tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post4548096358721436..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: 'क्या वतन से रिश्ता कुछ भी नहीं ?'( चर्चा अंक-3666)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-59707617283812836892020-04-10T08:03:34.369+05:302020-04-10T08:03:34.369+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुति। बेहतरीन रचनाओं का समागम। सभी...बहुत सुंदर प्रस्तुति। बेहतरीन रचनाओं का समागम। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ। वतन पर चर्चा को आगे बढ़ाती सार्थक भूमिका। <br /><br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-23071714387438370782020-04-09T20:56:15.423+05:302020-04-09T20:56:15.423+05:30आदरणीया अनीताजी, सबसे पहले तो आपका बहुत बहुत धन्यव...आदरणीया अनीताजी, सबसे पहले तो आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि आपने मेरी रचना को चर्चामंच में शामिल किया, साथ ही रचना की पंक्तियों को भूमिका और शीर्षक में शामिल किया। <br />वास्तव में यह रचना बहुत ही विचलित मन से लिखी गई,अंतर्मन के आक्रोश में। कोरोना बीमारी से बचाने के लिए तो बहुत से उपाय हैं पर समाज में विकसित हो रहे नफरत के कीटाणुओं को कौन से सेनिटाइजर से नष्ट करें? <br />पुनः पुनः आभार। आज की चर्चा प्रस्तुति में आपके विस्तृत पठन, चिंतन एवं आकलन की सुंदर झलक है।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-85110790948559736132020-04-09T16:22:27.370+05:302020-04-09T16:22:27.370+05:30बहुत सुंदर चर्चा !बहुत सुंदर चर्चा !गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-86284121172837792712020-04-09T12:55:09.082+05:302020-04-09T12:55:09.082+05:30बेहतरीन भूमिका के साथ सुंदर लिंकों का चयन ,लाजबाब ...बेहतरीन भूमिका के साथ सुंदर लिंकों का चयन ,लाजबाब प्रस्तुति अनीता जी ,सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं सादर नमस्कार Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-78490914649967338822020-04-09T12:13:05.571+05:302020-04-09T12:13:05.571+05:30बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुतिबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुतिकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-62333186361161852572020-04-09T11:59:21.468+05:302020-04-09T11:59:21.468+05:30लाजवाब चर्चा ...
बहुत आभार मेरी रचना को जगह देने क...लाजवाब चर्चा ...<br />बहुत आभार मेरी रचना को जगह देने के लिए आज ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20364674125044866242020-04-09T09:09:58.896+05:302020-04-09T09:09:58.896+05:30उम्दा चर्चा |मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार स...उम्दा चर्चा |मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार सहित धन्यवाद अनीता जी |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-58973713052958449532020-04-09T09:02:14.081+05:302020-04-09T09:02:14.081+05:30सुंदर चर्चा. मेरी कविता को स्थान देने के लिए आभार....सुंदर चर्चा. मेरी कविता को स्थान देने के लिए आभार.Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-57733712768044403422020-04-09T08:10:58.142+05:302020-04-09T08:10:58.142+05:30बहुत सुंदर चर्चा प्रस्तुतिबहुत सुंदर चर्चा प्रस्तुतिBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31597518885062308392020-04-09T07:04:56.181+05:302020-04-09T07:04:56.181+05:30बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा प्रस्तुति।
आपका आभार अ...बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा प्रस्तुति।<br />आपका आभार अनीता सैनी जी।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-15155973296487092072020-04-09T05:40:35.815+05:302020-04-09T05:40:35.815+05:30मीना दीदी ने बिल्कुल सही कहा है, परंतु यदि देश के...मीना दीदी ने बिल्कुल सही कहा है, परंतु यदि देश के प्रति हमारा कुछ भी कर्तव्य होता तो हम भष्टाचार, भाई-भतीजावाद,धार्मिक पाखंड जैसा कि इन दिनों जमाती कर रहे हैं और रूढ़ीवाद अथवा कथित प्रगतीशीलवाद से ऊपर उठकर सर्वप्रथम राष्ट्र को महत्व देते ,उसके प्रति अपने नागरिक दायित्व को समझते, बातें बनाना छोड़ , माँ भारती के लिए अपना शीश देने को तत्पर रहते।<br /> सुंदर भूमिका और प्रस्तुति,मेरे सृजन को स्थान देने के लिए आभार। व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com