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शुक्रवार, मई 18, 2018

"रिश्ते ना बदनाम करें" (चर्चा अंक-2974)

मित्रों! 
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक। 

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') 

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वो जाते-जाते दे गया मुझे दर्द इतना 

उसका काम वो जानें, ये काम है अपना 
ज़ेहन में बसाना उसे और ख़्यालों में रखना। 

उम्र भर लगा रहा मैं उसको समेटने में 
वो जाते-जाते दे गया मुझे दर्द इतना... 
Sahitya Surbhi पर 
Dilbag Virk 
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कोलाहल 

purushottam kumar sinha 
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जीवन क्या है? 

जीवन प्रभु की एक सुन्दर रचना है
जीवन गीता का उपदेश है
जीवन संघर्ष का दूसरा नाम है
जीवन चमकता सितारा है
जीवन दुःख की परछायी है
जीवन सुख की छाँव है...
aashaye पर garima 
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Laxmirangam:  

जरूरी तो नहीं 

माना, हर मुलाकात का अंजाम 
जुदाई तो है तो मुलाकात किया जाए, 
उसे बदनाम किया जाए जुदाई के लिए ? 
ये जरूरी तो नहीं.... 
M. Rangraj Iyengar  
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7 टिप्‍पणियां:

  1. आपके आशीष का अत्यंत आभार आदरणीय।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर प्रस्तुति
    मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत ही सुंदर चर्चा प्रस्तुति ओर हमारी पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी शुक्रिया अपना आशीर्वाद ऐसे ही बनाए रखना

    जवाब देंहटाएं

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