tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post5376537371261242900..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "मेरी विवशता" (चर्चा मंच-1240)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-73444790871230697772013-05-12T12:13:30.329+05:302013-05-12T12:13:30.329+05:30बहुत ही रोचक और पठनीय सूत्र..बहुत ही रोचक और पठनीय सूत्र..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-11428443439922193112013-05-11T09:10:13.724+05:302013-05-11T09:10:13.724+05:30बहुत ही खूबसूरत अंदाज में बहुत ही शानदार चर्चा,साद...बहुत ही खूबसूरत अंदाज में बहुत ही शानदार चर्चा,सादर आभार आदरणीय.Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53618064070374673312013-05-10T21:23:43.254+05:302013-05-10T21:23:43.254+05:30मित्रवर!आज एक विशेषता जो नज़र आई वह यह कि चर्चा को...मित्रवर!आज एक विशेषता जो नज़र आई वह यह कि चर्चा को एक अभिलेख के रूप में प्रस्तुत किया और रचनाओं के शीर्षकों को उद्धरण के रूप में प्रस्तुत किया |यह एक सराहनीय कला है |<br />साधुवाद!! देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-49098903878874372222013-05-10T21:09:42.440+05:302013-05-10T21:09:42.440+05:30आज के चर्चा मंच की सभी चर्चाएं बेजोड हैं विशेष कर ...आज के चर्चा मंच की सभी चर्चाएं बेजोड हैं विशेष कर -<br />आतंकवादी शहीद नहीं होता, संघर्ष का दूजा नाम ही तो जवानी है...., हम बेटियों का घर ही धूप में क्यूँ ...! इस चर्चा मंच के लिये माँ सरस्वती को धय्नावाद !!देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-42252060524640427972013-05-10T19:09:06.180+05:302013-05-10T19:09:06.180+05:30सुन्दर लिंक संयोजन ,आभार शास्त्री जी सुन्दर लिंक संयोजन ,आभार शास्त्री जी अरुणाhttps://www.blogger.com/profile/11069255398676710722noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-16393042379618573032013-05-10T18:03:10.845+05:302013-05-10T18:03:10.845+05:30मेरी दो रचनाओ " फरेब" " लड़की जन्म ... मेरी दो रचनाओ " फरेब" " लड़की जन्म का अधिकार " को शामिल करने का हार्दिक आधार ....बहुत सुन्दर लिनक्स सजाई गये हैं नीलिमा शर्मा Neelima Sharma https://www.blogger.com/profile/15015116506093296186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-13875044788079521392013-05-10T16:30:16.712+05:302013-05-10T16:30:16.712+05:30बहुत अच्छी तरह से प्रस्तुत किया है आज की चर्चा क...बहुत अच्छी तरह से प्रस्तुत किया है आज की चर्चा को। धन्यवाद श्रीमान। Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-61878695741073990332013-05-10T13:26:39.618+05:302013-05-10T13:26:39.618+05:30सुन्दर लिंक संयोजन...रोचक चर्चा...आभार सुन्दर लिंक संयोजन...रोचक चर्चा...आभार Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-50172510423080587962013-05-10T13:23:28.905+05:302013-05-10T13:23:28.905+05:30सुन्दर चर्चा है ..आभार.सुन्दर चर्चा है ..आभार.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-68450079375445148362013-05-10T13:07:43.601+05:302013-05-10T13:07:43.601+05:30बहुत अच्छा लिंक्स संयोजन शास्त्री जी ,मेरी रचना को...बहुत अच्छा लिंक्स संयोजन शास्त्री जी ,मेरी रचना को भी आपने स्थान दिया ,आपका आभार !कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-76380095801084892872013-05-10T12:30:45.714+05:302013-05-10T12:30:45.714+05:30बहुत सुंदर चर्चा
आज कुछ अलग ही अंदाज है चर्चा का।
...बहुत सुंदर चर्चा<br />आज कुछ अलग ही अंदाज है चर्चा का।<br /> महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/18051207879771385090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-11350623892881162972013-05-10T11:46:20.588+05:302013-05-10T11:46:20.588+05:30सुन्दर सार्थक चर्चा..मेरी रचना शामिल करने के लिए आ...सुन्दर सार्थक चर्चा..मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार .....<br />...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-72946946693242622852013-05-10T11:38:13.142+05:302013-05-10T11:38:13.142+05:30बेहतरीन लिंक्स संयोजन ... आभार इस प्रस्तुति के ल...बेहतरीन लिंक्स संयोजन ... आभार इस प्रस्तुति के लिए <br />सादरसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-48921970775434756162013-05-10T11:04:22.366+05:302013-05-10T11:04:22.366+05:30आदरणीय गुरुदेव श्री बहुत ही सुन्दर सार्थक चर्चा हा...आदरणीय गुरुदेव श्री बहुत ही सुन्दर सार्थक चर्चा हार्दिक आभार. अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-3600171999323558432013-05-10T10:54:10.137+05:302013-05-10T10:54:10.137+05:30
मेरी विवशता---
’मेरी व्याकुलता पर मे...<br /> <br /><br />मेरी विवशता---<br /> ’मेरी व्याकुलता पर मेरी असहजता पर प्रश्नचिन्ह बन,मुझे सलीब पर लटका देता है.’<br />जो कांटा आपको चुभ रहा है---मेरे विचार से,आज हर विचारशील को वह कांटा रोज चुभता है.<br />क्या करें---हमारी व्यवस्थाओं ने,सब्ज बाग दिखा कर,हमें जकड लिया है.<br />’ढूंढने चले थे,वादियों में चमन को<br />कि,एक पैर फिसला,और गर्त में चले गये’<br />ये खेल,ये तमाशे,हर नुक्कड,हर चौराहों पर चल रहें हैं---घरों में आग लगी हुई है,मंदिर धौकों की दुकाने हो गईं हैं.भगवान भी तो नहीं मिलता,वह भी लंगोटी-लौटा उठा कर कहीं रफूचक्कर हो गया है.<br />भ्रम के मकड जाल में पूरा आस्तित्व फंसा हुआ है.आज हम उम्र की गरिमा को नकार चुके हैं,रिश्तों की मिठास को भूल चुके हैं,किसी की खुशी हमें समझ नहीं आती,आसूं हमें मजाक लगते हैं.<br />शरीर पर आकर जीवन उलझ गया है,यह मन कुछ कह रहा है,आत्मा कुछ कह रही है,सुनने के लिये कान ही नहीं ---क्या करें शोर इतना हो गया है.<br />प्रकृति आंखे फाडे देख रही है---हो क्या रहा है?<br />हम चिडियों को दाना डालना भूल गये.चीटियों को चीने के दानें,फूलों को चुनना भूल गये,मालाओं में फूल गुंथते हैं,बिकने के लिये---५ रुपये की माला,१० रुपये की माला,उसी अनुपात में श्रद्धा बिक रही है.<br />’कुछ फैसले अब हो ही जाने चाहिये,भारत के भविष्य पर----’<br />गुरु जी,आपने आवाज उठाई,सादर धन्यवाद.<br />प्रश्न है---बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे?<br /><br /><br />मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-48588563963879246642013-05-10T10:23:18.194+05:302013-05-10T10:23:18.194+05:30आभार.
सही कहा जाता है कि
आतंकवादी शहीद नहीं होता...आभार.<br />सही कहा जाता है कि<br /><br /><b> आतंकवादी शहीद नहीं होता....</b>राजनैतिक स्वार्थ के लिए आम जनता को भड़काना और ख़ून ख़राबे के लिए उनका इस्तेमाल करना राजनेताओं की पुरानी चाल है। नौजवानों में जोश ज़्यादा होता है और अनुभव कम। ऐसे में वे शातिर बूढ़े नेताओं के भड़काने के बाद दंगे से लेकर आतंकवादी घटनाएं तक अंजाम देते रहते हैं...।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53175993232589491492013-05-10T09:51:49.339+05:302013-05-10T09:51:49.339+05:30चर्चा बहुत शानदार |
मेरी रचना शामिल करने के लिए आभ...चर्चा बहुत शानदार |<br />मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |<br />आशा Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7672017145941912162013-05-10T09:32:00.671+05:302013-05-10T09:32:00.671+05:30उद्वेलित करने वाले लिंक्स. हरी धरती को जगह देने के...उद्वेलित करने वाले लिंक्स. हरी धरती को जगह देने के लिये आभार्PAWAN VIJAYhttps://www.blogger.com/profile/14648578581549077487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7991015547639159812013-05-10T09:19:42.036+05:302013-05-10T09:19:42.036+05:30बढ़िया चर्चा !!बढ़िया चर्चा !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-29325313246483313832013-05-10T09:16:29.657+05:302013-05-10T09:16:29.657+05:30मै तो सिर्फ ये दो शब्द आपके लिए कहना चाहूँगा ,
मै ...मै तो सिर्फ ये दो शब्द आपके लिए कहना चाहूँगा ,<br />मै तो आज ऑनलाइन आया हूँ सिर्फ आपके लिए वर्ना तो आज छुट्टी थी.Gulsco Digital Marketinghttps://www.blogger.com/profile/07830935084143692549noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-69286198840098422122013-05-10T09:10:17.300+05:302013-05-10T09:10:17.300+05:30बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7672087860577641712013-05-10T09:10:10.522+05:302013-05-10T09:10:10.522+05:30चर्चा लगाने वाला मेहनत से चर्चा लगाता है
मेरे से ल...चर्चा लगाने वाला मेहनत से चर्चा लगाता है<br />मेरे से लेकिन कहीं नहीं अब जाया जाता है <br />आभार व्यक्त तो करना ही है आकर यहाँ<br />टिप्पणी करने में खर्चा ज्यादा हो जाता है <br />महसूस कुछ ऎसा हुआ है हमेशा ही यहाँ<br />मैं जिसके वहाँ जाता हूँ वो ही मेरे यहाँ आता है !<br /><br /><br /><br />सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-54968397885095679532013-05-10T07:52:55.609+05:302013-05-10T07:52:55.609+05:30बढ़िया लिनक्स हैं ....... चैतन्य को शामिल करने का ...बढ़िया लिनक्स हैं ....... चैतन्य को शामिल करने का आभार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-71411586272235646452013-05-10T06:47:46.272+05:302013-05-10T06:47:46.272+05:30यशोदा बहन जी!
मैं तो चर्चा में हमेशा ही 30 से 35 क...यशोदा बहन जी!<br />मैं तो चर्चा में हमेशा ही 30 से 35 के बीच मे ही लिंक लगाता हूँ।<br />इतने तो सहजता से बाँचे जा ही सकते हैं!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-87913098041625744242013-05-10T06:08:57.119+05:302013-05-10T06:08:57.119+05:30शुभ प्रभात
कहानी नुमा लिंकों का गुलदस्ता
लिंक इतने...शुभ प्रभात<br />कहानी नुमा लिंकों का गुलदस्ता<br />लिंक इतने सारे......<br />विस्तृत रुप से पठन आज तो मुश्किल ही है<br />और छोड़ना नामुकिन<br />सादर....<br />yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com