tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post1560315785487036990..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "जिसके बाबूजी वृद्धाश्रम में.. है सबसे बेईमान वही." (चर्चा मंच-1645)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-29059849860958979912014-06-22T11:16:52.682+05:302014-06-22T11:16:52.682+05:30सुंदर पितृ दिवस चर्चा.........आदरणीय शास्त्री जी म...सुंदर पितृ दिवस चर्चा.........आदरणीय शास्त्री जी मेरी रचना 'पिता का त्याग ' को भी आप ने इस चर्चा में स्थान दिया ख़ुशी हुयी आभार <br />सभी कर्मठ प्रेमी पिताओं को नमन <br />जय श्री राधे <br />भ्रमर ५ Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-83574512619838466022014-06-16T20:49:09.541+05:302014-06-16T20:49:09.541+05:30आज खटीमा में हूँ-
गुरु जी के माता-पिता के दर्शन कि...आज खटीमा में हूँ-<br />गुरु जी के माता-पिता के दर्शन किये -<br />आदरणीय रूप चंद शास्त्री "मयंक" के लिए यह दोहा सादर प्रस्तुत है-<br /><br />वृद्धाश्रम क्योंकर बने, हैं "मयंक" से लाल |<br />मातु-पिता का रख रहे, बच्चों जैसा ख्याल ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-33408620701042074582014-06-16T17:57:49.100+05:302014-06-16T17:57:49.100+05:30उम्दा लिंक्स पर मेरी रचना शामिल करने के लिए डॉ. मय...उम्दा लिंक्स पर मेरी रचना शामिल करने के लिए डॉ. मयंक जी का हार्दिक आभार...दीनदयाल शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07486685825249552436noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-28266781897981896112014-06-16T17:40:16.891+05:302014-06-16T17:40:16.891+05:30बहुत अच्छे लिंक्स हम कुछ तक पहुंचे |बहुत अच्छे लिंक्स हम कुछ तक पहुंचे |Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04682604326018796020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56488633311639297842014-06-16T17:04:33.727+05:302014-06-16T17:04:33.727+05:30बढ़िया प्रस्तुति व लिंक्स , आ. शास्त्री जी व मंच क...बढ़िया प्रस्तुति व लिंक्स , आ. शास्त्री जी व मंच को धन्यवाद !<br /> <a href="http://www.samadhaaninhindi.blogspot.in/" rel="nofollow">I.A.S.I.H - ब्लॉग ( हिंदी में प्रकार की जानकारियाँ )</a> <br /><br /> आशीष अवस्थीhttps://www.blogger.com/profile/05326902845770449131noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-19010331460145450072014-06-16T15:45:16.673+05:302014-06-16T15:45:16.673+05:30सुंदर। सुंदर। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16339697343910752802noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-5022193368945028982014-06-16T14:23:24.582+05:302014-06-16T14:23:24.582+05:30पितृ दिवस पर सभी पिताओं को समर्पित सुन्दर लिंक्स.....पितृ दिवस पर सभी पिताओं को समर्पित सुन्दर लिंक्स...सादर आभार :)अरुणाhttps://www.blogger.com/profile/11069255398676710722noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-84763663142527665282014-06-16T13:27:42.328+05:302014-06-16T13:27:42.328+05:30पितृ दिवस पर सुन्दर लिंक्स...बहुत रोचक चर्चा...आभा...पितृ दिवस पर सुन्दर लिंक्स...बहुत रोचक चर्चा...आभार Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-18115560659004512082014-06-16T11:41:57.899+05:302014-06-16T11:41:57.899+05:30KYAA BAAT HAI !! HAM TO DARTE THE APNE PITA SHRI S...KYAA BAAT HAI !! HAM TO DARTE THE APNE PITA SHRI SE , OR AAJ BHI DARTE HI HAIN , LEKIN UNKO PYAAR BHI HAM KARTE HAIN ISKA EHSAAS HAMEN AAJ HO RAHA HAI . AAPKI RACHNAYEN PADH KAR . DHANYWAAD MERE BLOG KI POST LAGANE PAR !! SUNDAR CHARCHA HAI JI !!5th pillar corruption killerhttps://www.blogger.com/profile/02962517565182930924noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-26981768692050967092014-06-16T11:25:23.028+05:302014-06-16T11:25:23.028+05:30बहुत बढ़िया लिंक्स-सह-चर्चा प्रस्तुति..आभार!बहुत बढ़िया लिंक्स-सह-चर्चा प्रस्तुति..आभार!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9021233672118357872014-06-16T08:47:55.917+05:302014-06-16T08:47:55.917+05:30सुंदर पितृ दिवस चर्चा । 'उलूक' का आभार &#...सुंदर पितृ दिवस चर्चा । 'उलूक' का आभार ' पिताजी आइये आपको याद करते है आज आप का ही दिन है' को भी स्थान मिला । सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-43512491976145386492014-06-16T08:37:04.535+05:302014-06-16T08:37:04.535+05:30खूबसूरत संकलन...खूबसूरत संकलन...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-70324085641681963602014-06-16T06:29:01.584+05:302014-06-16T06:29:01.584+05:30उम्दा लिंक्स सर |मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यव...उम्दा लिंक्स सर |मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-25227823432214867062014-06-16T05:57:44.724+05:302014-06-16T05:57:44.724+05:30हैं कैसे नहीं पिताजी आपकी परवरिश में हैं आपकी विरा...हैं कैसे नहीं पिताजी आपकी परवरिश में हैं आपकी विरासत हैं पिताजी ,आप स्वयं हैं पिताजी का अक्श। <br />फादर्स डे पर विशेष <br /><br />Deendayal sharma पर दीनदयाल शर्मा<br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br />फादर्स डे पर विशेष<br /><br />पिताजी कहते थे<br />जल्दी उठो<br />वे खुद जल्दी उठते थे<br /><br />वे कहते थे<br />मेहनत करो<br />वे खुद मेहनती थे<br /><br />वे कहते थे<br />सच बोलो<br />वे खुद सच के हामी थे<br /><br />वे कहते थे<br />ईमानदार रहो<br />वे खुद ईमानदार थे<br /><br />मैं उनके बताए<br />क़दमों पर चला<br /><br />आज सब कुछ है<br />मेरे पास .....<br />लेकिन पिताजी नहीं हैं..<br /><br />दीनदयाल शर्मा<br />15 जून 2014 <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-70430949796622900732014-06-16T05:54:51.634+05:302014-06-16T05:54:51.634+05:30पिता का स्वार्थ हीं छाता जितना मिले सेवो। सुन्दर प...पिता का स्वार्थ हीं छाता जितना मिले सेवो। सुन्दर प्रस्तुति प्रासंगिक सारगर्भित। <br /><br />Deendayal sharma पर दीनदयाल शर्मा<br />--<br />' पिता ' <br />जैसे किसी बगिया की फुलवारी का बाग़बान रखता है ध्यान ,वैसे ही पिता के साये में बच्चों के होठों पर खिलती है मुस्कान...virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-76035244392100033952014-06-16T05:51:28.450+05:302014-06-16T05:51:28.450+05:30क्या बता है सर पिताजी का साया स्वार्थहीन छाता होता...क्या बता है सर पिताजी का साया स्वार्थहीन छाता होता है जबतक मिले खुश रहे आदमी निश्चिन्त बालवत बना रहे.पितृ दिवस पर अनुपम भेंट सभी के लिए। <br /><br />तिरेसठ वर्ष की आयु में भी मैं <br />अपने आपको बच्चा ही समझता हूँ। <br />क्योंकि मेरे माँ-बाप अभी जीवित हैं। <br />मैं खुशनसीब हूँ कि माता-पिता जी का साया <br />आज भी मेरे सिर पर है...<br />उच्चारण<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com