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बुधवार, जुलाई 18, 2012

भगवान् राजेश खन्ना की आत्मा को शान्ति प्रदान करे | सादर नमन || : चर्चा मंच 944


  1. काका दुनिया से चले, सूना फिल्मिस्तान।
    ईश्वर अपने चरण में, तुमको दें स्थान।।


 स्वागत है इस सप्ताह के नए सदस्यों !!
 
(0)
 नई -प्रस्तुति 

उत्तराखंड की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक :- 

माँ नन्दा देवी राज जात यात्रा

  1. ढूँढ-ढूँढ कर ला रहे, नये-नये हम ब्लोग।
    चला करवाँ लक्ष्य को, जुड़े बहुत से लोग।।

 

 (1)

फिर से वही दोगलापन – क्रिकेट डिप्लोमेसी

  1. लिंक-1
    लहरों में नौका फँसी, जल है अगम-अपार।
    दुविधा में नाविक पड़ा, कौन लगाए पार।।
     Replies



    1. फिर से देखो हो गया, क्रिकेट का अनुबन्ध।
      इन्तजार इस बात का सुधरें जब सम्बन्ध।।

 (2)

समझें हम.

  1. (2)
    समझें हम
    हम भी समझे
    अच्छा लिखा है बहुत ही आपने पर
    आम आदमी ये सब सोचता है
    नेता इसी को तो खोदता है
    चैन से आप साथ रहने लग जाओगे
    क्या नेताओं की दुकाने बंद करवाओगे ।

 


(3)

"हरेला हरितक्रान्ति का पर्व है" 

 (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

  1. (3)
    "हरेला हरितक्रान्ति का पर्व है"
    हैप्पी हरेला !!!
    बहुत खूब लिखा है !!!
    ReplyDelete

    Replies







    1. हरियाली के पर्व का, कितना सुन्दर नाम।
      हरा-भरा परिवेश हो, सुन्दर-सुखद-ललाम।।

(4)

जिंदगी सिगरेट का धुआँ ...

  1. (4)
    जिंदगी सिगरेट का धुआँ ...
    वाह क्या अंदाज है
    सिगरेट है धुआँ है
    सैंडिल है बट है
    बस वो नहीं है
    बस धुआँ है
    पता भी नहीं
    चलता है अब
    कहाँ कहाँ है !

Replies



  1. धुआँ-धुआँ जीवन किया, तम्बाकू ने आज।
    जकड़ा इसके जाल में, अपना सर्व समाज।।


(5)

कब मिल पायेगा लड़कियों को एक सुरक्षित समाज ....

  1. (5)
    कब मिल पायेगा लड़कियों को एक सुरक्षित समाज ....


    समस्या जिस भी कारण से हो , आत्मसंयम और आत्मनियंत्रण से बढ़कर और कोई समाधान मुझे नजर नहीं आता .

    सुंदर अभिव्यक्ति सटीक आलेख !!


    1. (5)

      कब मिल पायेगा लड़कियों को एक सुरक्षित समाज ....
      एक तरफ है भ्रूण हत्याएं दूसरी तरफ दहेज़ की मार.

      (8)
      बेटी के नाम एक पत्र लिखा है अभिव्यंजना में ,
      जनम दिवस को विशेष बनाया आज एक माँ ने.

       eplies



      1. रक्षक ही भक्षक बने, बिगड़ा है परिवेश।
        नारी नर की खान है, भूल गये उपदेश।।

 (6)

खबर बहादुर

  1. (6)
    खबर बहादुर

    खबर बहादुरों का भी एक रैकेट होता है
    उसकी क्वालिफिकेशन जो ले लेता है
    फिर वो काम कुछ नहीं करता है
    उसने काम किया बस ये खबर में होता है
    मीडिया के लोगों से उसका दोस्ताना होता है
    अपना तो जो भी करे अच्छे लोगों की
    अच्छी खबर को भी जब चाहे वो रोक लेता है
    हमारे यहां तो हर दूसरा खबर बहादुर होता है
    अच्छा लगा सुन कर कि वो आपके यहां भी होता है ।

 


(7)

मानसिक पराधीनता

  1. (7)
    मानसिक पराधीनता
    हम दैहिक पराधीनता से मुक्त होना तो चाहते हैं; पर मानसिक पराधीनता में अपने-आपको स्वेच्छा से जकड़ते जा रहे हैं। इतने में ही सब कुछ कह गये !!

    बहुत सुंदर आलेख !

 


(8) 

बेटी के नाम एक पत्र 

 ( उसके जन्मदिन पर )



  1. (8)
    बेटी के नाम एक पत्र
    ( उसके जन्मदिन पर )
    अभिव्यंजना
    बेटी को आशीर्वाद और ढेरों शुभकामनाऎं !!
    बहुत सुंदर पत्र !!

  1. (5)

    कब मिल पायेगा लड़कियों को एक सुरक्षित समाज ....
    एक तरफ है भ्रूण हत्याएं दूसरी तरफ दहेज़ की मार.

    (8)
    बेटी के नाम एक पत्र लिखा है अभिव्यंजना में ,
    जनम दिवस को विशेष बनाया आज एक माँ ने.


    1. लिंक न० ८


      जन्म दिन पर मिले,खुशियाँ देय तुम्हे ईश
      फूलो-फलो सदा-खुश रहो,देती तुम्हे आशीष,

(9)

बाज़ की उड़ान

learnings

  1. (9)
    बाज़ की उड़ान learnings

    चूजा होकर भी
    बाज बना जाता है
    कुछ पाना हो तो
    बड़ा सोचने में
    क्या जाता है ।।

 


(11) 

आई देश में आंधियाँ....

काव्यान्जलि ...
  1. (11)
    आई देश में आंधियाँ....
    काव्यान्जलि ...

    बहुत ही खुबसूरत और दिल को छु जाने वाले जज्बात.
    काश की हर भारतीय इसी तरह रास्ट्रीय एकता के बारे में सोचने लग जाये.उस दिन मेरा भारत साम्प्रदायिकता से पाक होकर अमन की पहचान बन जायेगा.

 

 (12)

महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनायें !


(13)

कार्टून कुछ बोलता है - 

गरिमा का भी घोटाला !




 (14)

सामूहिक ब्लॉग में शामिल होने के फायदे

एक ब्लॉग सबका
  1. (14)
    एक ब्लॉग सबका
    सामूहिक ब्लॉग में शामिल होने के अनगिनत हैं फायदे ,
    ब्लोगों को प्रचार मिलेगा ,बहुत से रीडर आयेंगे.
    आप भी अपने ब्लॉग को इनमे शामिल करवाइए ,
    और अपने ब्लॉग के लिए खूब प्रमोशन पाइये.
    इससे ब्लॉग का होता है प्रचार और प्रसार ,
    और ब्लॉग को मिलती है एक नयी पहचान.
    नए नए लोगों तक ये आपका ब्लॉग पहुंचाएंगे ,
    आपके ब्लॉग को पढने फिर तो दुनिया से लोग आयेंगे.
    आमिर ने लिखी है आज ब्लॉग सबका में पोस्ट ,
    आप भी पढ़कर देखिये ना मेरे ब्लोगर दोस्त.


 (15)बढ़िया प्रस्तुति ।।

संपत्ति या स्वतंत्र मनुष्य?

  अनवरत


 (17)

आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया

  1. (17)
    मन का पंछी

    आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया
    बहुत अच्छा लिखा है!!

    जब इस ब्लाग को पढ़ रहा था तो इसी में एक और अच्छी पोस्ट मिल गयी

    संभाल लो, संभल जाओ आज !

    शनिवार, 14 जुलाई 2012 by शिवनाथ कुमार


    अपनी अपनी में जब जाने लगेगा इंसान
    मानवता की खुलने लगेगी फिर दुकान
    इंसानियत होगी शर्मसार हर मोड़ पर
    पता नहीं क्या होगा इस देश का हे भगवान !!

 (18)

जला श्मशान में आशिक, खड़े खुश हाथ वो सेंके-

  1. रविकर फैजाबादी जी का आभार कि उन्होंने ब्लोगिरी करने मैदान में उतरे पांच नए सदस्यों से परिचय कराते हुए चर्चामंच की आज की शुरुआत सांस्कृतिक एकता की मिशाल माँ नंदा देवी की जात्रा से शुरू की और शास्त्री जी और राज पुरोहित जी की जीत पर लाकर ख़त्म की ! बीच में इतने ढेरों सुन्दर लिंक मिले कि गोदियाल सोचता रहा कि ;
    जला श्मशान में आशिक, खड़े खुश हाथ वो सेंके,
    मंच पर सजे है लिंक इतने, पहले इसे देखें या उसे देखें !

 

 

  साथ ही हम आभारी है श्री सवाई सिंह राज पुरोहित जी और आदरणीय श्री रूप चंद जी शास्त्री जी के जिन्होंने आज की पहेली का सही उत्तर खोज कर साहित्य पहेली को प्रेषित कर इसमें सक्रिय भाग लेने के लिये हार्दिक आभार और शुभकामनाये
श्री सवाई सिंह राजपुरोहित जी

72 टिप्‍पणियां:

  1. नये सद्स्यों के लिये हम माला लाये हैं
    ज़ीरो लिंक पर आप क्यों ताला लगाये हैं ?

    जवाब देंहटाएं
  2. हिन्दी साहित्य पहेली 90 परिणाम
    विजेताओं को बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  3. (18)
    जला श्मशान में आशिक, खड़े खुश हाथ वो सेंके-
    आज आशिकी ले कर आये हैं
    लगा खूबसूरत बनाये हैं
    रुलाने के लिये क्या कर दिया
    आशिक को ही जलाये हैं !!

    जवाब देंहटाएं
  4. चर्चामंच पर मेरी पोस्ट डालने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !
    साभार !!

    जवाब देंहटाएं
  5. (17)
    मन का पंछी

    आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया
    बहुत अच्छा लिखा है!!

    जब इस ब्लाग को पढ़ रहा था तो इसी में एक और अच्छी पोस्ट मिल गयी

    संभाल लो, संभल जाओ आज !

    शनिवार, 14 जुलाई 2012 by शिवनाथ कुमार


    अपनी अपनी में जब जाने लगेगा इंसान
    मानवता की खुलने लगेगी फिर दुकान
    इंसानियत होगी शर्मसार हर मोड़ पर
    पता नहीं क्या होगा इस देश का हे भगवान !!

    जवाब देंहटाएं
  6. (16)
    NAINITAL TO DELHI TRAIN JOURNEY नैनीताल से दिल्ली रेल यात्रा
    . जाट देवता का सफर -
    बहुत सुंदर वर्णन किया है क्यों ना करे देवता जो हुऎ !

    जवाब देंहटाएं
  7. (15)बढ़िया प्रस्तुति ।।
    संपत्ति या स्वतंत्र मनुष्य?
    बहुत सटीक विषलेषण किया है !

    जवाब देंहटाएं
  8. (14)
    सामूहिक ब्लॉग में शामिल होने के फायदे
    आमिर समझदार होता जा रहा है
    मोहब्बतनामा से अलग बहुत कुछ
    बहुत सुंदर ला रहा है !!!!

    जवाब देंहटाएं
  9. रविकर फैजाबादी जी का आभार कि उन्होंने ब्लोगिरी करने मैदान में उतरे पांच नए सदस्यों से परिचय कराते हुए चर्चामंच की आज की शुरुआत सांस्कृतिक एकता की मिशाल माँ नंदा देवी की जात्रा से शुरू की और शास्त्री जी और राज पुरोहित जी की जीत पर लाकर ख़त्म की ! बीच में इतने ढेरों सुन्दर लिंक मिले कि गोदियाल सोचता रहा कि ;
    जला श्मशान में आशिक, खड़े खुश हाथ वो सेंके,
    मंच पर सजे है लिंक इतने, पहले इसे देखें या उसे देखें !

    जवाब देंहटाएं
  10. (13)
    कार्टून कुछ बोलता है -

    आती है उनको शर्म
    पर वो दिखाते नहीं हैं
    जाती है जब उनकी
    शर्म बताती नहीं हैं !!
    बहुत खूब !!!

    जवाब देंहटाएं
  11. (12)
    महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनायें !
    बम बम जय भोलेनाथ की !!

    जवाब देंहटाएं
  12. (11)
    आई देश में आंधियाँ....

    सोचने की बात है ! सुंदर अभिव्यक्ति !

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. चली देश में आँधियाँ, नंगेपन की होड़।
      मिटी पुरानी सभ्यता, नयी रही है दौड़।।

      हटाएं
  13. (10)
    नारी सब दुखों की खान है -
    कम बुद्धी है समझ में नहीं आती हैं
    नारी ही केवल नरक का द्वार कैसे हो जाती है
    पुरूष को भी तो वो ही अस्तित्व में
    जब इस दुनिया में ले के आती है
    राम और तुलसी ने जो कहा सो कहा
    हमारे चारों और भी तो नारी आती जाती है
    चलो मान लिया वो नरक का द्वार है
    फिर हमे नरक उत्पाद अपने को कहने मै
    शरम क्यौ आ जाती है ।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. नारी ने पैदा किये, तुलसी-सूर-कबीर।
      उस नारी का खींचते, सारे मिलकर चीर।।

      हटाएं
  14. (9)
    बाज़ की उड़ान learnings

    चूजा होकर भी
    बाज बना जाता है
    कुछ पाना हो तो
    बड़ा सोचने में
    क्या जाता है ।।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. चिड़ियों की कारागार में फँसा हुआ है बाज।
      सभ्यता के कोढ़ में होने लगी है खाज।।

      हटाएं
  15. (8)
    बेटी के नाम एक पत्र
    ( उसके जन्मदिन पर )
    अभिव्यंजना
    बेटी को आशीर्वाद और ढेरों शुभकामनाऎं !!
    बहुत सुंदर पत्र !!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. जन्मदिवस पर स्वाति को, देता हूँ आशीष।
      सुखी रहें सब बेटिया, यही कामना ईश।।

      हटाएं
  16. ढूँढ-ढूँढ कर ला रहे, नये-नये हम ब्लोग।
    चला करवाँ लक्ष्य को, जुड़े बहुत से लोग।।

    जवाब देंहटाएं
  17. (7)
    मानसिक पराधीनता
    हम दैहिक पराधीनता से मुक्त होना तो चाहते हैं; पर मानसिक पराधीनता में अपने-आपको स्वेच्छा से जकड़ते जा रहे हैं। इतने में ही सब कुछ कह गये !!

    बहुत सुंदर आलेख !

    जवाब देंहटाएं
  18. स्वागत सबका कर रहा, अपना चर्चैा मंच।
    सेवा में हैं आपकी, लगे हुए हम पंच।।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. हिन्दी-उर्दू से जुड़ा, प्रेमचन्द का नाम।
      धन्य किया साहित्य को, दिया नया आयाम।।

      हटाएं
  19. जुड़े बहुत से लोग नये नये ब्लाग बनाते
    पढ़ते नहीं दुजे को कंजूसी कर जाते
    कंजूसी कर जाते क्यों ये नहीं बताते
    क्यों ना समझते और क्यों ना समझाते
    टिप्पणी तो दे दो बस एक और
    कहते कह्ते हम थक जाते ।

    जवाब देंहटाएं
  20. (6)
    खबर बहादु

    खबर बहादुरों का भी एक रैकेट होता है
    उसकी क्वालिफिकेशन जो ले लेता है
    फिर वो काम कुछ नहीं करता है
    उसने काम किया बस ये खबर में होता है
    मीडिया के लोगों से उसका दोस्ताना होता है
    अपना तो जो भी करे अच्छे लोगों की
    अच्छी खबर को भी जब चाहे वो रोक लेता है
    हमारे यहां तो हर दूसरा खबर बहादुर होता है
    अच्छा लगा सुन कर कि वो आपके यहां भी होता है ।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. पहले से ही छापकर, बेच रहे अखबार।
      दो नावों के सफर की, लीला अपरम्पार।।

      हटाएं
  21. लिंक-1
    लहरों में नौका फँसी, जल है अगम-अपार।
    दुविधा में नाविक पड़ा, कौन लगाए पार।।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. फिर से देखो हो गया, क्रिकेट का अनुबन्ध।
      इन्तजार इस बात का सुधरें जब सम्बन्ध।।

      हटाएं
  22. (5)
    कब मिल पायेगा लड़कियों को एक सुरक्षित समाज ....


    समस्या जिस भी कारण से हो , आत्मसंयम और आत्मनियंत्रण से बढ़कर और कोई समाधान मुझे नजर नहीं आता .

    सुंदर अभिव्यक्ति सटीक आलेख !!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. रक्षक ही भक्षक बने, बिगड़ा है परिवेश।
      नारी नर की खान है, भूल गये उपदेश।।

      हटाएं
  23. सुन्दर चर्चा सजाई है रविकर जी हार्दिक बधाई

    जवाब देंहटाएं
  24. (4)
    जिंदगी सिगरेट का धुआँ ...
    वाह क्या अंदाज है
    सिगरेट है धुआँ है
    सैंडिल है बट है
    बस वो नहीं है
    बस धुआँ है
    पता भी नहीं
    चलता है अब
    कहाँ कहाँ है !

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. धुआँ-धुआँ जीवन किया, तम्बाकू ने आज।
      जकड़ा इसके जाल में, अपना सर्व समाज।।

      हटाएं
  25. वाह: टिप्पणियां ही टिप्पणिया..टिप्पणियो पर टिप्पणिया..बहुत सुन्दर टिप्पणिया..लिक्स तो लाजवाब है ही टिप्पणिया और भी लाजवाब..आभार सुशील जी ...मेरी रचना को भी स्थान देने के लिए आप का बहुत बहुत आभार..रविकर जी..

    जवाब देंहटाएं
  26. (3)
    "हरेला हरितक्रान्ति का पर्व है"
    हैप्पी हरेला !!!
    बहुत खूब लिखा है !!!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. हरियाली के पर्व का, कितना सुन्दर नाम।
      हरा-भरा परिवेश हो, सुन्दर-सुखद-ललाम।।

      हटाएं
  27. (2)
    समझें हम
    हम भी समझे
    अच्छा लिखा है बहुत ही आपने पर
    आम आदमी ये सब सोचता है
    नेता इसी को तो खोदता है
    चैन से आप साथ रहने लग जाओगे
    क्या नेताओं की दुकाने बंद करवाओगे ।

    जवाब देंहटाएं
  28. (11)
    आई देश में आंधियाँ....
    काव्यान्जलि ...


    बहुत ही खुबसूरत और दिल को छु जाने वाले जज्बात.
    काश की हर भारतीय इसी तरह रास्ट्रीय एकता के बारे में सोचने लग जाये.उस दिन मेरा भारत साम्प्रदायिकता से पाक होकर अमन की पहचान बन जायेगा.


    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मेरी रचना को मंच पर,क्या खूब सजाई,
      रविकर आमिर जी को,देता बहुत२ बधाई,,,,,,

      हटाएं
  29. आज कमेन्ट करना काफी मुश्किल हो रहा है.क्रपया कमेन्ट बॉक्स को बाहर ही रखें.ताकि आसानी हो.




    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  30. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. लिंक -0
      नंदा राज जात पर सुंदर आलेख है
      कृपया इस पर भी डालें एक नजर !!
      http://www.himvan.com/Webpages/raj.htm

      हटाएं
  31. लिंक - 1
    बहुत सही और सटीक लेख
    दोगलापन अब
    हर जगह पैर
    मार गया है
    पहले जुकाम
    हुआ करता था
    अब कैंसर बन
    के छा गया है ।

    जवाब देंहटाएं
  32. (17)
    मन का पंछी

    आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया ये है हमारा हाल ,
    छोटे बड़े सभी को पड़ती महंगाई की मार.

    (16)
    NAINITAL TO DELHI TRAIN JOURNEY नैनीताल से दिल्ली रेल यात्रा
    . जाट देवता का सफर -

    नैनीताल से दिल्ली तक जात देवता का सफ़र ,
    ट्रेन की यात्रा कैसी रही ,जान लीजिये पढ़कर.



    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  33. अंत में
    रात देर तक घूमता रहा रविकर दिन का
    सुबह को लिंक ले कर छा गया
    हम तो सोच बैठे थे आज नहीं निकलेगा
    लेकिन सूरज तो सुबह सुबह से आ गया
    आभार बहुत सुंदर लिंक्स देने के लिये ।

    जवाब देंहटाएं
  34. (5)

    कब मिल पायेगा लड़कियों को एक सुरक्षित समाज ....
    एक तरफ है भ्रूण हत्याएं दूसरी तरफ दहेज़ की मार.

    (8)
    बेटी के नाम एक पत्र लिखा है अभिव्यंजना में ,
    जनम दिवस को विशेष बनाया आज एक माँ ने.


    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  35. (14)
    एक ब्लॉग सबका
    सामूहिक ब्लॉग में शामिल होने के अनगिनत हैं फायदे ,
    ब्लोगों को प्रचार मिलेगा ,बहुत से रीडर आयेंगे.
    आप भी अपने ब्लॉग को इनमे शामिल करवाइए ,
    और अपने ब्लॉग के लिए खूब प्रमोशन पाइये.
    इससे ब्लॉग का होता है प्रचार और प्रसार ,
    और ब्लॉग को मिलती है एक नयी पहचान.
    नए नए लोगों तक ये आपका ब्लॉग पहुंचाएंगे ,
    आपके ब्लॉग को पढने फिर तो दुनिया से लोग आयेंगे.
    आमिर ने लिखी है आज ब्लॉग सबका में पोस्ट ,
    आप भी पढ़कर देखिये ना मेरे ब्लोगर दोस्त.


    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. विषय वस्तु का बहुत ही सुन्दर और सटीक विश्लेषण किया!

      हटाएं
  36. आद. शास्त्री जी और टीम

    मै बहुत विनम्रता से एक बार फिर आग्रह कर रहा हूं कि चर्चा मंच हम जैसे नए लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मैं देख रहा हूं कि वेवजह की प्रतियोगिता में मंच का असली चेहरा बिगड़ता जा रहा है। जो प्रतियोगिता तीन चार लोगों के बीच चल रही है, उससे न मंच का. न ब्लागिंग का और ना ही ब्लागर्स का किसी का भला नहीं होने वाला है।

    एक बार फिर इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। मेरी बातों को अन्यथा ना लेकर मेरा सुझाव भर समझें, अगर आप सब सहमत नहीं हों तो इसे खारिज कर दें।

    लेकिन फिर कहूंगा कि कहीं ना कहीं अपने मकसद से भटकता नजर आ रहा है।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. टिप्पणियों को दे रहे, समय लगाकर लोग।
      क्या इसमें कुछ हर्ज है, क्या है कोई रोग।।

      हटाएं
    2. मकसद है प्रसार का, सेवा है निष्काम।
      चार-चार मिलकर बनें, इकदिन कई हजार।

      हटाएं
    3. जिसे आप प्रतियोगिता का नाम दे रहे हैं ,वो असल में नए ब्लोगर्स की होंसला अफजाई है.ना इसमें किसी को कोई इनाम दिया जाता है.और ना ही कोई खासियत.किसी के लिंक पर या उसकी पोस्ट पर कमेन्ट करना ,या उसकी समीक्षा करना ये उन ब्लोगर्स की होंसला अफजाई है ,जिन्होंने अपनी मेहनत से पोस्ट लिखी.और चर्चा मंच ने उसे अपनी चर्चा का विषय बनाया ,ये उन ब्लोगर्स का सम्मान है जिनके पोस्ट यहाँ शामिल किये जाते हैं.रहा सवाल प्रतियोगिता का ,तो आज के इस दौडभाग के दौर में कोई इतना फ्री नही है.जो बेकार की प्रतियोगिता करे.कमेंट्स देने वाले ब्लोगर्स का सम्मान करते हैं.

      हटाएं
    4. यह कोई प्रतियोगिता नही, मिलता है सिर्फ मान
      जिसकी टिप्पणी अच्छी लगी,दिया जाता सम्मान,,,,

      हटाएं
    5. 25 - 30 ब्लाग का चयन करने का काम कर के देखें । क्या लाते हैं पता चलेगा । 25 - 30 ब्लागस जाकर सारे ब्लागस को पढ़िये फिर उसपर अपनी राय दीजिये । कर के तो देखिये। या सिर्फ एक ब्लाग लिख कर । चर्चा मंच बहुत सुंदर बना है मेरी रचना को शामिल करने के लिये आभार प्रकट कर इति श्री कर लीजिये । ब्लाग जगत का कैसे भला हो रहा है पता चल जायेगा ।

      हटाएं
  37. वाह!वाह!...अति सुन्दर प्रस्तुति!...विजेताओं को बहुत बहुत बधाई!

    जवाब देंहटाएं
  38. लिंक न० ८


    जन्म दिन पर मिले,खुशियाँ देय तुम्हे ईश
    फूलो-फलो सदा-खुश रहो,देती तुम्हे आशीष,

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  39. सफल प्रयोग ने चर्चा को रोचक बना दिया !
    आभार !

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  40. वाह ... उत्‍कृष्‍ट लिंक्‍स बेहतरीन चर्चा ...आभार

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  41. काका दुनिया से चले, सूना फिल्मिस्तान।
    ईश्वर अपने चरण में, तुमको दें स्थान।।

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  42. महानायक राजेश खन्ना जी कों विनम्र श्रद्धांजलि.......

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  43. सबसे पहले श्री राजेश खन्नाजी को शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि ...सवाई

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  44. बहुत सुन्दर और सार्थक लिंक्स संजोये हैं सुंदर चर्चा

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  45. आज चर्चा मंच पर ये सूचित करते हुए बहुत दुःख हो रहा है की आज बॉलीवुड के सुपरस्टार राजेश खन्ना नही रहे.लम्बे अरसे से राजेश खन्ना बीमार चल रहे थे.अभी चंद दिनों पहले ही मैंने मोहब्बत नामा पर राजेश खन्ना की जीवनी पर पोस्ट लिखी थी.शायद वो पोस्ट इसी खबर के साथ पूरी होनी थी.इसलिए आज सामूहिक ''एक ब्लॉग सबका '' पर राजेश खन्ना की जीवनी पर अभी अभी पोस्ट लिखकर भेजी है.उम्मीद है की आप सब वहां जाकर पोस्ट पढेंगे ,और श्रधान्जली अर्पित करेंगे.आपका ''आमिर दुबई....,,,,


    http://apnaauraapkablog.blogspot.com/

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  46. शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि .

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  47. राजेश खन्ना जी को भावभीनी श्रधान्जली

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  48. बहुत बढ़िया लिंक्स के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति ..
    आभार
    राजेश खन्ना जी को विनम्र श्रद्धांजलि .

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  49. वालीवुड की महानायक राजेश खन्ना जी कों मेरी विनम्र श्रद्धांजलि...

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  50. लिंक न० १४


    आमिर जी फरमा रहे, बढ़िया बात बताय
    सामूहिक ब्लॉगमें शामिलहो,प्रचार भी पाय,,,,,,

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  51. sundar prastuti.meri post ko sthan dene ke liye aabhar aur rajesh khanna ji ko hamari bhi shraddhanjali..समझें हम

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  52. चर्चामंच में हमारी पोस्ट को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !

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