tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post4658416857265465659..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "तुमसे प्यार है... " (चर्चा मंच-1518)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-8876765615686115122014-02-10T20:16:42.018+05:302014-02-10T20:16:42.018+05:30मेरी ब्लॉग पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!
कल व्यस्त ह...मेरी ब्लॉग पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!<br />कल व्यस्त हो गयी थी देख नहीं पायी ..Kavita Rawathttps://www.blogger.com/profile/13692856110867825187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-10350338500597741242014-02-09T23:33:17.309+05:302014-02-09T23:33:17.309+05:30इस भीड़ भाड़ में कौन है अपना कौन पराया
किसने निमंत्र...इस भीड़ भाड़ में कौन है अपना कौन पराया<br />किसने निमंत्रण स्वीकारा, कौन नहीं आया !<br /><br />दूल्हा कैसा दिखता है, दुल्हन की कैसी सूरत है<br />यह न कोई देखता है , न देखने की ज़रुरत है !<br /><br />आजकल मेहमानों को दूल्हा दुल्हन से प्यारा होता है खाना<br />और मेज़बानों को सम्बन्धियों से ज्यादा प्यारा नाच गाना !<br /><br />इसी अफ़साने की शिकार प्रेम संबंधीं की ख्वाहिश हो गई है ,<br />और शादियां आजकल काले धन की बेख़ौफ़ नुमाइश हो गई हैं !<br /><br />शादी में जाना है तो टुन्न होते रहिये अपने रिस्क पे जाइये ड्रिंक्स रखिये साथ में फिर सब कुछ खूबसूरत लगेगा "बरात डांस "भी।<br /><br />शहर की शादियों में संवेदनहीनता <br />अभी तक हमें यही अहसास परेशान कर रहा था कि आजकल लोग शादी का कार्ड तो कुरियर से भेज देते हैं लेकिन स्वयं व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित नहीं करते। ऐसे में मेहमान के लिए बड़ी मुश्किल हो जाती है यह निर्णय लेने में कि जाया जाये या नहीं...<br /><br /><br />अंतर्मंथन पर डॉ टी एस दराल<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-5685666226609022452014-02-09T23:26:14.419+05:302014-02-09T23:26:14.419+05:30गीत
पीर प्रवाहित है रग -रग में ,
दर्द समाहित है ...गीत <br />पीर प्रवाहित है रग -रग में , <br />दर्द समाहित है नस -नस में , <br />मुझमें पीड़ा समाधिस्थ है , <br />प्राण नियंत्रण से बाहर है। <br />रेचक करना भूल गई हूँ , <br />कुम्भक की विधि याद नहीं है, <br />कैसे ध्यान -धारणा हो अब...<br />कविता मंच पर भावना तिवारी <br /><br />सुन्दर भाव विरेचक गीत virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64258610251884388302014-02-09T23:23:10.009+05:302014-02-09T23:23:10.009+05:30बहुत सुन्दर है जानदार है वजनी है कुंडलियां
मौत ...बहुत सुन्दर है जानदार है वजनी है कुंडलियां <br /><br />मौत [कुण्डलिया] <br />गुज़ारिश पर सरिता भाटिया<br />डरना कैसा मौत से, यह तो सच्ची यार <br />धोखा देती जिन्दगी , मौत निभाए प्यार ...<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64232407537649158182014-02-09T23:21:24.762+05:302014-02-09T23:21:24.762+05:30बहुत सुन्दर है जानदार है वजनी है शैर।
शायद बहार ...बहुत सुन्दर है जानदार है वजनी है शैर। <br /><br />शायद बहार आ जाए <br /><br />ग़ाफ़िल की अमानत पर <br />चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14124212098895596862014-02-09T23:20:33.740+05:302014-02-09T23:20:33.740+05:30शायद बहार आ जाए
ग़ाफ़िल की अमानत पर
चन्द्र भूषण...शायद बहार आ जाए <br /><br />ग़ाफ़िल की अमानत पर <br />चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-73318733103184079282014-02-09T21:40:58.502+05:302014-02-09T21:40:58.502+05:30बड़े ही सुन्दर सूत्र, आभार..बड़े ही सुन्दर सूत्र, आभार..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-40909946762666843402014-02-09T19:31:51.541+05:302014-02-09T19:31:51.541+05:30बहुत ही खुबसूरत लिनक्स दिए है आपने....मेरी रचना शा...बहुत ही खुबसूरत लिनक्स दिए है आपने....मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-41545722536230386302014-02-09T15:23:45.375+05:302014-02-09T15:23:45.375+05:30वाह! अच्छे लिंक्स, बढ़िया चर्चा...वाह! अच्छे लिंक्स, बढ़िया चर्चा...Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-12426298015755523762014-02-09T14:17:42.450+05:302014-02-09T14:17:42.450+05:30ज़रा नज़रों से कहदो जी निशाना चूक न जाए -
ताक के म...ज़रा नज़रों से कहदो जी निशाना चूक न जाए -<br /><br />ताक के मारा है शाश्त्रीजी ने इंस्टेंट प्रेमियों पर निशाना यार कॉफी के या फिर टॉफी के रैपर और प्रेम मिलन में कुछ तो फर्क हो ये क्या बात स्वीट डिश खाई रैपर फैंक दिया। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-2540819300911292942014-02-09T14:14:43.093+05:302014-02-09T14:14:43.093+05:30सुन्दर सार्थक प्रासंगिक सत्य रूपायित करते दोहे।
...सुन्दर सार्थक प्रासंगिक सत्य रूपायित करते दोहे। <br /><br />"प्रणय सप्ताह के दोहे" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')<br />पश्चिम का प्रणय सप्ताह<br /><br />ढोंग-दिखावा दिवस हैं, पश्चिम के सब वार।<br />रोज बदलते है जहाँ, सबके ही दिलदार।।<br />--<br />सबसे अच्छा विश्व में, अपना भारत देश।<br />नैसर्गिक अनुभाव के, सजे यहाँ परिवेश।।<br />--<br />कामुकता-अश्लीलता, बढ़ती जग में आज।<br />इसके ही कारण हुआ, दूषित देश समाज।।<br />--<br />एक दिवस की प्रतिज्ञा, एक दिवस का प्यार।<br />एक दिवस का चूमना, पश्चिम के किरदार।।<br />--<br />प्रतिदिन करते क्यों नहीं, प्रेम-प्रीत-व्यवहार।<br />एक दिवस के लिए क्यों, चुम्बन का व्यापार।।<br />रोज-डे (गुलाबदिवस)<br />प्रथम दिवस है रोज-डे, बाँट रहा मुस्कान।<br />पी लेता है दर्द को, कभी न होता म्लान।।<br />प्रपोज-डे (प्रस्तावदिवस)<br />दूजा दिन प्रस्ताव का, होता प्यारे मित्र।<br />पश्चिमवालों की प्रथा, होती बहुत विचित्र।।<br />चॉकलेट-डे<br />मीठी सी सौगात दे, बढ़ो प्रणय की राह।<br />चॉकलेट देकर करो, मधुर मिलन की चाह।।<br />टैडी-डे<br />चौथा दिन टैडी-दिवस, खेलो मन के खेल।<br />साथी से कर लीजिए, अपने मन का मेल।।<br />प्रॉमिज-डे (प्रस्तावदिवस)<br />प्रण करने के वास्ते, पंचम दिन का योग।<br />सदा प्रतिज्ञा में बँधो, होगा नहीं वियोग।।<br />--<br />प्रतिज्ञा के दिवस पर, मत देना सन्ताप।<br />चमक-दमक की भीड़ में, बिछड़ न जाना आप।।<br />--<br />बेमन से देना नहीं, वचन किसी को मित्र।<br />जिसमें तुम रँग भर सको, वही बनाना चित्र।।<br />हग-डे (आलिंगनदिवस)<br />आलिंगन के दिवस में, करना मत उत्पात।<br />कामुकता को देखकर, बिगड़ जायेगी बात।।<br />किस-डे (चुम्बनदिवस)<br />चुम्बन का दिन आ गया, कर लो सच्चा प्यार।<br />बिना दाम के जो मिले, चुम्बन वो उपहार।।<br />--<br />जीवन के संग्राम को, समझ न लेना खेल।<br />जीवनसाथी से सदा, रखना हरदम मेल।।<br />वैलेण्टाइन-डे (प्रेमदिवस)<br />प्रेम दिवस पर लीजिए, व्रत जीवन में धार।<br />पल-पल-हर पल कीजिए, सच्चा-सच्चा प्यार।।<br /> --<br />एक दिवस के वास्ते, उमड़ा भीषण प्यार।<br />प्रणय दिवस के बाद में, बढ़ जाता तक़रार।।<br /> --<br />पूरे जीवन प्यार का, उतरे नहीं खुमार।<br />जीवनसाथी से सदा, करना ऐसा प्यार।।<br />--<br />सोच-समझकर थामना, अनजाने का हाथ।<br />जीवनसाथी से बँधा, जीवनभर का साथ।।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-78180425018303965012014-02-09T14:03:14.267+05:302014-02-09T14:03:14.267+05:30सुन्दर प्रस्तुति...
आपका मैं अपने ब्लॉग ललित वाण...सुन्दर प्रस्तुति... <br /><br /><a href="http://lalitvaani.blogspot.in/2014/02/15.html" rel="nofollow">आपका मैं अपने ब्लॉग ललित वाणी पर हार्दिक स्वागत करता हूँ ..एक बार यहाँ भी आयें और अवलोकन करें, धन्यवाद।</a><br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-46919618590497880252014-02-09T12:10:23.573+05:302014-02-09T12:10:23.573+05:30शानदार संकलन! शानदार संकलन! Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-6815911694819700152014-02-09T10:19:11.062+05:302014-02-09T10:19:11.062+05:30सुंदर चर्चा.सुंदर चर्चा. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-34632283097257379982014-02-09T09:28:06.579+05:302014-02-09T09:28:06.579+05:30बेहतरीन लिंक्स बेहतरीन लिंक्स Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-68149451080662601432014-02-09T09:10:14.044+05:302014-02-09T09:10:14.044+05:30वसंत-काल की सभी मित्रों को कोटि कोटि मीठी मीठी वधा...वसंत-काल की सभी मित्रों को कोटि कोटि मीठी मीठी वधाइयां !<br />आज का चर्चा-मंच सटीक ,सामयिक एवं रोचक शीर्षकों से सम्पन्न है !देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-88905675195561024262014-02-09T08:30:00.779+05:302014-02-09T08:30:00.779+05:30सुंदर सूत्रों के साथ सजी धजी आज की सुंदर चर्चा !सुंदर सूत्रों के साथ सजी धजी आज की सुंदर चर्चा !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com