tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post3136389987886509021..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "महके है दिन रैन" (चर्चा अंक-2858)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-12941363781030526712018-01-25T18:19:34.579+05:302018-01-25T18:19:34.579+05:30सुन्दर संयोजन ..हार्दिक बधाई और आभार !सुन्दर संयोजन ..हार्दिक बधाई और आभार !ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-90723322768645621422018-01-24T18:16:53.472+05:302018-01-24T18:16:53.472+05:30बहुत आभारी हूं शास्त्री जी.बहुत आभारी हूं शास्त्री जी.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9333443120170011302018-01-24T15:15:42.222+05:302018-01-24T15:15:42.222+05:30मेरी कविता को यहाँ तक पहुँचाने के लिए बहुत बहुत शु...मेरी कविता को यहाँ तक पहुँचाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया !!Pratibha Vermahttps://www.blogger.com/profile/09088661008620689973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-26523934033016010622018-01-24T13:38:52.784+05:302018-01-24T13:38:52.784+05:30तेरा बाबा
बूढे बाबा का जब चश्मा टूटा
बोला बेटा कुछ... तेरा बाबा<br />बूढे बाबा का जब चश्मा टूटा<br />बोला बेटा कुछ धुंधला धुंधला है<br />तूं मेरा चश्मां बनवा दे,<br />मोबाइल में मशगूल<br />गर्दन मोड़े बिना में बोला<br />ठीक है बाबा कल बनवा दुंगा,<br />बेटा आज ही बनवा दे<br />देख सकूं हसीं दुनियां<br />ना रहूं कल तक शायद जिंदा,<br />जिद ना करो बाबा<br />आज थोड़ा काम है<br />वेसे भी बूढी आंखों से एक दिन में<br />अब क्या देख लोगे दुनिया,<br />आंखों में दो मोती चमके<br />लहजे में शहद मिला के<br />बाबा बोले बेठो बेटा<br />छोड़ो यह चश्मा वस्मा<br />बचपन का इक किस्सा सुनलो<br />उस दिन तेरी साईकल टूटी थी<br />शायद तेरी स्कूल की छुट्टी थी<br />तूं चीखा था चिल्लाया था<br />घर में तूफान मचाया था<br />में थका हारा काम से आया था<br />तूं तुतला कर बोला था<br />बाबा मेरी गाड़ी टूट गई<br />अभी दूसरी ला दो<br />या फिर इसको ही चला दो<br />मेने कहा था बेटा कल ला दुंगा<br />तेरी आंखों में आंसू थे<br />तूने जिद पकड़ ली थी<br />तेरी जिद के आगे में हार गया था<br />उसी वक्त में बाजार गया था<br />उस दिन जो कुछ कमाया था<br />उसी से तेरी साईकल ले आया था<br />तेरा बाबा था ना<br />तेरी आंखों में आंसू केसे सहता<br />उछल कूद को देखकर<br />में अपनी थकान भूल गया था<br />तूं जितना खुश था उस दिन<br />में भी उतना खुश था<br />आखिर "तेरा बाबा था ना"देशवालीhttps://www.blogger.com/profile/09399363512978258811noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-46709224041220922302018-01-24T13:36:31.179+05:302018-01-24T13:36:31.179+05:30सार्थक संकलन सार्थक संकलन Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-71731106598608167712018-01-24T10:52:29.454+05:302018-01-24T10:52:29.454+05:30बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-27674959684066566342018-01-24T09:39:12.726+05:302018-01-24T09:39:12.726+05:30सुन्दर सूत्रों के साथ प्रस्तुत एक सुन्दर बुधवारीय ...सुन्दर सूत्रों के साथ प्रस्तुत एक सुन्दर बुधवारीय अंक।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20243697714337699562018-01-24T05:03:30.039+05:302018-01-24T05:03:30.039+05:30शुभ प्रभात
आभार
सादरशुभ प्रभात<br />आभार<br />सादरyashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com