tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post5710093010195792440..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: लोकतंत्र का महापर्व आया है ( चर्चा - 1564 )अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56969433312613322262014-03-28T06:35:53.946+05:302014-03-28T06:35:53.946+05:30रोचक ...शुक्रिया ....रोचक ...शुक्रिया .... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-62463207019853509852014-03-27T21:23:44.120+05:302014-03-27T21:23:44.120+05:30बहुत बढ़िया सभी बहुत बढ़िया सभी सविता मिश्रा 'अक्षजा'https://www.blogger.com/profile/16410119759163723925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9399011913514470442014-03-27T20:46:58.796+05:302014-03-27T20:46:58.796+05:30shukriya sir ji!shukriya sir ji!Parul kananihttps://www.blogger.com/profile/11695549705449812626noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53617780685044142992014-03-27T19:32:32.468+05:302014-03-27T19:32:32.468+05:30राजनीति को देख कर, अक्ल गयी चकराय !
कौन मसीहा मिले...राजनीति को देख कर, अक्ल गयी चकराय !<br />कौन मसीहा मिले जों, पी.एम. उसे बने !!<br />आप की रचना अच्छी है ! देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-10945524354049116662014-03-27T17:16:26.258+05:302014-03-27T17:16:26.258+05:30सुन्दर सशक्त अभिव्यक्ति
आशाएँ मुस्काती हैं
सुन्दर सशक्त अभिव्यक्ति <br /><br /><br />आशाएँ मुस्काती हैं<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-90667511625528628942014-03-27T17:11:15.667+05:302014-03-27T17:11:15.667+05:30बहुत सुन्दर बहुत सटीक और चुनाव -गर्भित पोस्ट :
We...बहुत सुन्दर बहुत सटीक और चुनाव -गर्भित पोस्ट :<br /><br />Wednesday, March 26, 2014<br />एक चोला एक देश से ऊपर होता चला जायेगा<br />परिवार के परिवार <br />जहाँ बने हैं सेवादार <br />डेढ़ अरब लोगों का <br />बना कर एक बाजार <br />अगर लगाते हैं मेला <br />करते हैं खरीद फरोख्त <br />भेड़ बकरियों की तरह <br />कहीं खोखा होता है <br />कहीं होता है एक ठेला <br />ऐसे मैं अगर कोई <br />बदल भी लेता है <br />अपना चोला <br />तो तेरा दिल क्यों <br />खाता है हिचकोला <br />कुँभ के समय में ही <br />कोई डुबकी लगायेगा <br />गँगा मैय्या को <br />अपने पापों की <br />गठरी दे जायेगा <br />खुद सोच <br />पाँच साल कैसे <br />एक चोला चल पायेगा <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-35886696494634241052014-03-27T17:01:02.207+05:302014-03-27T17:01:02.207+05:30मैं इस उम्मीद पे डूबा के तू बचा लेगा
मैं बुझ गया...मैं इस उम्मीद पे डूबा के तू बचा लेगा <br /><br />मैं बुझ गया तो हमेशा बुझ ही जाऊंगा ,<br /><br />कोई चराग नहीं है जो फिर जला लेगा। <br /><br />सुन्दर बंदिश है <br /><br />मैं इस उम्मीद पे डूबा के तू बचा लेगा <br /><br />मैं बुझ गया तो हमेशा बुझ ही जाऊंगा ,<br /><br />कोई चराग नहीं है जो फिर जला लेगा। <br /><br />सुन्दर बंदिश है virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-49103474821306148052014-03-27T16:54:07.477+05:302014-03-27T16:54:07.477+05:30बहुत सुन्दर है आराधना के स्वर :
"नन्हे सुमन ...बहुत सुन्दर है आराधना के स्वर :<br /><br />"नन्हे सुमन की वन्दना" <br /> <br />तान वीणा की सुनाओ कर रहे हम कामना।<br />माँ करो स्वीकार सुमनों की प्रबल आराधना।।<br /><br />अब ध्ररा पर ज्ञान की गंगा बहाओ,<br />तम मिटाकर सत्य के पथ को दिखाओ,<br />लक्ष्य में बाधक बना अज्ञान का जंगल घना।<br />माँ करो स्वीकार सुमनों की प्रबल आराधना...<br />नन्हे सुमनvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-6745712597220850522014-03-27T16:50:10.875+05:302014-03-27T16:50:10.875+05:30विविध रूप रस गंध लिए बेहतरीन चर्चा संक्षिप्त ,सुन्...विविध रूप रस गंध लिए बेहतरीन चर्चा संक्षिप्त ,सुन्दर। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-66378283808660095942014-03-27T16:49:26.278+05:302014-03-27T16:49:26.278+05:30आज मैं अपने जीवन के, ७२ बसंत पुरे कर चूका हूँ
और ...आज मैं अपने जीवन के, ७२ बसंत पुरे कर चूका हूँ <br />और ७३ वें बसंत में कदम रख रहा हूँ ... <br />सफ़र कहाँ तक है ,कब तक है ,ये भविष्य के गर्भ में छिपा है ... <br />आप से सिर्फ एक बात का इच्छुक हूँ, <br />आप के स्नेह का ,आप की दुआ का , <br />स्वस्थ रहूँ ..दुआ कीजिये ... <br /><br />चर्चा मंच परिवार की ओर से <br />आपका हार्दिक शुभकामनाएँ..<br />यादें...पर Ashok Saluja<br /><br />सलामत रहो -रोशन तुम्ही से दुनिया रौनक हो तुमही जहां की (ब्लॉग )virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-36297508005920696242014-03-27T11:45:54.593+05:302014-03-27T11:45:54.593+05:30बढ़िया सूत्र प्रस्तुति भी बढ़िया , विर्क साहब व मं...बढ़िया सूत्र प्रस्तुति भी बढ़िया , विर्क साहब व मंच को धन्यवाद !<br /><a href="http://www.samadhaaninhindi.blogspot.in/2014/03/inspiring-stories-part-3.html?m=1/" rel="nofollow"> बुद्धिवर्धक कहानियाँ - ( ~ प्राणायाम ही कल्पवृक्ष ~ ) - { Inspiring stories part -3 }</a>आशीष अवस्थीhttps://www.blogger.com/profile/05326902845770449131noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-55556065396814040832014-03-27T10:59:48.600+05:302014-03-27T10:59:48.600+05:30रोचक व पठनीय सूत्र।रोचक व पठनीय सूत्र।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-79261961827899885292014-03-27T10:14:34.429+05:302014-03-27T10:14:34.429+05:30बहुत सुन्दर चर्चा।बहुत सुन्दर चर्चा।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-42732530049697658012014-03-27T08:32:02.866+05:302014-03-27T08:32:02.866+05:30सुंदर सूत्र संयोजन दिलबाग का । उलूक का सूत्र "...सुंदर सूत्र संयोजन दिलबाग का । उलूक का सूत्र "एक चोला एक देश से ऊपर होता चला जायेगा" शामिल किया आभार ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-32094060766103982012014-03-27T06:11:02.369+05:302014-03-27T06:11:02.369+05:30बहुत सुन्दर चर्चा।
चर्चा मंच के सबसे विश्वसनीय चर्...बहुत सुन्दर चर्चा।<br />चर्चा मंच के सबसे विश्वसनीय चर्चाकार<br />आदरणीय दिलबाग विर्क जी की निष्ठा<br />और श्रम को नमन करता हूँ।<br />आभार आपका।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com