tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post4866812499885186068..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: चलो साथ मिलके दिवाली मनायें (सोमवारीय चर्चामंच-1061)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-74685068484526480742012-11-13T23:24:32.285+05:302012-11-13T23:24:32.285+05:30इस विशेष चर्चा में मेरी 'शुभ-दीपावली'की का... इस विशेष चर्चा में मेरी 'शुभ-दीपावली'की कामनाओं)को आपने मान दिया, कृतज्ञ हूँ ! <br />अभी पूरी पढ़ नहीं पाई ,अब इत्मीनान से पढ़ूंगी. प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-86784033657016999592012-11-12T22:18:10.735+05:302012-11-12T22:18:10.735+05:30शुभ भावनाओं से प्रेरित भाव कणिका।दिवाली मुबारक .
...शुभ भावनाओं से प्रेरित भाव कणिका।दिवाली मुबारक .<br /><br />लिंक 12-<br />चलो साथ मिलके दिवाली मनायें -अरुन शर्मा ‘अनंत’virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-17391161324692978192012-11-12T22:14:10.948+05:302012-11-12T22:14:10.948+05:30एक आंच एक चिंगारी लिए है यह रचना इन रुकी हुई घड़ी ...एक आंच एक चिंगारी लिए है यह रचना इन रुकी हुई घड़ी और बिना सुईं वाले चेहरों को आईना दिखाती हुई .<br /><br /><br />राष्ट्रपति का चुनाव<br /><br /><br />अमेरिका ने सबको जता दिया है ,<br />राजनीति में वह सबसे आगे है।<br />काले -गोरे का रंगभेद पुरानी बात है ,<br />प्रमाण है - एकबार फिर से <br />काले को सिरमौर बनाया है।<br />बराक ओबामा ने साबित किया<br />"काले हैं तो क्या हुआ हम दिलवाले है।"<br /><br />भारत उस से दूर ........<br /> बहुत दूर , जात-पात ,धर्म ,कुरीतियों के <br />फंदों में फंसकर फडफडा रहा है।<br /><br />चुनाव जितने के बाद राष्ट्रनेता <br />राष्ट्र की उन्नति की बात करता है,<br />राष्ट्र की भाषा (आशा ) बोलता है।<br />भारत में नेता अपनी जाति की <br />अपने समुदाय की उन्नति की बात करता है।<br /><br /><br />बराक ओबामा ने भाषण में कहा -<br />"पूरा अमेरिका एक परिवार है ,<br />अमेरिका को प्रगति के रास्ते ले जाना है, <br />इसकी आर्थिक प्रगति के रफ़्तार तेज करना है,<br />नए रोजगार के अवसर तलास करना है,<br />आपको (जनता को ) किया वायदा पूरा करना है,<br />चुनौतियाँ कठिन हैं ,रास्ता लम्बा है ,<br />पर आपके सहयोग से ,ये कार्य पूरा करेंगे ,<br />यह जीत आपका है, आप धन्यवाद ,बधाई के पात्र है।"<br /><br />भारत में नेता कुछ ऐसा ही बोलते हैं,<br />पर वे भारत को एक परिवार नहीं <br />वरन परिवारों का राष्ट्र समझते है .<br />वे राष्ट्र के नाम से अपनी जाति, <br />अपने परिवार की उन्नति चाहते है,<br />और दूसरी जाति, दुसरे परिवारों का शोषण करते है,<br />वे अपने को राष्ट्र से ऊपर समझते है।<br />राष्ट्र भाषा नहीं , राष्ट्र कु-भाषा बोलते है ,<br />संसद में ,संसदीय भाषा नहीं <br />असंसदीय भाषा में बात करते है।<br />राष्ट्र नेता राष्ट्रीय आर्थिंक प्रगति नहीं <br />अपने परिवार की आर्थिक प्रगति करता है .<br />घपलों में नए रोजगार तलासते है ,<br />कोयला से बहुतो ने मुहँ काला कर लिया ,<br />टेलीफोन के तार से फांसी लगा लिया ,<br />पर ये नेता मरते नहीं , रक्तबीज के वंशज है <br />एक मरते है तो दश पैदा हो जाते है।<br /><br /><br />कालीपद "पसाद "<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56607543746106819942012-11-12T21:01:33.358+05:302012-11-12T21:01:33.358+05:30आलोचना की बहुत सहज समालोचना की है आपने .जो कुछ नही...आलोचना की बहुत सहज समालोचना की है आपने .जो कुछ नहीं बन पाता वह स्व नाम धन्य नामवर /नामचीन आलोचक बन जाता है .यहाँ दरबार लगता है दिग्विजय सिंह जी से दरबारी होतें हैं जो <br /><br />यशवंत सिन्हा जी के गधे को घोड़ा कहने पर भी बुरा मान जाते हैं .एक प्रतिक्रया ब्लॉग पोस्ट :<br /><br />सृजन की आलोचना (सांप्रत)<br /><br />http://www.nawya.in/samprat-manoj-sinh/item/%E0%A4%B8%E0%A5%83%E0%A4%9C%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%86%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A4%BE<br /><br />.html<br /><br />http://www.nawya.in/samprat-manoj-sinh/item/%E0%A4%B8%E0%A5%83%E0%A4%9C%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%86%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A4%BE.htmlvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65235091518064250172012-11-12T20:46:19.805+05:302012-11-12T20:46:19.805+05:30काव्य और ध्वनी सौन्दर्य एक नाद की सृष्टि करता है इ...काव्य और ध्वनी सौन्दर्य एक नाद की सृष्टि करता है इस रचना में .दिवाली मुबारक .लक्ष्मी आगमन मुबारक .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-86460285908336608632012-11-12T20:41:05.741+05:302012-11-12T20:41:05.741+05:30
सुन्दरम मनोहरम ,खूबसूरत विवरण प्रधान रचना .
शुभ...<br />सुन्दरम मनोहरम ,खूबसूरत विवरण प्रधान रचना .<br /><br /><br />शुभ दीपावली ...<br /><br />मिट्टी की दीवार पर , पीत छुही का रंग<br />गोबर लीपा आंगना , खपरे मस्त मलंग |<br /><br />तुलसी चौरा लीपती,नव-वधु गुनगुन गाय<br />मनोकामना कर रही,किलकारी झट आय |<br /><br />बैठ परछिया बाजवट , दादा बाँटत जाय<br />मिली पटाखा फुलझरी, पोते सब हरषाय |<br /><br />मिट्टी का चूल्हा हँसा , सँवरा आज शरीर<br />धूँआ चख-चख भागता, बटलोही की खीर |<br /><br />चिमटा फुँकनी करछुलें,चमचम चमकें खूब<br />गुझिया खुरमी नाचतीं , तेल कढ़ाही डूब |<br /><br />फुलकाँसे की थालियाँ ,लोटे और गिलास<br />दीवाली पर बाँटते, स्निग्ध मुग्ध मृदुहास |<br /><br />मिट्टी के दीपक जले , सुंदर एक कतार<br />गाँव समूचा आज तो, लगा एक परिवार |<br /><br /><br /><br />अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)November virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-10801010823545541982012-11-12T20:37:00.483+05:302012-11-12T20:37:00.483+05:30सुन्दरम मनोहरम ,खूबसूरत विवरण प्रधान रचना .
लिंक...सुन्दरम मनोहरम ,खूबसूरत विवरण प्रधान रचना .<br /><br /><br />लिंक 19-<br />दीवाली और धनतेरस का त्यौहार सबके लिए शुभ हो -अंजू चौधरीvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30321987368274457592012-11-12T20:35:20.059+05:302012-11-12T20:35:20.059+05:30लिंक 19-
दीवाली और धनतेरस का त्यौहार सबके लिए शुभ ...लिंक 19-<br />दीवाली और धनतेरस का त्यौहार सबके लिए शुभ हो -अंजू चौधरी<br /><br /> सौहाद्र का है पर्व दिवाली ,<br /><br />मिलजुल के मनाये दिवाली ,<br /><br />कोई घर रहे न रौशनी से खाली .<br /><br />हैपी दिवाली हैपी दिवाली .<br /><br />वीरुभाई <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-27728536311664110422012-11-12T20:33:57.397+05:302012-11-12T20:33:57.397+05:30लिंक 19-
दीवाली और धनतेरस का त्यौहार सबके लिए शुभ ...लिंक 19-<br />दीवाली और धनतेरस का त्यौहार सबके लिए शुभ हो -अंजू चौधरी<br /><br /> सौहाद्र का है पर्व दिवाली ,<br /><br />मिलजुल के मनाये दिवाली ,<br /><br />कोई घर रहे न रौशनी से खाली .<br /><br />हैपी दिवाली हैपी दिवाली .<br /><br />वीरुभाई <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-22499239704991742012-11-12T20:31:41.397+05:302012-11-12T20:31:41.397+05:30 लकीर के फ़कीर बनते चले जाने पे लीक से हटके आपने ... लकीर के फ़कीर बनते चले जाने पे लीक से हटके आपने प्रहार किया है कबीराना अंदाज़ में बधाई .टिपण्णी सुबह भी की थी जाले पे पता नहीं कहाँ बिला गई .बधाई दिवाली चर्चा मंच .<br /><br /><br /><br /><br /><br />जेब भर खाली होगी ,<br /><br />ये कैसी दिवाली होगी .<br /><br />बहत बढ़िया तंज .मायने देकर आपने रचना को और भी सार्थक बना दिया है .<br /><br />यहाँ भी वही खेल,<br /><br />टिप्पणियों को हुई जेल . <br /><br />अपनी साली ,दूसरे की घरवाली ,<br /><br />किसे अच्छी नहीं लगती .<br /><br />बढ़िया रचना है शास्त्री जी <br /><br />.अपनी साली ,दूसरे की घरवाली ,<br /><br />किसे अच्छी नहीं लगती .<br /><br />बढ़िया रचना है शास्त्री जी .<br /><br /> <br /><br /><br /><br />सुन्दरम मनोहरम ,खूबसूरत विवरण प्रधान रचना .<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-17071439836530488592012-11-12T20:29:59.046+05:302012-11-12T20:29:59.046+05:30दीवाली और धनतेरस का त्यौहार .....सबके लिए शुभ हो
...दीवाली और धनतेरस का त्यौहार .....सबके लिए शुभ हो<br /><br />अरे सुनो तो <br />आज ...कोई बात शुरू करने से पहले ..<br />बात करे दीवाली की <br />यारो बताओ ,कैसे बात करे दीवाली की |<br /> <br />घर ,गली की या हो <br />बाज़ार और शहर की <br />पर भूलने वाली कभी ना हो ये मुलाकात <br />दीवाली की ...<br />बच्चों संग बाज़ार गए तो <br />क्या क्या लाए और क्या क्या देखा <br />ये तो बतलाओ ...<br />ये तो रूहानी रात है <br />दीवाली की ...<br />कहीं ज़ब्त ना हो ज़ज्बात दीवाली के <br />जब भी कहीं बात हो <br />दीवाली की ....<br />भूलने वाली कभी ना को <br />किसी से वो मुलाकात <br />दीवाली की ....<br />तभी तो ,<br />अच्छी लगती जीत ,दीवाली की <br />सुना है बुरी होती है मात <br />वो भी दीवाली की ...<br />खूब छूटेंगे पटाखे ,फूलझड़ी <br />और जब लाइन सजेगी अनारों की <br />तो यूँ लगे जैसे कोई <br />बरात निकल रही हो आज रात <br />तारों की ...<br />लाखों खुशियों की सौगात <br />लेकर आई ,ये रात <br />दीवाली की... <br />कुछ तो तुम भी बोलो यार मेरे <br />बच्चों संग ,या दोस्तों की <br />सजेगी महफ़िल तुम्हारी ...<br />बोलो किसके साथ <br />फिर कैसे गुज़रेगी ये रात तुम्हारी <br />दीवाली की ...<br />पर भूलने वाली कभी ना हो ये मुलाकात <br />दीवाली की ....|<br /><br /><br />अंजु (अनु)<br />सुन्दरम मनोहरम ,खूबसूरत विवरण प्रधान रचना .<br /><br /> सौहाद्र का है पर्व दिवाली ,<br /><br />मिलजुल के मनाये दिवाली ,<br /><br />कोई घर रहे न रौशनी से खाली .<br /><br />हैपी दिवाली हैपी दिवाली .<br /><br />वीरुभाई <br /><br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64495389133364526912012-11-12T20:25:42.848+05:302012-11-12T20:25:42.848+05:30अपनी साली ,दूसरे की घरवाली ,
किसे अच्छी नहीं लगत...अपनी साली ,दूसरे की घरवाली ,<br /><br />किसे अच्छी नहीं लगती .<br /><br />बढ़िया रचना है शास्त्री जी .<br /><br /> सौहाद्र का है पर्व दिवाली ,<br /><br />मिलजुल के मनाये दिवाली ,<br /><br />कोई घर रहे न रौशनी से खाली .<br /><br />हैपी दिवाली हैपी दिवाली .<br /><br />वीरुभाई virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-85600701685366263432012-11-12T20:20:38.325+05:302012-11-12T20:20:38.325+05:30जेब भर खाली होगी ,
ये कैसी दिवाली होगी .
बहत बढ़...जेब भर खाली होगी ,<br /><br />ये कैसी दिवाली होगी .<br /><br />बहत बढ़िया तंज .मायने देकर आपने रचना को और भी सार्थक बना दिया है .<br /><br />यहाँ भी वही खेल,<br /><br />टिप्पणियों को हुई जेल . virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-72422720985407274202012-11-12T20:19:13.847+05:302012-11-12T20:19:13.847+05:30 लकीर के फ़कीर बनते चले जाने पे लीक से हटके आपने ... लकीर के फ़कीर बनते चले जाने पे लीक से हटके आपने प्रहार किया है कबीराना अंदाज़ में बधाई .टिपण्णी सुबह भी की थी जाले पे पता नहीं कहाँ बिला गई .बधाई दिवाली चर्चा मंच .<br /><br /> सौहाद्र का है पर्व दिवाली ,<br /><br />मिलजुल के मनाये दिवाली ,<br /><br />कोई घर रहे न रौशनी से खाली .<br /><br />हैपी दिवाली हैपी दिवाली .<br /><br />वीरुभाई virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7599425065647010242012-11-12T20:18:22.080+05:302012-11-12T20:18:22.080+05:30
मंगलवार, मई 31, 2011
जेब भर खाली होगी
यह शहरे-ग़...<br />मंगलवार, मई 31, 2011<br /><br />जेब भर खाली होगी<br />यह शहरे-ग़ाफ़िल है, अदा भी निराली होगी,<br />वक़्ते-इस्तक़बाल, हर जुबान पे गाली होगी।<br /> <br />रुखे-ख़ुशामदी ही खिलखिलायेगा अक्सर,<br />और तो ठीक है बस बात ही जाली होगी॥<br /><br />घर का दीवाला होगा, घर में दीवाली होगी,<br />भरी दूकान होगी, जेब भर खाली होगी।<br /> <br />जिसकी दरकार जहाँ, होगा दरकिनार वही,<br />पुश्त में बीवी और रू-ब-रू साली होगी॥<br /> <br />रोज़ होगा सियाह-वो- शब उजाली होगी,<br />दिखेगा सब्ज़ मग़र झमकती लाली होगी।<br /> <br />नहीं मिसाल और होगा अहले दुनिया में,<br />के क़ैस गोरा होगा लैला ही काली होगी॥<br />( वक़्ते-इस्तकबाल- स्वागत के समय, रुखे-ख़ुशामदी- चापलूस का मुँह, पुश्त- पीछे, रू-ब-रू- सामने, रोज़- दिन, सियाह- काला, शब- रात, सब्ज़- हरा )<br /><br /><br />जेब भर खाली होगी ,<br /><br />ये कैसी दिवाली होगी .<br /><br />बहत बढ़िया तंज .मायने देकर आपने रचना को और भी सार्थक बना दिया है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-24059383421133820232012-11-12T20:13:42.816+05:302012-11-12T20:13:42.816+05:30लकीर के फ़कीर बनते चले जाने पे लीक से हटके आपने प...लकीर के फ़कीर बनते चले जाने पे लीक से हटके आपने प्रहार किया है कबीराना अंदाज़ में बधाई .टिपण्णी सुबह भी की थी जाले पे पता नहीं कहाँ बिला गई .बधाई दिवाली चर्चा मंच .<br /><br /> सौहाद्र का है पर्व दिवाली ,<br /><br />मिलजुल के मनाये दिवाली ,<br /><br />कोई घर रहे न रौशनी से खाली .<br /><br />हैपी दिवाली हैपी दिवाली .<br /><br />वीरुभाई <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9327675832404276372012-11-12T17:57:00.803+05:302012-11-12T17:57:00.803+05:30बहुत बढि्या चर्चा
दीप पर्व की आपको व आपके परिवार क...बहुत बढि्या चर्चा<br />दीप पर्व की आपको व आपके परिवार को ढेरों शुभकामनायें<br /><br />मन के सुन्दर दीप जलाओ******प्रेम रस मे भीग भीग जाओ******हर चेहरे पर नूर खिलाओ******किसी की मासूमियत बचाओ******प्रेम की इक अलख जगाओ******बस यूँ सब दीवाली मनाओvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47233609416393905432012-11-12T14:10:53.669+05:302012-11-12T14:10:53.669+05:30मेरे ब्लॉग "झरोखा" को स्थान देने के लिए ...मेरे ब्लॉग "झरोखा" को स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार ......<br />दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !!!निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-38710741003061066262012-11-12T12:20:36.752+05:302012-11-12T12:20:36.752+05:30अति सुन्दर लिंक्स ...
सुन्दर चर्चा मंच....
आपको सह...अति सुन्दर लिंक्स ...<br />सुन्दर चर्चा मंच....<br />आपको सहपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ..<br />:-)मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30854355174281170572012-11-12T11:31:38.250+05:302012-11-12T11:31:38.250+05:30बहुत सुंदर चर्चा
सभी लिंक्स एक से बढ़कर एक
मुझे स...बहुत सुंदर चर्चा<br />सभी लिंक्स एक से बढ़कर एक<br /><br />मुझे स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार<br /><br />महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-19104178463595922562012-11-12T10:50:24.226+05:302012-11-12T10:50:24.226+05:30शुभ दीपावली ...
मिट्टी की दीवार पर , पीत छुही क...शुभ दीपावली ...<br /><br />मिट्टी की दीवार पर , पीत छुही का रंग<br />गोबर लीपा आंगना , खपरे मस्त मलंग |<br /><br />तुलसी चौरा लीपती,नव-वधु गुनगुन गाय<br />मनोकामना कर रही,किलकारी झट आय |<br /><br />बैठ परछिया बाजवट , दादा बाँटत जाय<br />मिली पटाखा फुलझरी, पोते सब हरषाय |<br /><br />मिट्टी का चूल्हा हँसा , सँवरा आज शरीर<br />धूँआ चख-चख भागता, बटलोही की खीर |<br /><br />चिमटा फुँकनी करछुलें,चमचम चमकें खूब<br />गुझिया खुरमी नाचतीं , तेल कढ़ाही डूब |<br /><br />फुलकाँसे की थालियाँ ,लोटे और गिलास<br />दीवाली पर बाँटते, स्निग्ध मुग्ध मृदुहास |<br /><br />मिट्टी के दीपक जले , सुंदर एक कतार<br />गाँव समूचा आज तो, लगा एक परिवार |अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-6125405816112740482012-11-12T10:40:35.735+05:302012-11-12T10:40:35.735+05:30चर्चामंच के सभी पाठकों को दीप पर्व की हार्दिक शुभक...चर्चामंच के सभी पाठकों को दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं, सुन्दर लिंक्स के सजा सुन्दर चर्चा मंच, मेरी रचना को स्थान देने हेतु आदरणीय "गाफिल" सर को अनेक-2 धन्यवाद.अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-3099681570851610952012-11-12T10:35:22.244+05:302012-11-12T10:35:22.244+05:30बहुत सुन्दर चर्चा पठनीय सूत्र बहुत बहुत बधाई बहुत सुन्दर चर्चा पठनीय सूत्र बहुत बहुत बधाई Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-46615843723280520152012-11-12T09:25:47.616+05:302012-11-12T09:25:47.616+05:30दीप पर्व की
हार्दिक शुभकामनायें
देह देहरी देहरे...दीप पर्व की <br /><br />हार्दिक शुभकामनायें <br />देह देहरी देहरे, दो, दो दिया जलाय-रविकर<br /><br /> <a href="http://dineshkidillagi.blogspot.in/" rel="nofollow"> लिंक-लिक्खाड़ </a> पर है ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-23432008908749353492012-11-12T09:15:03.107+05:302012-11-12T09:15:03.107+05:30सुंदर चर्चा !सुंदर चर्चा !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com