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शुक्रवार, दिसंबर 11, 2015

"लक्ष्य ही जीवन का प्राण है" (चर्चा अंक-2187)

आज की चर्चा में आपका हार्दिक अभिनन्दन है। 
यदि आप कुछ बनना चाहते हैं तो अपने व्यक्तित्व की, लक्ष्य की सुदृढ़ करें। आप अपनी रुचि के अनुरूप ही लक्ष्य की शक्तिशाली बनाएं।‘जीवन का सबसे बड़ा पुरस्कार और जीवन की सबसे बड़ी दौलत है-किसी खास बात की ओर प्रवृत्ति लेकर जन्म लेना, उसी की पूर्ति करने में मनुष्य को सुख मिलता है। आपके पास यह नया जीवन है। आप एक ऐसे जीवन का प्रारम्भ करना चाहते हैं- जो कि अनोखा, परिपूर्ण और आनन्दपूर्ण जीवन हो। कल्पनापूर्ण जीवन का अनोखा रूप साकार हो तथा जिसका अंत कभी न हो। लक्ष्य ही जीवन का प्राण है। उससे ही अपने आदर्शों पर चलने की सीख मिलती है।आप क्या बनना चाहेंगे। कौन सा पेशा या किस उत्तरदायित्व का निर्वाह करेंगे। जिस भी काम में अपने व्यक्तित्व बल को अधिक शक्तिशाली कर सकें वहां अपने लक्ष्य की मंजिल बहुत पास होती है। आपके लक्ष्य जितनी अधिक प्रबल व स्थिर होंगे, उतना ही आपका जीवन परिपूर्ण, भरपूर एवं अधिक खुशी से भरा हुआ होगा, जो कि आपने स्वप्न में भी सोचा नहीं होगा। यदि आपका लक्ष्य छोटा-मोटा होगा तो आप अवश्य ही आलस्यमय हो जाएंगे। जितनी ही बड़ी मंजिल होगी, उतने ही आपका लक्ष्य महान होगा। मंजिल की सीढ़ी बहुत लंबी हो तो मंजिल तक पहुंचने के लिए सीढ़ी बहुत ही सचेत होकर एवं सावधानी से चढ़ना 
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कुलदीप ठाकुर 
मैं चल रहा हूं
कहीं रुका नहीं
आयी बाधाएं
मैं झुका नहीं।
जब कहा कदमों ने 

ठहरों यहीं
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प्रबोध कुमार गोविल 
बॉलीवुड में अशोक कुमार,मनोज कुमार, राजकुमार, राजेंद्र कुमार, किशोर कुमार, अक्षय कुमार का जलवा रहा तो फ़िरोज़ खान, संजय खान, शाहरुख़ खान, आमिर खान, सलमान खान, सैफ अली खान की चमक भी फैलती रही।
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रश्मि शर्मा
सारा पोखर डूबा है धुंध में
धरती पर दहक रहे
सैकड़ों डेफोडि‍ल्‍स... 
न...न , धोखा हुआ है 
ये तो गुलमोहर है
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(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
शीत बढ़ा, सूरज शर्माया।
आसमान में कुहरा छाया।।
चिड़िया चहकी, मुर्गा बोला,
हमने भी दरवाजा खोला,
लेकिन घना धुँधलका पाया।
आसमान में कुहरा छाया।।
वीरेन्द्र कुमार शर्मा 
मंदमति और मायनो इन दिनों किस कदर बौखलाए हुए है यह समझने के लिए उनके एक ही समय पर एक ही मुंह से निकले उद्गारों पर गौर करना हमारे मत की पुष्टि करेगा:

(१) सरकार के दवाब में नेशनल हेराल्ड मामला (केस)) दोबारा खुलवाया गया है।
कविता रावत 
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हिमकर श्याम 

[ छोटी बहन सोनिका कृष्ण की शादी विगत 26 नवम्बर (गुरुवार), 2015 
को अमित शरण के साथ संपन्न हुई. यह छोटी सी रचना उनके लिए.]
बहन ये हमारी जो नाजों पली है
सभी की है प्यारी, बड़ी लाड़ली है
दिलों में उमंगों का संसार लेकर
क़ुलों को हमारे मिलाने चली है
लड़कपन की यादें भुलाकर यहीं पे
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संध्या शर्मा 
इस ब्रह्माण्ड की 
दसों दिशाओं ने
शस्य स्यामला धरा की
मुस्काती फिजाओं ने
महकती हवाओं ने
झूमती लताओं ने
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कुलदीप ठाकुर 
कुछ औरतों ने
अपनी इच्छा से
कुएं में कूदकर जान दी थी,
ऐसा पुलिस के रिकार्डों में दर्ज है।
और कुछ औरतें 
चिता में जलकर मरी थीं,
ऐसा धर्म की किताबों में लिखा है।
कैलाश शर्मा 
अष्टावक्र कहते हैं :
धन और काम अनर्थ के हेतु, त्याग करो तुम शत्रु समझ के|
तुम सब से विरक्त हो जाओ, इन दोनों का त्याग है करके||(१०.१)
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सुरेश स्वप्निल

नाकामिए-हयात पे हैरां नहीं हूं मैं
वैसे भी तेरे ज़र्फ़ का पैमां नहीं हूं मैं

शक़ क्यूं न हो मुझे कि तू मेरा ख़ुदा नहीं
गर तू ये सोचता है कि इंसां नहीं हूं मैं
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चन्द माहिया :क़िस्त 24 

ये इश्क़,ये कूच-ए-दिल 
दिखने में आसाँ 
जीना ही बहुत मुश्किल... 
आपका ब्लॉग पर आनन्द पाठक 
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अपनी धरती - - 

Shantanu Sanyal 
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हो गये कितने मुख़ालिफ़ आजके मंज़र सभी 

क्यूँ क़लम करने को आमादा हो मेरा सर, सभी 
हो गये कितने मुख़ालिफ़ आजके मंज़र सभी... 
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ 
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मोदी का नया गीत अम्बेडकर 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय' के मंत्र को अहम बताते हुए कहा कि नई पीढ़ी को अंबेडकर के विचारों के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। मोदी ने कहा कि देश की एकता में अंबेडकर के योगदान को कभी नकारा नहीं जा सकता है *अम्बेडकर * ने 1935 कहा कि ' हमें हिन्दू नहीं रहना चाहिए मैं हिन्दू धर्म में पैदा हुआ यह मेरे बस की बात नहीं थी लेकिन मैं हिन्दू रहते हुए नहीं मरूंगा यह मेरे बस की बात है रामास्वामी पेरियार को उन देवताओ को नष्ट कर दो जो तुम्हे शुद्र कहे , उन पुराणों ओर इतिहास को ध्वस्त कर दो , जो देवता को शक्ति प्रदान करते है | यह तीन बाते है दो बाते एक दुसरे की पूरक है... 
Randhir Singh Suman  
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कार्टून :-  

तेल, तुम कब सस्‍ते होओगे 

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आज के लिए इतना ही...
धन्यवाद

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