tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post4520628946478314206..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: होली आई रे आई होली आई रे अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger39125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-21882239465715938782014-03-19T21:00:58.149+05:302014-03-19T21:00:58.149+05:30रंगारंग चर्चा।रंगारंग चर्चा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-35165742615465872812014-03-18T22:32:57.729+05:302014-03-18T22:32:57.729+05:30आदरणीय हृदय के अंतःकरण से आपका आभार आदरणीय हृदय के अंतःकरण से आपका आभार Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-37293135853826063822014-03-18T19:13:04.636+05:302014-03-18T19:13:04.636+05:30AAPKE PREM KO MAIN KYAA NAAM DOON ??? HOLI KEEBADH...AAPKE PREM KO MAIN KYAA NAAM DOON ??? HOLI KEEBADHAYI !! SABHI LEKHAK MITRON KO !! 5th pillar corruption killerhttps://www.blogger.com/profile/02962517565182930924noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31566486277181568262014-03-18T18:53:28.696+05:302014-03-18T18:53:28.696+05:30आदरणीय हृदय के अंतःकरण से आपका आभार
आदरणीय हृदय के अंतःकरण से आपका आभार <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-67715169654165153082014-03-18T17:05:48.479+05:302014-03-18T17:05:48.479+05:30समयाभाव के कारण देर से यहाँ आई और रचनाओं का खूब आन...समयाभाव के कारण देर से यहाँ आई और रचनाओं का खूब आनंद लिया। आप सब स्नेही जनो को रंग पर्व की आत्मीय शुभकामनाएँ। कल्पना रामानीhttps://www.blogger.com/profile/17587173871439989311noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-57834565120768790442014-03-18T12:10:14.563+05:302014-03-18T12:10:14.563+05:30बहुत ही लाज़वाब समीक्षा आपकी आदरणीय
हृदय के अंतःकर...बहुत ही लाज़वाब समीक्षा आपकी आदरणीय <br />हृदय के अंतःकरण से आपका आभार <br />सादर <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-66792355292379554112014-03-18T12:09:21.335+05:302014-03-18T12:09:21.335+05:30आपका हार्दिक आभारआपका हार्दिक आभारAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-22366050329347746702014-03-18T12:09:07.122+05:302014-03-18T12:09:07.122+05:30आपका हार्दिक आभारआपका हार्दिक आभारAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47457469387793543002014-03-18T12:08:53.948+05:302014-03-18T12:08:53.948+05:30आपका हार्दिक आभारआपका हार्दिक आभारAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-3824919026232402012014-03-18T12:08:39.889+05:302014-03-18T12:08:39.889+05:30आपका हार्दिक आभारआपका हार्दिक आभारAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-85786717632060259382014-03-18T09:13:51.801+05:302014-03-18T09:13:51.801+05:30आपका हार्दिक आभार आपका हार्दिक आभार Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-81142238994131714852014-03-18T09:13:25.760+05:302014-03-18T09:13:25.760+05:30आपका हार्दिक आभार आपका हार्दिक आभार Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-88148113710373285692014-03-18T09:12:43.076+05:302014-03-18T09:12:43.076+05:30आपका हार्दिक आभार आपका हार्दिक आभार Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06050233256281686905noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-16010557071590588152014-03-17T23:07:12.021+05:302014-03-17T23:07:12.021+05:30१. बलिहारी परिवर्तन की, फूहड़ नंगे नर्त्तन की
...१. बलिहारी परिवर्तन की, फूहड़ नंगे नर्त्तन की <br /> गुंडई मौज मज़ा मस्ती, शीला-चुन्नी मंचन की <br /> <br />२. नवता डूबे नस्ती में, जनता के कष्ट अकथ हैं <br /> संसद बेमानी लगती, जैसे खुद को ही ठगती <br /> <br />३. विपदा न कोप है प्रभु का, वह लेता मात्र परीक्षा <br /> सह ले धीरज से हँसकर, यह ही सच्ची गुरुदीक्षा <br /> <br />४. चुन ले तुझको क्या पाना?, किस ओर तुझे है जाना <br /> जो बोया वह पाना है, कुछ संग न ले जाना है <br />बढ़िया बहुत बढ़िया सशक्त काव्य बिम्ब virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-41552209247592463142014-03-17T23:03:24.419+05:302014-03-17T23:03:24.419+05:30
बहुत सुन्दर सशक्त सन्देश :
हर सामग्री का जीवन मे...<br />बहुत सुन्दर सशक्त सन्देश :<br /><br />हर सामग्री का जीवन में,<br />कोटा निर्धारित होता है,<br />उपभोग किया ज्यादा खाकर,<br />अब जीवन भर पछताते हैं।<br />मधुमेह हुआ जबसे हमको,<br />मिष्ठान नही हम खाते हैं।<br /><br />जीवन शैली रोग मधुमेह का मर्म समझाती रचना virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-29390053443008173672014-03-17T23:00:45.625+05:302014-03-17T23:00:45.625+05:30बहुत सुन्दर सशक्त सन्देश :प्यार के रंग से भरो पिचक...बहुत सुन्दर सशक्त सन्देश :प्यार के रंग से भरो पिचकारी- <br /><br />*प्यार के रंग से भरो पिचकारी <br />स्नेह से रँग दो दुनिया सारी <br />ये रंग न जाने कोई जात न बोली <br />आप सभी को मुबारक हो यह होली ...<br />बाल-दुनिया<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-51533813254061241062014-03-17T22:56:43.544+05:302014-03-17T22:56:43.544+05:30लोकबयार लिए सशक्त अभिव्यक्ति
होली के आते ही रंग...लोकबयार लिए सशक्त अभिव्यक्ति <br /><br />होली के आते ही रंगमयी मौसम लगने लगता है, धरती से लेकर गगन तक सप्तरंगी हो जाते हैं। ''दिव्य नर्मदा'' ने अपने ब्लॉग पे एक ऐसी ही अभिव्यक्ति को स्थान दी है, जिसे आदरणीय ''ब्राह्मणी वीणा'' जी ने रची है <br /><br /><br />फगुआ में छाई बहार आली,<br />आई बसंत बहार आली<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-57626749013061618932014-03-17T22:32:58.209+05:302014-03-17T22:32:58.209+05:30सुन्दर बिम्ब और रूपक लिए आई है ये रचना होली
की
...सुन्दर बिम्ब और रूपक लिए आई है ये रचना होली <br /><br />की <br /><br />क्षितिज पर <br /><br />''होली आई रे आई होली आई रे '' (चर्चा मंच-1554)<br /><br />आँखों की जलती बुझती रौशनी के बीच कहीं <br /><br />पेस्टल चित्र - मीना द्वारा रचित <br />वो हल्का सा गुलाल-<br />क्षितिज के मद्धम से अंधेरों को अपने में समेटे <br />चाँद की पेशानी पर <br />टिमटिमाता है अबीर बन <br />हर पूनम को<br />वो हल्का सा गुलाल- <br /><br />आस लगाये बैठी हूँ<br />उस होली की सुबह का <br />जब ये चाँद पूनम से उतर कर <br />अमावास के गुलाल में सितारे भरकर<br />मेरे मन के अंधेरों की पेशानी पर <br />इन्द्रधनुश सा रौशन होगा। <br /><br />मेरा जीवन<br />अमावस से बने उजालों के <br />एक अथाह सागर में भीगा होगा। <br /><br />-मीना चोपड़ा virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-46966982732239013912014-03-17T22:28:29.615+05:302014-03-17T22:28:29.615+05:30बहुत सुन्दर लोकरचना :
नजरिया के तीर सनम धीरे चलाओ...बहुत सुन्दर लोकरचना :<br /><br />नजरिया के तीर सनम धीरे चलाओ<br />कर कर के इशारे ना हमको बुलाओ.<br />नजरिया के तीर सनम धीरे चलाओ.<br /><br />चुनरी के छोर में लपेट के अंगुरी<br />अधरों के कोरों को यूँ ना चबाओ.<br />नजरिया के तीर सनम धीरे चलाओ.<br /><br />पहनी है पायल तो हौले से चलना<br />कर के छमाछम मेरा जी ना जराओ.<br />नजरिया के तीर सनम धीरे चलाओ.<br />...<br />होली के मौसम में गर्म भई हावा<br />अब गिरा के दुपट्टा ना आग लगाओ.<br /><br />नजरिया के तीर सनम धीरे चलाओ ..<br />(होली की शुभकामनाएं)<br />.. नीरज कुमार नीर virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-57695447631843027102014-03-17T22:24:17.241+05:302014-03-17T22:24:17.241+05:30सुन्दर है रचना होली की -
देवर-भाभी में होती है, ज...सुन्दर है रचना होली की -<br /><br />देवर-भाभी में होती है, जमकर आँख-मिचौली,<br />गली-गाँव में घूम रहीं हैं हुरियारों की टोली,<br /><br />होली कि बोली अलग, होली में हमजोली सब, गयें बजायें जो मन भाये, आओ होली मनाएँ सब, आदरणीय ''रूपचन्द्र शास्त्री मयंक'' जी कहते हैं<br /><br />उड़त हैं रंग अबीर-गुलाल<br />खेलते होली मोहनलालvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-81656441324803272282014-03-17T20:12:39.051+05:302014-03-17T20:12:39.051+05:30बहुत रोचक चर्चा...होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभ...बहुत रोचक चर्चा...होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं!Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-71866385209068823242014-03-17T18:15:46.799+05:302014-03-17T18:15:46.799+05:30होली की हार्दिक शुभकामनाऐं सभी को । सुंदर रंगों से...होली की हार्दिक शुभकामनाऐं सभी को । सुंदर रंगों से सजी चर्चा में उलूक का रंग " रंगों को समझने का स्कूल कहाँ पाया जाता है" को शामिल करने पर आभार ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-72407083242479808812014-03-17T17:49:42.485+05:302014-03-17T17:49:42.485+05:30आभार एवं चर्चामंच परिवार को होली की हार्दिक शुभकाम...आभार एवं चर्चामंच परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ :-) संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-59766683149550655632014-03-17T15:55:58.735+05:302014-03-17T15:55:58.735+05:30bahut sundar charcha hai , aapko bhi sparivar hol...bahut sundar charcha hai , aapko bhi sparivar holi ki hardik shubhkamnayen shashi purwarhttps://www.blogger.com/profile/04871068133387030845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-88183295595144834162014-03-17T13:45:11.710+05:302014-03-17T13:45:11.710+05:30सुंदर चर्चा.
सबों को होली की शुभकामनाएँ !सुंदर चर्चा.<br />सबों को होली की शुभकामनाएँ ! राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.com