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मंगलवार, जुलाई 03, 2018

"ब्लागिंग दिवस पर...." (चर्चा अंक-3020)

मित्रों! 
मंगलवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक। 

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') 

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"कहती है राधे गोपाल"  

( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ) 

कभी रूप की धूप है सौपीं 
कभी कदम कदम पर घास 

कभी मनोबल ऊँचा करके 
जगाई कविता लिखने की आस ...
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ओ मनमीत 

ओ मनमीत 
तुम कैसे गा लेते हो 
खुशियों के गीत... 
Sudhinama पर sadhana vaid 
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दरख्तों से कई लम्हे गिरेंगे ... 

किसी की याद के मटके भरेंगे 
पुराने रास्तों पे जब चलेंगे 
कभी मिल जाएं जो बचपन के साथी 
गुज़रते वक़्त की बातें करेंगे... 
Digamber Naswa  
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किताबों की दुनिया - 184 

नीरज पर नीरज गोस्वामी 
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7 टिप्‍पणियां:

  1. चर्चा मंच के विस्तृत सूत्र ... अच्छी चर्चा नए लिंक्स ...
    आभार मेरी ग़ज़ल को जगह देने के लिए ...

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर सूत्रों का संकलन आज का चर्चामंच ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वन्दे !

    जवाब देंहटाएं
  3. उम्दा चर्चा। मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।

    जवाब देंहटाएं

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