tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post405831638087053473..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "मन्दिर का निर्माण" (चर्चा अंक-3781)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-1310497537027572272020-08-04T10:40:31.615+05:302020-08-04T10:40:31.615+05:30प्रस्तुति का नया तरीका अगर एक प्रयोग है तो मेरी रा...प्रस्तुति का नया तरीका अगर एक प्रयोग है तो मेरी राय में पहले ज्यादा सहज और सुचारू था हालांकि काफी मेहनत दिख रही है एक तारतम्य बिठाने में।<br />सुंदर लिंक सभी रचनाकारों को बधाई मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-5214124939435823512020-08-03T08:32:38.193+05:302020-08-03T08:32:38.193+05:30रक्षाबंधन पर हार्दिक शुभ कामनाएं |रक्षाबंधन पर हार्दिक शुभ कामनाएं |Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-33883633379548276322020-08-03T08:31:17.603+05:302020-08-03T08:31:17.603+05:30सुप्रभात
मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सहित धन...सुप्रभात <br />मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद सर |उम्दा संकलन आज का |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47555607718651597152020-08-02T20:04:33.543+05:302020-08-02T20:04:33.543+05:30आदरणीय मयंक जी , पहले का रूप अच्छा था | जिसमें सभी...आदरणीय मयंक जी , पहले का रूप अच्छा था | जिसमें सभी की रचनाओं को अलग से देखा जा सकता था | किन्तु आपने यदि ऐसा किए हैं तो बहुत ही सोच - विचार कर ही किया होगा | सभी रचनाएँ बहुत ही शानदार बन पड़ी हैं |आपने '' फटी किनार लिए '' नवगीत शामिल किया इसके लिए बहुत - बहुत आभार |शानदार प्रयास है |shrikrishna sharmahttps://www.blogger.com/profile/13978419434339713790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-87261303361790004162020-08-02T14:15:48.262+05:302020-08-02T14:15:48.262+05:30चर्चा मंच प्रबंधन से जुड़े सभी सदस्यों हृदय से आभार...चर्चा मंच प्रबंधन से जुड़े सभी सदस्यों हृदय से आभारी हूँ, खासकर आदरणीय मयंक सर का... वैसे पहले वाले संयोजनों का तरीका मेरे हिसाब से ज्यादा बेहतर था कि जिसमें सभी रचनाओं की अपनी एक छवि स्पष्ट रूप से दिखती थी। और एक राय ये भी है कि प्रत्येक चर्चा के शीर्षक किसी विशेष विषय वस्तु पर आधारित न होकर सामान्य हों तो बेहतर रहेगा... ताकि हर रचना के साथ उनका संबंध स्थापित हो सके... उदाहरण के तौर पर इस बार का शीर्षक राम मंदिर निर्माण है जबकि ज्यादातर रचनाओं का इस विषय से कोई लेना देना ही नहीं है... ये मेरी अपनी व्यक्तिगत राय है बाकी आप सबको बेहतर पता होगा कि ऐसा किसलिये किया जाता है... विशाल चर्चित (Vishal Charchit)https://www.blogger.com/profile/11649442567545680984noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-17166456335225558492020-08-02T13:18:12.179+05:302020-08-02T13:18:12.179+05:30एकदम नायाब संयोजन...
"खुल जा सिम सिम "...एकदम नायाब संयोजन... <br /><br />"खुल जा सिम सिम " जैसी तिलस्मी चर्चा ... बहुत शानदार 🌹<br />आदरणीय डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' जी, मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार 💐🙏Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-66532751046264606682020-08-02T11:55:47.246+05:302020-08-02T11:55:47.246+05:30वाह वाह ! प्रस्तुति का यह अंदाज़ भी बहुत भाया ! मेर...वाह वाह ! प्रस्तुति का यह अंदाज़ भी बहुत भाया ! मेरी कहानी 'त्रिशंकु' को आज की चर्चा में स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वन्दे ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-2127342233049001652020-08-02T11:25:00.653+05:302020-08-02T11:25:00.653+05:30आदरणीय शास्त्री जी, इतने सारे लिंको को एक सुत्र मे...आदरणीय शास्त्री जी, इतने सारे लिंको को एक सुत्र में बांधना...ये कार्य आप ही कर सकते हो! मेरी रचना को चर्चा अंक में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-48659088066751904072020-08-02T10:58:54.220+05:302020-08-02T10:58:54.220+05:30वाह अद्भुत प्रस्तुति। मेरी रचना को मंच पर स्थान दे...वाह अद्भुत प्रस्तुति। मेरी रचना को मंच पर स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीय।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-25108742412675766352020-08-02T08:24:35.162+05:302020-08-02T08:24:35.162+05:30सुन्दर लिंक्स. मेरी कविता शामिल करने के लिए आभार. ...सुन्दर लिंक्स. मेरी कविता शामिल करने के लिए आभार. Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.com