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शनिवार, जुलाई 13, 2013

" समय की कमी ने मार डाला :) "

चर्चा का अर्थ बेहद विस्तृत है और समय की कमी इतनी इजाज़त नहीं देती कि ज्यादा से ज्यादा लिंक्स दिये भी जायें और सबके बारे में विस्तार से चर्चा भी की जाये तो दोस्तों सिर्फ़ लिंक्स से ही आजकल काम चलाइये ………" समय की कमी ने मार डाला :) "

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जल-महोत्सव 


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की होगी सबने सुस्वादु मोहब्बत


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आज के लिये इतना ही फिर मिलते हैं वैसे 26 लिंक्स कम नहीं होते आप सब लिंक्स पढ लें तो पूरा दिन निकल जाना है :) 
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(अ)
*कितनी भी बडी़ तोप तू होता होगा तेरा गोला चलकर भी फुस्स हो जायेगा 
किसी भी गलत मुद्दे को तू सही ठहराने की मुहिम में हार जायेगा 
कोई भी तेरे साथ में नहीं आ पायेगा 
एक ना एक दिन लटका दिया जायेगा...
उल्लूक टाईम्स पर सुशील
(आ)
अंग्रेजी में एक कहावत है "Action speaks louder than words" जो सत् प्रतिशत सही है. जिस किशोरावस्था में स्कुल में दुनिया भर के सपने सजाते हैं, 
बगल वाले से जलते हैं किस उसका नंबर उससे जादा क्यों....
नारद पर कमल कुमार सिंह (नारद ) 
(इ)
Computer Tips & Tricks पर Rinku Siwan 
(ई)
(उ)
एक ही अनार है,
खाने को उतावले,
सैकड़ों बीमार हैं...

(ऋ)
कारें चलती रोड पर, कुत्ता गया दबाय । 
बस में बस अफ़सोस ही, क्या है अन्य उपाय ...
"लिंक-लिक्खाड़" पर रविकर
(ए)
मैं रंगती रही अतीत के कैनवास को * *अब वर्तमान को रंगीन बनाना होगा* 
*फुसला नहीं सकता तू बस वादों से मुझे* *ऐ इन्द्रधनुष अब तो बाहर आना होगा...
HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR पर Rajesh Kumari 
(ऐ)
व्यथा
सृजन मंच ऑनलाइन
उत्तराखंड की त्रासदी एक सन्देश है ........
सृजन मंच ऑनलाइन पर अरुणा 

(ओ)
! कौशल ! पर Shalini Kaushik 

17 टिप्‍पणियां:

  1. व्यस्तता के रहते आपका यह प्रयास लिंक्स देने का भी अच्छा है |यदि आप लिंक्स की गिनती ना भी करतीं तो चलता |पाठक अपने आप उन्हें पढ़ते समय गिन लेते |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर चर्चा बन्दना जी!
    काश ऐसी समय की कमी हमारे सभी सहयोगियों के पास हो....!
    सप्ताहान्त में पढ़ने के लिए आज काफी कुछ है। जो कमी थी वो मैंने पूरी कर दी है।
    पूरे 9 लिंक लगाये हैं मैंने भी आज मयंक का कोना में!
    आभार...!

    जवाब देंहटाएं
  3. सप्ताहन्त के लिये पर्याप्त सामग्री..

    जवाब देंहटाएं
  4. सुंदर चर्चा में
    मयंक जी का कोना
    कोने में उल्लूक
    का भी कहीं होना
    समय के पास
    भी होता है
    कभी समय
    के लिये रोना !

    आभार !

    जवाब देंहटाएं
  5. सुन्दर चर्चा , बहुत बहुत आभार शास्त्री जी , स्थान देने के लिए ..

    जवाब देंहटाएं
  6. बढ़िया लिंक्स !
    इतने लिंक्स पढ़ना एक दिन में कहां हो पाता है !

    जवाब देंहटाएं
  7. वक़्त की कमी में भी अपना काम बखूबी किया सुन्दर लिंक संयोजन बधाई मेरी रचना को मयंक का कौना में स्थान देने के लिये आदरणीय शास्त्री जी को हार्दिक आभार

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ....आभार!

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत प्यारे लिंक... वंदना जी... अच्छा लगा यह से लिंक्स मे जाना ..

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत सुंदर लिंक्‍स सजाए हैं..मेरी रचना शामि‍ल करने के लि‍ए आभार वंदना जी

    जवाब देंहटाएं
  11. .सार्थक व् सराहनीय लिंक्स संयोजन .मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार अभिनेता प्राण को भावपूर्ण श्रृद्धांजलि -शालिनी कौश....आप भी पूछें सन्नो व् राजेश को फाँसी की सजा मिलनी चाहिए
    .
    नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें WOMAN ABOUT MAN हर दौर पर उम्र में कैसर हैं मर्द सारे ,

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत सुंदर प्रस्तुति वंदना जी...
    मेरी रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार....

    जवाब देंहटाएं

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