tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post7601873331837929099..comments2024-03-17T16:48:49.459+05:30Comments on चर्चामंच: "कल हो न हो." (चर्चा मंच-1100)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger31125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-89326803047560808262013-01-31T14:04:55.265+05:302013-01-31T14:04:55.265+05:30मेरे ब्लॉग को यहाँ शामिल करने के लिए धन्यवाद.मेरे ब्लॉग को यहाँ शामिल करने के लिए धन्यवाद.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/10256861730529252919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53525917427958253782012-12-21T21:35:04.313+05:302012-12-21T21:35:04.313+05:30बहुत ही सुंदर चर्चा | सारे लिंक्स अच्छे |बहुत ही सुंदर चर्चा | सारे लिंक्स अच्छे |Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12634209491911135236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-60565613586690283932012-12-21T21:27:27.838+05:302012-12-21T21:27:27.838+05:30बहुत अच्छे सूत्र संजोये हैं बहुत बहुत बधाई पूरे द...बहुत अच्छे सूत्र संजोये हैं बहुत बहुत बधाई पूरे दिन व्यस्तता के कारण अभी चर्चा मंच खोला है Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-85816682817195809262012-12-21T20:50:16.659+05:302012-12-21T20:50:16.659+05:30शुक्रवार छुट्टी के कारण देर से आने के लिए माफ़ी चा...शुक्रवार छुट्टी के कारण देर से आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ। चर्चा आज भी हमेशां की तरह बेहतर रही। कई लिंक्स ऐसे हैं जहाँ मै पहली बार गया। इस तरह की ब्लोग्स का परिचय करवाने के लिए शुक्रिया।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11687562436927833964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-15642717130025015682012-12-21T19:57:39.341+05:302012-12-21T19:57:39.341+05:30बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ..
आभार!बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ..<br />आभार!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-6127957822521027512012-12-21T19:56:02.715+05:302012-12-21T19:56:02.715+05:30बलात्कारियों के लिए जनता की मांग फांसी है , जबकि प...बलात्कारियों के लिए जनता की मांग फांसी है , जबकि पुलिस उसने लिए उम्रकैद की मांग कर रही है ताकि वो इस गुंडों को खिला-पिला कर मोटा कर सके और तगड़े होकर बाहर आये ताकि अनेक और मासूमों की जिंदगी से खिलवाड़ कर सकें ! लड़की की तो ज़िन्दगी बर्बाद कर दी , उसकी पूरी आंत निकाल दी गयी है , अब वो कभी खाना भी नहीं खा सकेगी मुंह से ! इंटरा-वीनस फीड देना पड़ेगा। किसी भी अंग में यदि गैंग्रीन हो गया तो उसे भी काट कर अलग कर दिया जाएगा। वेंटिलेटर पर है , खुद से सांस भी नहीं ले सकती ! लड़की तो तिल-तिल मर रही है और बदले में अपराधी जेल में मुफ्त की रोटी तोड़ेंगे ?<br /><br />इन बलात्कारियों को गोली से भून दो या फांसी पर लटकाओ ! समाज से गन्दगी हटाओ ! एक पल भी बर्दाश्त नहीं हैं ऐसे लोग समाज में !<br /><br />Thanks for providing great links.<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-84041150532875638402012-12-21T19:32:18.980+05:302012-12-21T19:32:18.980+05:30अच्छे लिंकों के साथ के सुंदर चर्चा,,,,,
अच्छे लिंकों के साथ के सुंदर चर्चा,,,,,<br />धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-42789206361983387782012-12-21T19:06:49.279+05:302012-12-21T19:06:49.279+05:30Most appreciated discussion... chow!Most appreciated discussion... chow!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30677824194765430112012-12-21T15:44:50.434+05:302012-12-21T15:44:50.434+05:30 बेहतर चुनाव, बढ़िया प्रस्तुति..... बेहतर चुनाव, बढ़िया प्रस्तुति.....avanti singhhttps://www.blogger.com/profile/05644003040733538498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-79711381565951904992012-12-21T14:05:28.102+05:302012-12-21T14:05:28.102+05:30नारियां हमारे समाज में महत्वपूर्ण पारिवारिक इकाई र...नारियां हमारे समाज में महत्वपूर्ण पारिवारिक इकाई रहीं हैं .चाहे वह किसी वंश या कुल की हों .उनकी मर्यादा रक्षा की सामन्य धारणा हर पुरुष के मन में होती थी .उसकी रक्षा करते समय कोई <br /><br />शीलवान पुरुष उनकी जाती नहीं पूछा करता था .भारतीय मन की इस मर्यादा को अगर किसी ने खंडित किया है तो उन राजनीतिक व्यक्तियों ने चाहे वह पुरुष हों या नारी ,जो अपनी सुरक्षा के लिए <br /><br />पचासों अंग रक्षक साथ लेकर चलतें हैं .उन्हें ऐसे नैतिक मुद्दों पर घडयाली आंसू बहाने और आश्वासन देने का कोई हक़ हासिल नहीं है .चाहे फिर वह शीला दीक्षित हों या फिर सोनिया गांधी .उन बबुओं <br /><br />के बारे में क्या कहा जाए जो भारत भर के युवाओं से मिलते घूम रहें हैं .क्या सिर्फ वोट के लिए युवाओं के बीच में घूमना बस यही उद्देश्य है ?उस कथित युवा सम्राट की अब तक तो कोई टिपण्णी भी नहीं <br /><br />आई .<br /><br />एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :41. बलात्कार की स्त्रीवादी परिभाषा<br /><br /><br />डॉ.जेन्नी शबनम<br />अजीब होती है हमारी ज़िंदगी । शांत सुकून देने वाला दिन बीत रहा होता है कि अचानक ऐसा हादसा हो जाता की हम सभी स्तब्ध हो जाते हैं । हर कोई किसी न किसी दुर्घटना के पूर्वानुमान से सदैव आशंकित और आतंकित रहता है । कब कौन-सा वक़्त देखने को मिले कोई नहीं जानता न भविष्यवाणी कर सकता है । कई बार यूँ लगता है जैसे हम सभी किसी भयानक दुर्घटना के इंतज़ार में रहते हैं, और जब तक ऐसा कुछ हो न जाए तब तक उस पर विमर्श और बचाव के उपाय भी नहीं करते हैं …virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-55453383036632369332012-12-21T13:49:26.040+05:302012-12-21T13:49:26.040+05:30शीला सोनिया तमाम सांसद और उनके बच्चे इस देश में सु...शीला सोनिया तमाम सांसद और उनके बच्चे इस देश में सुरक्षित हैं वी आई पी दर्जा है इनका ,आम आदमी के साथ सिर्फ कांग्रेस का दिखाऊ हाथ है, सुरक्षा नहीं .सभी नारियां दलित पद दलित नहीं <br /><br />हैं .यहाँ सुरक्षा सिर्फ नेताओं के लिए है बाकी सब विकलांग हैं .किसी के पास जेड सिक्युरिटी है किसी के पास जेड प्लस ,क्या खतरा है इन ललुवों को ,इनके एक दर्जन लाल और लालियों को ?क्या <br /><br />खतरा है प्रियंका गांधी को ?और अगर नहीं है तो क्यों नहीं है ?.क्यों एक सामन्य सुरक्षा भी देश की आधी आबादी को उपलब्ध नहीं है .बुनियादी सवाल पुलिस सुरक्षा का एक तरफ़ा इस्तेमाल है <br /><br />700 <br /><br />सांसदों और हजारों विधायकों द्वारा ,विषम इस्तेमाल है यह सुरक्षा उपकरण का ,आदमी एक सुरक्षा कर्मी पचास .आदमी है या नर पिशाच ?<br /><br />एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :<br /><br />पुराने ज़माने की माँ<br />Sudhinama<br />तुम्हारे लिए मैं आज भी वही पुराने ज़माने की माँ हूँ मेरी बेटी तुम चाहे मुझसे कितना भी नाराज़ हो लो तुम्हारे लिए मेरी हिदायतें और पाबंदियाँ आज भी वही रहेंगी जो सौ साल पहले थीं क्योंकि हमारा समाज, हमारे आस-पास के लोग, औरत के प्रति उनकी सोच, उनका नज़रिया और उनकी मानसिकता आज भी वही है जो कदाचित आदिम युग में हुआ करती थी ! आज कोई भी .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65882139640864916542012-12-21T13:28:47.668+05:302012-12-21T13:28:47.668+05:30सार्थक लिनक्स संजोये हैं .मेरी पोस्ट को स्थान देने...सार्थक लिनक्स संजोये हैं .मेरी पोस्ट को स्थान देने हेतु आभार <a href="http://shalinikaushik2.blogspot.com" rel="nofollow">फाँसी : पूर्ण समाधान नहीं </a>Shalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-82655016773120153252012-12-21T13:24:03.562+05:302012-12-21T13:24:03.562+05:30
डॉ .अनवर ज़माल आप विषय ही ,पोस्ट की प्रस्तावना ही...<br />डॉ .अनवर ज़माल आप विषय ही ,पोस्ट की प्रस्तावना ही अदबदाके बदल रहें हैं .एक माँ की दुश्चिंता बेटी के प्रति है यहाँ रही बात कन्या भ्रूण हत्या की ,पत्नी के गर्भ धारण की ,इस पर आज भी <br /><br />पुरुष का ही वर्चस्व है ,एक माँ की दुश्चिंता बूझने के लिए ,माँ बनना पड़ेगा <br />पुराने ज़माने की माँ<br />Sudhinama<br />तुम्हारे लिए मैं आज भी वही पुराने ज़माने की माँ हूँ मेरी बेटी तुम चाहे मुझसे कितना भी नाराज़ हो लो तुम्हारे लिए मेरी हिदायतें और पाबंदियाँ आज भी वही रहेंगी जो सौ साल पहले थीं क्योंकि हमारा समाज, हमारे आस-पास के लोग, औरत के प्रति उनकी सोच, उनका नज़रिया और उनकी मानसिकता आज भी वही है जो कदाचित आदिम युग में हुआ करती थी ! आज कोई भी .<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-21885059750472286932012-12-21T13:09:09.499+05:302012-12-21T13:09:09.499+05:30
धनी रोटियाँ फेंकता ,दीन हीन मोहताज़
बढ़िया प्र...<br />धनी रोटियाँ फेंकता ,दीन हीन मोहताज़ <br /><br />बढ़िया प्रस्तुति .<br /><br />बढ़िया सांगीतिक कहानी बकरी की .<br /><br />बाल मन की राहें.....बच्चों का ब्लांग<br /><br /><br /><br />भेड़िया और बकरी का बच्चा ( गीतो भरी कहानी) <br /><br />आओ बच्चों आज मैं तुम्ह्रें बकरी के बच्चे की एक कहानी सुनाती हूँ जिसने मुसिबत में हिम्मत से काम लिया बिल्कुल नही घबराया.. ….तो चलो सुनते है ये कहानी.. .<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-49163692134379314242012-12-21T13:05:18.636+05:302012-12-21T13:05:18.636+05:30नंगापन फैशन बना, इससे रहना दूर।
क्षणिक वासना के लि...<br />नंगापन फैशन बना, इससे रहना दूर।<br />क्षणिक वासना के लिए, मत होना मजबूर।४।<br /><br />महिलाएँ कर चाकरी, हो जाती बदनाम।<br />भड़कीली पौशाक में, करती काम तमाम।५।<br /><br />जिसमें हो शालीनता, पहनो वो परिधान।<br />सीमित हो व्यव्हार तो, बना रहे सम्मान।६।<br /><br />दोहावली अच्छी है लेकिन प्रस्तावना से आपकी विमत .<br /><br />सारी शालीनता औरत के लिए आदमी वैचारिक स्तर पर लम्पट रहे .परिधान की आड़ लेके बलात्कृत करे पेशीय बलहीनाओं को ? परिधान तो द्वापर में चोली अंगरखा था ........क्या गोपिकाएं कृष्ण को आमंत्रित करती थीं ?<br /><br />अन्त में कुछ दोहे<br />"दोहा सप्तक"<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-26824780833310285882012-12-21T12:15:30.724+05:302012-12-21T12:15:30.724+05:30बहुत खूब गाफिल साहब .
मैं ग़ाफ़िल यूँ भी ख़ुश हूँ...बहुत खूब गाफिल साहब .<br /><br />मैं ग़ाफ़िल यूँ भी ख़ुश हूँvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-81568039670468981562012-12-21T12:12:19.660+05:302012-12-21T12:12:19.660+05:30शुक्रिया। बेहतर चुनाव किया गया है।शुक्रिया। बेहतर चुनाव किया गया है।Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-91369323662837749602012-12-21T12:11:25.729+05:302012-12-21T12:11:25.729+05:30
आपने पोस्ट में भले सही सटीक मुद्दे उठाए हैं लेकिन...<br />आपने पोस्ट में भले सही सटीक मुद्दे उठाए हैं लेकिन सबसे सहमत होना मुश्किल है जिस देश में सरकार क़ानून का पालन करवाना भूल चुकी हो ,क़ानून कानूनी तौर पे नहीं सामने वाले का मुंह देख <br /><br />के लागू होता हो ,वाड्रा क़ानून अलग ,गडकरी अलग ,कलावती क़ानून अलग , देश में ऐसा आइन्दा भी होता रहेगा .<br /><br />जनाक्रोश या निर्वीर्यों द्वारा पुंसत्व का उद्घोष?<br /><br />विषय: अपनी गरेबान <br />मर्मान्तक पीड़ा और उतनी ही शर्मिन्दगी से यह सब लिख रहा हूँ। रुका नहीं जा रहा। पीड़ा इसलिए कि सहा नहीं जा रहा और शर्म इसलिए कि इस सबमें मैं भी बराबर से शरीक हूँ….<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-24950397790740675122012-12-21T12:10:40.941+05:302012-12-21T12:10:40.941+05:30आभार "जीवनधारा" को चर्चामंच पर शामिल करन...आभार "जीवनधारा" को चर्चामंच पर शामिल करने के लिए । सामयकिता के प्रभाव से अछुते नही है आज के लिंक । अच्छी प्रस्तुति ।Sunita Sharma Khatrihttps://www.blogger.com/profile/10860643098392133673noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-27613790622095173442012-12-21T12:04:20.816+05:302012-12-21T12:04:20.816+05:30आदरणीय शास्त्री सर बहुत ही सुन्दर मंच सजा है अच्छे...आदरणीय शास्त्री सर बहुत ही सुन्दर मंच सजा है अच्छे लिंक्स के साथ.अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-4253469639721218752012-12-21T11:04:05.981+05:302012-12-21T11:04:05.981+05:30चर्चा चढ़ी मंच पर अरु प्रकट करे आभार ।
चर्चा को पा...चर्चा चढ़ी मंच पर अरु प्रकट करे आभार ।<br />चर्चा को पाठक मिले सहित हर्ष साभार ।।<br /><br />आदरणीय मंच समन्वयक श्री मयंक शास्त्री जी , एवं समस्त मंच मंडली को , प्रणाम <br />धन्यवाद एवं शुभकामनाये <br />जय हिन्द !Tarun / तरुण / தருண் https://www.blogger.com/profile/13383539658535803715noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-22512697629740377542012-12-21T10:43:43.761+05:302012-12-21T10:43:43.761+05:30विविधता से भरी सुन्दर चर्चा मंच -बहुत सुन्दर
नई प...विविधता से भरी सुन्दर चर्चा मंच -बहुत सुन्दर <br />नई पोस्ट :गांधारी के राज में नारी !कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-61310081801846313252012-12-21T10:33:38.049+05:302012-12-21T10:33:38.049+05:30सुन्दर लिंक्स्…………बढिया चर्चासुन्दर लिंक्स्…………बढिया चर्चाvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-48284626087408448692012-12-21T10:29:09.559+05:302012-12-21T10:29:09.559+05:30आपका आभार!!आपका आभार!!मनोज पटेलhttps://www.blogger.com/profile/18240856473748797655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-89130517926314594832012-12-21T09:25:56.219+05:302012-12-21T09:25:56.219+05:30बहुत ही सुन्दर सूत्र सजाये हैं।बहुत ही सुन्दर सूत्र सजाये हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com