tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post2803737891250958983..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "उठो नव निर्माण करो" (चर्चा मंचःअंक-1396)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-90519071437821059792013-10-15T13:16:20.777+05:302013-10-15T13:16:20.777+05:30aapka aabhar.aapka aabhar.DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-8473446363238839272013-10-13T13:18:30.537+05:302013-10-13T13:18:30.537+05:30देरी से आने के लिए क्षमा चाहती हूँ ,बहुत सुन्दर सू...देरी से आने के लिए क्षमा चाहती हूँ ,बहुत सुन्दर सूत्रों का संकलन श्रम भी परिलक्षित हो रहा है ,बहुत बहुत बधाई आपको आदरणीय शास्त्री जी ,मेरी रचना को शामिल किया हृदय तल से आभार आपका Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-62397587466856194802013-10-12T19:59:26.130+05:302013-10-12T19:59:26.130+05:30बहुत ही सुन्दर..मेरी रचना को मंच में शामिल करने के...बहुत ही सुन्दर..मेरी रचना को मंच में शामिल करने के लिये आभार,,,!शास्त्री जी \,,,Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20202122542734431302013-10-12T19:33:14.453+05:302013-10-12T19:33:14.453+05:30रचना को ज्यादे लोगों तक पहुँचाने के लिए आभार!!!रचना को ज्यादे लोगों तक पहुँचाने के लिए आभार!!!musafirhttps://www.blogger.com/profile/11319471665081550579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-2697355304590400052013-10-12T19:21:22.902+05:302013-10-12T19:21:22.902+05:30बहुत ही सुन्दर सूत्र...!
मेरी रचना को मंच में शामि...बहुत ही सुन्दर सूत्र...!<br />मेरी रचना को मंच में शामिल करने के लिये आभार,,,!शास्त्री जी \,,,धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-40706931053860034452013-10-12T13:01:32.160+05:302013-10-12T13:01:32.160+05:30इक याद तेरी ने वर्का फोल्या
इक याद मेरी ने स्याही ...इक याद तेरी ने वर्का फोल्या<br />इक याद मेरी ने स्याही लिती<br />कुछ कुछ यादां तेरिया सी<br />मिठियां मीठियाँ......मेरी रचना सूत्र को यहाँ शामिल करने के लिय आपका आभारनीलिमा शर्मा Neelima Sharma https://www.blogger.com/profile/15015116506093296186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31510152850057196222013-10-12T12:41:03.685+05:302013-10-12T12:41:03.685+05:30बहुत ही बढिया चर्चा………आभारबहुत ही बढिया चर्चा………आभारvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-50234389618715375212013-10-12T12:37:52.275+05:302013-10-12T12:37:52.275+05:30क्या बात शास्त्री जी वाह! आभारक्या बात शास्त्री जी वाह! आभारचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-19446564697310014772013-10-12T12:23:45.677+05:302013-10-12T12:23:45.677+05:30बहुत अच्छा संयोजन। आभार।
बहुत अच्छा संयोजन। आभार।<br />Jai bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/18001805060200677110noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-88635149150700751402013-10-12T11:31:47.633+05:302013-10-12T11:31:47.633+05:30बहुत ही सुन्दर सूत्रबहुत ही सुन्दर सूत्रप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-37446000045918499642013-10-12T11:08:32.752+05:302013-10-12T11:08:32.752+05:30बहुत ही बेहतरीन लिंकों के चयन के साथ चर्चा प्रस्तु...बहुत ही बेहतरीन लिंकों के चयन के साथ चर्चा प्रस्तुति। माँ दुर्गापूजा की हार्दिक शुभकामनायें। Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65161740886940002812013-10-12T10:57:20.123+05:302013-10-12T10:57:20.123+05:30sundar charcha say saja manch.....mujhe sthan mila...sundar charcha say saja manch.....mujhe sthan mila yahan...apar harsh hua....shukriya Rewa Tibrewalhttps://www.blogger.com/profile/06289019678581015004noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-66870852781395508412013-10-12T10:15:42.590+05:302013-10-12T10:15:42.590+05:30उम्दा लिंक्स | बढ़िया संयोजन उम्दा लिंक्स | बढ़िया संयोजन Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-2942314492728167022013-10-12T10:08:58.435+05:302013-10-12T10:08:58.435+05:30सारे उम्दा लिंक्स.....हमारे ब्लॉग को शामिल करने खा...सारे उम्दा लिंक्स.....हमारे ब्लॉग को शामिल करने खातिर धन्यवाद.....<br />खामोशियाँ-राहुल मिश्रा Misra Raahulhttps://www.blogger.com/profile/15154531923724645081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-54652220246713964272013-10-12T09:10:40.890+05:302013-10-12T09:10:40.890+05:30सुंदर सूत्र संकलन तथा संयोजन
बता देना तूने क्या ...सुंदर सूत्र संकलन तथा संयोजन <br />बता देना तूने क्या कुछ अलग ही देखा है <br />को शामिल करने के लिये आभार !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-72619131144110675942013-10-12T09:05:39.942+05:302013-10-12T09:05:39.942+05:30वाह बहुत धारधार वजनी बात कह दी -माँ मैं जैसा भी हू...वाह बहुत धारधार वजनी बात कह दी -माँ मैं जैसा भी हूँ …तूने ने ही बनाया है वैसा ..... <br /><br />--<br />आज मैं जैसा हूं तूने ही बनाया मुझको<br />मेरे हाथों में पहली बार आज पत्थर है, <br />आज ही आईना मेरा है चिढ़ाया मुझको। <br />आज लोगों ने मेरी वाह वाह करते हुए; <br />क़ितनी ख़ूबी से जमींदोज़ कराया मुझको....<br />ग़ाफ़िल की अमानत पर चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31094937062071245042013-10-12T09:01:29.907+05:302013-10-12T09:01:29.907+05:30क्या बात क्या गजरा था बेचारे की किस्मत अभिसारिका क...क्या बात क्या गजरा था बेचारे की किस्मत अभिसारिका के बालों में न गूंथा जा सका। सशक्त कथा लघु कल्वर की विशद व्यंजना लिए। <br />“गजरा” (चुहल) (लघु कथा )<br />अरे गप्पू ये तो अपने ही साहब हैं चल चल जल्दी" ,जैसे ही ट्राफिक लाईट पर गाड़ी रुकी महज दस साल का टिंकू अपने छोटे भाई गप्पू के साथ दौड़ता हुआ कार की दाहिनी और आकर बोला “अरे साब आज आप इतनी जल्दी ? रावण जलता देखना है ,साहब ने जल्दी से उत्तर दिया| अच्छा "साहब गजरा" टिंकू के हाथ में गजरा देखती ही बगल में बैठी मेमसाहब बोली अरे ले लो ,कितने का है...<br />HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR पर Rajesh Kumari<br /><br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64699995383619013402013-10-12T08:55:39.455+05:302013-10-12T08:55:39.455+05:30पंक में खिला कमल, किन्तु है अमल-धवल,
चोटियों से शै...पंक में खिला कमल, किन्तु है अमल-धवल,<br />चोटियों से शैल की, हिम रहा सतत पिघल,<br />जो धरा के प्राणियों की, प्यास को मिटा रहा,<br />चाँद आपनी चाँदनी से, ताप को घटा रहा,<br />वाटिका का हर सुमन, गन्ध को लुटा रहा,<br />संविधान कह रहा, प्यार से पुकार लो।<br />वर्तमान कह रहा, भविष्य को सँवार लो।।<br /><br />सुन्दर मनोहर। अप्रतिम प्रस्तुति प्रांजल अर्थ और भाव लिए।<br /><br /><br />"भविष्य को सँवार लो"<br /><br />नवल नीर बह रहा, मैल तो उतार लो।<br />वर्तमान कह रहा, भविष्य को सँवार लो।।<br /><br />रश्मियाँ जवान हैं, हो रहा विहान है,<br />कुछ समय के बाद तो, ढलान ही ढलान हैं,<br />चार दिन की चाँदनी के बाद, अन्धकार है,<br />जीत में छिपी हुई, जिन्दगी की हार है,<br />तापमान कह रहा, सोच लो-विचार लो।<br />वर्तमान कह रहा, भविष्य को सँवार लो।।<br />उच्चारण<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-74867055030492931702013-10-12T08:52:22.957+05:302013-10-12T08:52:22.957+05:30मुझको दो वरदान प्रभू!
मैं सबका ऊँचा नाम करूँ।
मानव...मुझको दो वरदान प्रभू!<br />मैं सबका ऊँचा नाम करूँ।<br />मानवता के लिए जगत में,<br />अच्छे-अच्छे काम करूँ।। <br />सुन्दर मनोहर। <br /><br />एक बालकविता<br />"बालक की इच्छा"<br /><br />मैं अपनी मम्मी-पापा के,<br />नयनों का हूँ नन्हा-तारा। <br />मुझको लाकर देते हैं वो,<br />रंग-बिरंगा सा गुब्बारा।।<br />नन्हे सुमनvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-40441829596177430002013-10-12T08:49:14.952+05:302013-10-12T08:49:14.952+05:30विचारणीय। रावण खुले घूम रहे हैं सदनों के अन्दर भी...विचारणीय। रावण खुले घूम रहे हैं सदनों के अन्दर भी बाहर भी क्या कर लेंगे आप ?संसद तो इनका संरक्षण करना चाहती थी भला हो सुप्रीम कोर्ट का उस मति मंद का जो सही बात भी गलत जगह गलत तरीके से कहता है। वरना ये एक दागी पार्टी ही बना लेते। <br /><br />--<br />हर बार सिर्फ रावण को ही क्यों जलाया जाता है<br /><br />इन सवालों का है आपके पास जवाब?? - हर बार सिर्फ रावण को ही क्यों जलाया जाता है? - रावण के साथ-साथ उसके भाई कुंभकरण और पुत्र मेघनाथ को भी क्यों जलाया जाता है? - कंस और हिरणकश्यप के पुतले क्यों नहीं जलाए जाते?....<br />WELCOME TO KHATIMAvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-82358022988636131732013-10-12T08:42:33.574+05:302013-10-12T08:42:33.574+05:30सुन्दर सूत्र संकलन !!
सादर आभार !!सुन्दर सूत्र संकलन !!<br />सादर आभार !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-67664010952428676932013-10-12T08:41:34.264+05:302013-10-12T08:41:34.264+05:30आओ मिल स्वागत करें, सोहर मंगल गान |
दादा दादी को म...आओ मिल स्वागत करें, सोहर मंगल गान |<br />दादा दादी को मिली, इक नन्हीं सी जान |<br /><br />इक नन्हीं सी जान, जान लो माता आई |<br />माता के गुणगान, करो मुन्ना पहुनाई |<br /><br />रविकर का आशीष, बुद्धि बल विद्या पाओ |<br />रहो स्वस्थ सानन्द, विराजो गुड़िया आओ || <br />स्वागत महालक्ष्मी का .सुन्दर बंदिश .<br /><br />दादा दादी को मिली, इक नन्हीं सी जान-<br /><br />"लिंक-लिक्खाड़" पर रविकर<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65672620131837508222013-10-12T08:36:14.257+05:302013-10-12T08:36:14.257+05:30
महेन्द्र भाई ये कलियुग है आसा के भी ताऊ यहाँ मिले...<br />महेन्द्र भाई ये कलियुग है आसा के भी ताऊ यहाँ मिलेंगे। और फिर आसा तो सेक्समेनियाक है। इसका इलाज़ होना चाहिए। बेटे का और इसकी हिमायती मोतर्माओं का पता नहीं कहते तो सब यही हैं लंका में सब बावन गज के हैं। आपके हौसले को दाद देनी होगी। <br /><br />--<br />आसाराम का मिशन बलात्कार !<br /><br />पहले सोच रहा था कि पांच राज्यों मं चुनाव घोषित हो गए हैं, उसकी बात करूं, 2014 यानि आम चुनाव में भले ही अभी देरी हो पर सियासी पारा बिल्कुल चढ़ा हुआ है। लेकिन इन सब पर भारी पड़ रहा है आसाराम और उसका परिवार। सूरत की दो बहनें जिस तरह सामने आई हैं और उनकी आप बीती सुनने से तो लगता है कि आसाराम और उसका दुलारा नारायण साई दोनों ही रेपिस्ट हैं। सवाल ये भी है कि अगर आसाराम रेपिस्ट नहीं होता तो भला वो क्यों भरी सभा में कहता कि वो मर्दानगी बढ़ाने के लिए दूध में सोना उबाल कर पीता है। इसके अलावा पलास का फूल और ना जाने क्या - क्या चबाता है। अच्छा इस बाप बेटे की करतूतें सुन कर ही आम आदमी हिल जाता है... <br />आधा सच...पर महेन्द्र श्रीवास्तव<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-82307081923702940992013-10-12T08:26:09.685+05:302013-10-12T08:26:09.685+05:30भूतहा महल हैं ये गाँवों के स्कूल अनेक बार इलेक्शन ...भूतहा महल हैं ये गाँवों के स्कूल अनेक बार इलेक्शन ड्यूटी भुगताई है कभी प्रिजाइडिंग आफिसर बन कभी सुपर्वाइज़र। खंडहर हैं टूटे फूटे बिन शौचालय के। <br /><br />एक समान शिक्षा निति क्यों नहीं लागू हो सकती !<br /><br />शंखनादपरपूरण खण्डेलवाल <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64236524753950836562013-10-12T08:19:58.616+05:302013-10-12T08:19:58.616+05:30सेतु संयोजन चयन साज सज्जा अभिनव अर्थ पूर्ण अव्वल द...सेतु संयोजन चयन साज सज्जा अभिनव अर्थ पूर्ण अव्वल दर्जे की। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com