tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post4806656922052695729..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: लक्ष्मीपति अखिलेश, खफा क्यूँ हो जाते हो ; चर्चा-मंच 932अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger63125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-68635173206402264862012-07-07T12:42:19.955+05:302012-07-07T12:42:19.955+05:30रविकर जी,
मेरी रचना शामिल करने के लिए हार्दिक आभार...रविकर जी,<br />मेरी रचना शामिल करने के लिए हार्दिक आभार...<br /><br />हमेशा की भांति बहुत बढ़िया लिंक्स से सजी चर्चा प्रस्तुति के लिए बधाई....Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-11327792160721141852012-07-06T23:19:39.327+05:302012-07-06T23:19:39.327+05:30ऐसी ही चर्चा चले,सभी लिखें दिल खोल
ना दें केवल हाज...ऐसी ही चर्चा चले,सभी लिखें दिल खोल<br />ना दें केवल हाजिरी, दें विचार अनमोल<br />दें विचार अनमोल , चर्चा - मंच सजेगा<br />सच कहता हूँ मित्र , डंका खूब बजेगा<br />रवि सुशील अरु धीर करें हैं मिहनत जैसी<br />सभी लिखें दिल खोल,चले नित चर्चा ऐसी ||अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-28868196604500035002012-07-06T22:21:29.081+05:302012-07-06T22:21:29.081+05:30मेरे लेख की कड़ी देने के लिए बहुत धन्यवाद आपका। प्...मेरे लेख की कड़ी देने के लिए बहुत धन्यवाद आपका। प्रस्तुति जारी रखें।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14044373416353074032012-07-06T21:35:36.352+05:302012-07-06T21:35:36.352+05:30बहुत सुन्दर चर्चा सुन्दर लिंक्स और रविकर जी का श्र...बहुत सुन्दर चर्चा सुन्दर लिंक्स और रविकर जी का श्रम और खूबसूरत कुण्डलियाँ वाह वाह ....मजा आ गयाRajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-44463486758262249412012-07-06T20:50:25.187+05:302012-07-06T20:50:25.187+05:30acchhi aacchhi rachnayen padhne ko mili.
samar sh...acchhi aacchhi rachnayen padhne ko mili.<br /><br />samar shesh hai lekh ko yaha sthan dene k liye aabhar.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14590780222363203232012-07-06T20:23:57.604+05:302012-07-06T20:23:57.604+05:30.
रविकर जी चर्चा में से , चर्चा करना सीख लूं
सुन्....<br /><br />रविकर जी चर्चा में से , चर्चा करना सीख लूं<br />सुन्दर उनकी टिप्पणियों से , कविता करना सीख लूं <br /><br />ब्लॉगर सुनील की टिप्पणियों ने चार चाँद लगाया है।<br />कवि रविकर के प्रतिउत्तर ने अर्ध-शतक लगवाया है।<br /><br />वन्दे मातरम् !<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-71882239212995572452012-07-06T19:07:15.045+05:302012-07-06T19:07:15.045+05:30very nice
Ashavery nice <br />AshaAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-2619020085918491072012-07-06T19:01:29.953+05:302012-07-06T19:01:29.953+05:30बहुत बढ़िया लिंक्स से सजी चर्चा प्रस्तुति के लिए आ...बहुत बढ़िया लिंक्स से सजी चर्चा प्रस्तुति के लिए आभार!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-1163797474792685872012-07-06T14:06:57.680+05:302012-07-06T14:06:57.680+05:30मेरी पोस्ट पसंद करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद...मेरी पोस्ट पसंद करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर!<br /><br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-58722498149299808652012-07-06T13:49:13.559+05:302012-07-06T13:49:13.559+05:30bahut achhi ,jankariyon aur manoranjan purn charch...bahut achhi ,jankariyon aur manoranjan purn charchha manch ....badhaai jikavita vikashttps://www.blogger.com/profile/10151317721264000986noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-51057753137075808262012-07-06T13:33:56.785+05:302012-07-06T13:33:56.785+05:30रविकर SIR बहुत बढ़िया चर्चारविकर SIR बहुत बढ़िया चर्चाअरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-52548267728524711342012-07-06T12:10:03.416+05:302012-07-06T12:10:03.416+05:30शानदार चर्चा .शानदार चर्चा .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/04030809631254208656noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-2442044724412881492012-07-06T10:53:12.129+05:302012-07-06T10:53:12.129+05:30अथक परिश्रम आपका, नमन मित्र आभार |
प्रत्युत्तर की ...अथक परिश्रम आपका, नमन मित्र आभार |<br />प्रत्युत्तर की धृष्ठता, करो प्रेम स्वीकार |<br />करो प्रेम स्वीकार, धीर की महिमा गाऊं |<br />रविकर संग सुशील, ज्ञान सह निष्ठा पाऊं |<br />चर्चा मंच की शान, बढ़ी है चढ़े ऊंचाई |<br />मिले सतत वरदान, मित्र को सारद माई ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-5840170442916932362012-07-06T10:19:19.182+05:302012-07-06T10:19:19.182+05:30हॉट बड़ी दमदार है, हॉट केक है यार |
मंगल की मम काम...हॉट बड़ी दमदार है, हॉट केक है यार |<br />मंगल की मम कामना, फैले शुभ प्यार ||<br /><br />Blogger Sushil said...<br /><br /> विवाह जैसी संस्था की परिधि में उन्मुक्त प्रेम की तलाश करती एक पुस्तक<br /> मंगलायतन<br /><br /> प्रेम ना हाट बिकाये<br /> हौट है ।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-5877893120603399742012-07-06T10:18:35.295+05:302012-07-06T10:18:35.295+05:30बहुत ही रोचक प्रस्तुति।बहुत ही रोचक प्रस्तुति।रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-76483756807880065532012-07-06T10:07:31.748+05:302012-07-06T10:07:31.748+05:30रविकर अब ना कहना
पढ़ कर नहीं आप आये हैं
बहुत सुंद...रविकर अब ना कहना <br />पढ़ कर नहीं आप आये हैं<br />बहुत सुंदर चर्चामंच <br />आप आज बनाये हैं<br />इतना ही नहीं कहने <br />हम यहाँ नहीं आये हैं<br />आधा सैकड़ा टिप्पणी <br />तक पहुँचाये हैं ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-89559561555995481602012-07-06T10:04:13.140+05:302012-07-06T10:04:13.140+05:30गौमुख से तपोवन- एक खतरनाक सफर
़़़़़़़़़़़़़़़़़
वा...गौमुख से तपोवन- एक खतरनाक सफर<br />़़़़़़़़़़़़़़़़़<br />वाकई खतरे पग पग पर दिखाये हैं<br />जाट राम धुमक्कड़ी कर के आये हैं<br />जो हम नहीं कर सकते कर के दिखाये हैं।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-36989424996960034742012-07-06T09:59:27.568+05:302012-07-06T09:59:27.568+05:30उच्चारण
़़़़़
आसमान में बिजली कड़की,
डर से सहमें ...उच्चारण <br />़़़़़<br />आसमान में बिजली कड़की,<br />डर से सहमें लडका-लड़की,<br />बन्दर जी की शामत आई।<br />रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।<br />़़़़़<br /><br />शास्त्री जी को भी मस्ती छाई है <br />बारिश ऎसा माहौल बनाई है ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47446109649315646462012-07-06T09:57:11.573+05:302012-07-06T09:57:11.573+05:30समर शेष है
बेहतरीन आलेख !!समर शेष है<br /><br />बेहतरीन आलेख !!सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-33654921837057316612012-07-06T09:56:03.656+05:302012-07-06T09:56:03.656+05:30एक और अनुपम मोती ढूँढ लायी हूँ
ज़ख्म…जो फूलों ने...एक और अनुपम मोती ढूँढ लायी हूँ<br /> ज़ख्म…जो फूलों ने दिये - <br /><br />सुंदर हौसला अफजाई है<br />सदा ने तुम्हारे लिये ही<br />बस ये कविता बनाई है !!!सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31605221149841824942012-07-06T09:52:53.828+05:302012-07-06T09:52:53.828+05:30कला फिल्म में हैं दिखे, छुटपुट ऐसे पात्र |
अगर लिख...कला फिल्म में हैं दिखे, छुटपुट ऐसे पात्र |<br />अगर लिखेंगे पटकथा, बाम-पंथ के छात्र |<br />बाम-पंथ के छात्र, तभी तो बात बनेगी |<br />फैलेंगे लेफ्टिस्ट, रात दिन खूब छनेगी |<br />मजदूर कृषक की जीत, चाहते हम भी भैया |<br />पर आयें तो नए, फिल्म के बड़े लिखैया ||<br /><br /><br />Blogger Sushil said...<br /><br /> हिन्दी फ़िल्मों का नायक वामपंथी क्यों नहीं<br /> ़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़<br /> इस देश में जो है वो वैसा कहाँ होता है<br /> इस पंथ का दिखता है उस पंथ का होता है<br /> कुछ भी कहीं हो रहा हो समझ जाइये<br /> जो आपको लगे अच्छा वैसी नजर बनाइये<br /> शेख चिल्ली हो कर सुखी जीवन बिताइये ।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-90622187576056496122012-07-06T09:52:32.097+05:302012-07-06T09:52:32.097+05:30एक और अनुपम मोती ढूँढ लायी हूँ
ज़ख्म…जो फूलों ने...एक और अनुपम मोती ढूँढ लायी हूँ<br /> ज़ख्म…जो फूलों ने दिये - <br /><br />चर्चामंच पर चर्चा पर चर्चा<br />बहुत सुंदर !!!सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47815708115215886262012-07-06T09:50:20.620+05:302012-07-06T09:50:20.620+05:30विवाह जैसी संस्था की परिधि में उन्मुक्त प्रेम की त...विवाह जैसी संस्था की परिधि में उन्मुक्त प्रेम की तलाश करती एक पुस्तक<br />मंगलायतन <br /><br />प्रेम ना हाट बिकाये <br />हौट है ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-70148524308962555532012-07-06T09:46:19.989+05:302012-07-06T09:46:19.989+05:30हिन्दी फ़िल्मों का नायक वामपंथी क्यों नहीं
़़़़़़़...हिन्दी फ़िल्मों का नायक वामपंथी क्यों नहीं<br />़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़<br />इस देश में जो है वो वैसा कहाँ होता है<br />इस पंथ का दिखता है उस पंथ का होता है<br />कुछ भी कहीं हो रहा हो समझ जाइये<br />जो आपको लगे अच्छा वैसी नजर बनाइये<br />शेख चिल्ली हो कर सुखी जीवन बिताइये ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-39029175222664965562012-07-06T09:45:57.601+05:302012-07-06T09:45:57.601+05:30नारद झट झंझट करे, पहुँच जहाँ दरकार |
उत्प्रेरित जन...नारद झट झंझट करे, पहुँच जहाँ दरकार |<br />उत्प्रेरित जन-मन करे, जनहित से ही प्यार ||<br /><br /><br />Sushil <br /><br />नारद जी बता रहे हैं<br />मुन्नी को बदनाम<br />कितनी बार हो चुका<br />सोचो जरा ये काम<br />सोचो जरा ये काम<br />मुन्नी बदनाम हो रही<br />इसीलिये तो अब इस<br />देश में आगे को हर चीज<br />बस मुन्नी हो रही ।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com