं कहीं पर इसे आंख का माडा भी कहा जाता है। दुनिया भर में व्याप्त पचास फीसद से भी ज्यादा मामलों में अंधत्व की वजह यही सफ़ेद मोतिया बनता रहा है जबकि इसका बाकायदा पुख्ता इलाज़ है.....

ये   दिल   ही   जानता  है   कौन   चलता  है   इन   पलकों तले
       यकीं  आ  जायेगा  तुमको , ये  अपने  दिल  से  पूंछ  लेना तुम...
Zindagi se muthbhed पर Aziz Jaunpuri 

बाघ बकरी कभी खेला जाता था अब नहीं खेला जाता बहुत सी जगह ये देखा है जाता बाघ बकरी की मदद कर उसे बाघ बनाने में मदद करने है आता जहाँ बाघ बकरी की मदद कतिपय कारणों से नहीं है कर पाता वहाँ खुद ही शहर की मुर्गियों से बकरियों के लिये अपील करवाने की गुहार भी है लगाता ...
उल्लूक टाईम्स पर सुशील 

23 टिप्‍पणियां:

  1. नमस्कार रविकर जी!
    आज की चर्चा में कुछ पोस्टों के लिंक नहीं नजर आ रहे हैं। जबकि सम्पादन में लिंक मौजूद है।
    इतना ही नहीं...मेरे द्वारा लगायी गयी तीन पोस्टो के लिंक भी प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं।
    कृपया देख लें कि कहाँ गड़बड़ है?
    मैं 2-3 बार प्रयास कर चुका हूँ लेकिन समस्या हल नहीं हो पा रही है।
    सादर!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. बहुत बहुत आभार
      आदरणीय शास्त्री जी-
      सुबह आई समस्या को ठीक कर देने के लिए सादर आभार-

      हटाएं
  2. बढ़िया लिंक्स के साथ सजा
    आज का चर्चा मंच
    रचना अपनी औरउस पर टिप्पणी देख ,
    मन हुआ प्रसन्न |

    जवाब देंहटाएं
  3. रविकर जी अब चर्चा को ठीक कर दिया है। सभी लिंक दिखाई दे रहे हैं।
    आप परेशान न हो!
    सूचनार्थ!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. बहुत बहुत आभार
      आदरणीय शास्त्री जी-
      सुबह आई समस्या को ठीक कर देने के लिए सादर आभार-

      हटाएं
  4. बहुत सुन्दर चर्चा.....
    हमारी नज़्म को स्थान देने का शुक्रिया रविकर जी.

    सादर
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  5. बेहतरीन से बेहतरीन चर्चा सजाता है
    रविकर खूबसूरत सूत्रों को दिखाता है
    मयंक जी का दिल आभारी हो जाता है
    उनके कोने में उल्लूक जब दिख जाता है !

    जवाब देंहटाएं
  6. अरुण जी के घर पर छोटी सी गुडिया के आगमन पर उन्हें ढेर सारी बधाइयाँ !!
    सुन्दर सूत्रों से सजी सुन्दर चर्चा !!
    सादर आभार !!

    जवाब देंहटाएं
  7. सभी लिंक्स एक से बढ़कर एक
    बढिया चर्चा

    जवाब देंहटाएं
  8. सभी लिंक्स एक से बढ़कर एक हैं....

    रविकर जी, मेरी रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार ....

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ....आभार!

    जवाब देंहटाएं
  10. sabhi sootr sundar hain .meri blog post ko yahan sthan pradan karne hetu shastri ji ka hardik aabhar

    जवाब देंहटाएं
  11. शुभ संध्या
    बधाई अरुण को....लक्ष्मी प्राप्ति के लिये
    आभार भाई रविकर जी
    आज अपरिहार्य कारणों से दिन भर ऑनलाईन नहीं थी
    कसर पूरी करूँगी रात तक

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  12. मनीषा अरुण शर्मा को बधाई..........

    आई घर में लक्ष्मी , पूरी हुई मुराद
    शुभ-अवसर पर दे रहा, मन से आशीर्वाद
    मन से आशीर्वाद , रूप माँ का है कन्या
    रहे स्वस्थ खुशहाल , सदा बिटिया लावण्या
    अरुण मनीषा तुम्हें , हमारी बहुत बधाई
    पूरी हुई मुराद , लक्ष्मी घर में आई ||

    जवाब देंहटाएं
  13. रविकर जी बहुत अच्छी चर्चा लिखी है सभी शानदार सूत्र हैं बधाई आपको

    जवाब देंहटाएं
  14. रोशन करेगा बेटा बस एक ही कुल को
    दो-दो कुलों की शान बढाती है बेटियाँ,

    कोई नहीं है दोस्तों एक दूसरे से कम
    हीरा है अगर बेटा तो मोती हैं बेटियाँ,

    बहुत सुंदर लिंक्स, अरूण मनीषा जी को हार्दिक बधाईयां.

    जवाब देंहटाएं

  15. बधाई बधाई बधाई बेहतरीन सेतु चयन संयोजन ,प्रस्तुति और दृष्टि के लिए .

    जवाब देंहटाएं

  16. बधाई बधाई बधाई बेहतरीन सेतु चयन संयोजन ,प्रस्तुति और दृष्टि के लिए .

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।