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सोमवार, अप्रैल 15, 2019

"भीम राव अम्बेदकर" (चर्चा अंक-3306)

स्नेहिल  अभिवादन  
सोमवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
 - अनीता सैनी 

दोहे

  'भीम राव अम्बेदकर" 

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री मयंक') 

 

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एक गीत -आकाशी गुब्बारों को 

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खुले में बंद और बंद में 

खुली टिप्पणी करना

 कई सालों की

 चिट्ठाकारी के बाद ही आ पाता है

    पदचिन्ह

तेरे इन्तजार में 

9 टिप्‍पणियां:

  1. मंच पर सदैव की तरह आज भी काफी कुछ है।
    आभार आपका अनीता बहन।

    जवाब देंहटाएं
  2. उपयोगी लिंकों के साथ सार्थक चर्चा।
    आपका आभार अनीता सैनी जी।

    जवाब देंहटाएं
  3. उम्दा सजा चर्चा मंच |
    मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद अनीता जी |

    जवाब देंहटाएं
  4. सुन्दर चर्चा अंक। आभार अनीता जी 'उलूक' के पन्ने को भी जगह देने के लिये।

    जवाब देंहटाएं
  5. प्रिय अनीता -- बहुत ही सुंदर सूत्रों से सुसज्जित ये अंक बहुत ख़ास है | कविराज अलबेला जी को विनम्र नमन | मेरी रचना को स्थान दिया अभिभूत हूँ | आज के सभी रचनाकारों को सस्नेह शुभकामनायें |

    जवाब देंहटाएं
  6. यह एक अद्भुत मंच है...... गुलदस्ता है.......उपवन है.....

    जवाब देंहटाएं
  7. सचमुच ही यह एक ऐसा मंच है जहाँ जब भी पधारें कुछ नया ही मिलता है ।

    जवाब देंहटाएं

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