tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post113903951493294713..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "बैशाखी की धूम" (चर्चा अंक-3304)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-716237488345208022019-04-14T08:10:49.289+05:302019-04-14T08:10:49.289+05:30आप सभी का तहे दिल से आभार
आप चर्चा में पधारे और र...आप सभी का तहे दिल से आभार <br />आप चर्चा में पधारे और रचनाकारों का उत्साहवर्धन किया <br />सहयोग बनाये रखे <br />आभार <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-4032392163166035932019-04-13T19:01:25.253+05:302019-04-13T19:01:25.253+05:30बहुत ही उन्दा प्रस्तुति अनीता जी ,सभी को रामनवमी क...बहुत ही उन्दा प्रस्तुति अनीता जी ,सभी को रामनवमी की हार्दिक बधाई Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-48384220649882766602019-04-13T16:32:29.030+05:302019-04-13T16:32:29.030+05:30राम नवमी एंव नवरात्रा समापन दिवस की हार्दिक शुभकाम...राम नवमी एंव नवरात्रा समापन दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं <br />शानदार प्रस्तुति सुंदर चर्चा अंक सभी रचनाकारों को बधाई मेरी रचना को शामिल करने हेतु तहेदिल से शुक्रिया। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-21245435185828099212019-04-13T15:52:15.301+05:302019-04-13T15:52:15.301+05:30बेहतरीन प्रस्तुति, राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएंबेहतरीन प्रस्तुति, राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएंBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31315831209124407972019-04-13T12:49:18.192+05:302019-04-13T12:49:18.192+05:30सुंदर प्रस्तुति शानदार रचनाएंसुंदर प्रस्तुति शानदार रचनाएंAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-60890537056216455712019-04-13T12:38:46.719+05:302019-04-13T12:38:46.719+05:30 सुन्दर चर्चा सुन्दर चर्चाOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-43260784675900354742019-04-13T12:28:11.521+05:302019-04-13T12:28:11.521+05:30सुन्दर चर्चासुन्दर चर्चासुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-40433842786523987432019-04-13T09:58:28.065+05:302019-04-13T09:58:28.065+05:30मेरी इस सांकेतिक रचना को इस अंक में शामिल करने हे...मेरी इस सांकेतिक रचना को इस अंक में शामिल करने हेतु आभार। रामनवमी के इस अवसर पर समस्त जनों को शुभकामनाएं । किसी भी कामना को अनुकूल स्वरूप देने हेतु ईश्वरीय संकेत समान प्रयास किया जाना आवश्यक है। ईश्वर की कृपा सभी पर बनी रहे ।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-46792930465120391052019-04-13T09:11:19.871+05:302019-04-13T09:11:19.871+05:30उम्दा चर्चा।
मेरी रचना को "चर्चा मंच" म...उम्दा चर्चा। <br />मेरी रचना को "चर्चा मंच" में स्थान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, अनिता दी।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-18703577452744538452019-04-13T08:00:25.025+05:302019-04-13T08:00:25.025+05:30अद्यतन लिंकों के साथ
बहुत सुन्दर और जीवन्त चर्चा।...अद्यतन लिंकों के साथ <br />बहुत सुन्दर और जीवन्त चर्चा।<br />आपका आभार अनीता सैनी जी।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56083179987999148712019-04-13T04:19:45.347+05:302019-04-13T04:19:45.347+05:30सर्व प्रथम रामनवमी पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामना...सर्व प्रथम रामनवमी पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ। यह पर्व हम सभी के आदर्श पुरुषोत्तम श्री राम के जन्मोत्सव का है।<br />प्रयास हम सभी का होना चाहिए कि हम उनके उस संस्कार को स्वयं में धारण करें, जिसके माध्यम से समाज में समरसता लाने का प्रयास उन्होंने किया। दबे कुचले एवं निम्न जाति के लोगों को गले लगा, उनका जूठन खा सम्मान दिया। अहिल्या का स्पर्श कर समाज को बताया कि किसी के छल के कारण नारी अपवित्र नहीं हो जाती है। यह सबसे बड़ा संदेश उस युग में उन्होंने दिया। आज भी इसकी प्रासंगिकता है।<br /> हर जीवों से प्रेम करें। व्रत उपासना के नाम पर जब आप मांसाहारी से शाकाहारी होते हैं, तब आपके मन में भी कहीं यह भाव होगा ही कि पशु वध उचित नहीं है। क्षुधा शांत करने के लिये हम मनुष्यों के पास और भी भोज्य पदार्थ हैं।<br /> अनिता बहन को इस सुंदर संकलन के लिये और मेरी रचना को प्रमुखता देने के लिये हृदय से प्रणाम।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com