tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post5069149989420134250..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: दोहे-"होना पड़ता सभी को, कभी न कभी अनाथ"-चर्चा मंच 1952अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77562666626161471912015-04-21T12:01:33.894+05:302015-04-21T12:01:33.894+05:30बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति
आभार!बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति<br />आभार!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-82296486320583663862015-04-21T09:11:42.444+05:302015-04-21T09:11:42.444+05:30आदरणीय रविकर जी चर्चा को बाद में और पहले आप की उपस...आदरणीय रविकर जी चर्चा को बाद में और पहले आप की उपस्थिति से चर्चामंच खिल उठा । बहुत सुंदर प्रस्तुति है इसीलिये मैंने भी आपका स्वागत करने के बाद में कहा ।'उलूक' के सूत्र 'अपने घर की छोटी बातों में एक बड़ा देश नजर अंदाज हो रहा होता है' को जगह दी दिल से आभार ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-81722802905245056312015-04-21T06:30:50.524+05:302015-04-21T06:30:50.524+05:30आदरणीय रविकर जी एक लम्बे अन्तराल के बाद आपकी चर्चा...आदरणीय रविकर जी एक लम्बे अन्तराल के बाद आपकी चर्चा देखने को मिली।<br />बहुत अच्छा लगा।<br />आपका बहुत-बहुत आभार।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9570626802595050192015-04-21T06:20:36.459+05:302015-04-21T06:20:36.459+05:30सुप्रभात
पर्याप्त लिंक्स |उम्दा संकलन उनका |
मेरी...सुप्रभात <br />पर्याप्त लिंक्स |उम्दा संकलन उनका |<br />मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार रविकर जी |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.com