tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post5448497250651864126..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: 'स्वाभिमान को गिरवी रखता' (चर्चा अंक 3621)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-4306190680074479442020-02-24T23:44:50.286+05:302020-02-24T23:44:50.286+05:30बहुत सुंदर चर्चा अंक। मेरी रचना को शामिल करने हेतु...बहुत सुंदर चर्चा अंक। मेरी रचना को शामिल करने हेतु अनिताजी का विशेष आभार। Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-92105051536065985502020-02-24T23:43:35.958+05:302020-02-24T23:43:35.958+05:30मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूँ पुरुषोत्तम सिन्हा जी।मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूँ पुरुषोत्तम सिन्हा जी।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-89718620203647801612020-02-24T21:39:08.419+05:302020-02-24T21:39:08.419+05:30आज पटल की जीवन्तता तथा ब्लॉगर की चिन्ता देखने व सम...आज पटल की जीवन्तता तथा ब्लॉगर की चिन्ता देखने व समझने लायक रही। मुझे इसमें एक उज्जवल भविष्य का बीज छुपा दिख रहा है। समस्त जनों को शुभकामनाएँ ।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-85212630338931947222020-02-24T21:33:39.011+05:302020-02-24T21:33:39.011+05:30आभार पथिक जी व अनीता जी।आभार पथिक जी व अनीता जी।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-91668235308876563942020-02-24T21:32:55.529+05:302020-02-24T21:32:55.529+05:30शुक्रिया आदरणीयाशुक्रिया आदरणीयापुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-38044969398668107802020-02-24T17:53:55.459+05:302020-02-24T17:53:55.459+05:30बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय सर.
सभी रचनाकारों...बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय सर. <br />सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-13261398174693369342020-02-24T17:49:07.307+05:302020-02-24T17:49:07.307+05:30बहुत सुन्दर आदरणीय शशि भाई
सादर बहुत सुन्दर आदरणीय शशि भाई <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-54039541950225461962020-02-24T17:40:26.212+05:302020-02-24T17:40:26.212+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुतिबहुत सुंदर प्रस्तुतिAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-49612906572321899202020-02-24T17:23:49.097+05:302020-02-24T17:23:49.097+05:30बेहतरीन प्रस्तुति सर ,सभी रचनाकारों को हार्दिक बधा...बेहतरीन प्रस्तुति सर ,सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ,<br />आदरणीय पुरुषोत्तम जी का कथन विचारणीय हैं ,मैं भी इससे पूरी तरह सहमत हूँ ,बाकी आप गुणीजन जो उचित समझे, सादर नमन Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-25277384127775623692020-02-24T15:08:44.036+05:302020-02-24T15:08:44.036+05:30उचित कहा भैया आपने।उचित कहा भैया आपने।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14433315938253647732020-02-24T14:25:22.818+05:302020-02-24T14:25:22.818+05:30बहुत बहुत आभार आदरणीय सर
सादर बहुत बहुत आभार आदरणीय सर <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-85172769022360578222020-02-24T09:03:13.106+05:302020-02-24T09:03:13.106+05:30सुप्रभात
उम्दा लिंक्स|मेरी रचना शामिल करने के लिए...सुप्रभात <br />उम्दा लिंक्स|मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद सर |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77881388354599607242020-02-24T08:13:56.694+05:302020-02-24T08:13:56.694+05:30ब्लॉग जगत के जीर्णोद्धार हेतु, ताऊ जी की पोस्ट अत्...ब्लॉग जगत के जीर्णोद्धार हेतु, ताऊ जी की पोस्ट अत्यंत ही सराहनीय व प्रशंसनीय है।<br /><br />वैस, व्याकुल पथिक जी ( अर्थात् शशि जी ) से आज एक अन्य पटल पर कुछ ऐसी चर्चा हुई जिसका पुन उद्धरण करना श्रेयस्कर है। <br /><br />बिल्कुल, हम सब मिलकर ब्लॉग जगत में एक नई जान अवश्य ही फूंक सकते हैं ।<br /><br />कदाचित, ब्लॉग लेखकों को फेसबुक या अन्य माध्यमों का सहारा लेना पड़ता है और पाठकगण मी वहीँ अपनी टिपण्णी अंकित कर अपनी जवाबदेहियों से मुक्त हो जाते हैं । <br /><br />फलतः, ब्लॉग व ब्लॉगर की रचनाओं को उचित स्थान नही मिल पाता है। कभी-कभी ब्लॉग के कवियों को स्तरहीन तक कहा जाता है। ब्लॉग की समृद्धि हेतु एक सघन सामुहिक प्रयास की आवश्यकता है। <br /><br />वैसे आदरणीय मयंक जी, आदरणीया अनीता सैनी जी, आदरणीय रवीन्द्र यादव जी, आदरणीया यशोदा जी आदि बहुत से गुणीजन इस कार्य को तल्लीणता से अंजाम दे रहे हैं । आशा है, यह कारवां चलता ही रहेगा और अपनी मंजिल अवश्य पाएगा।<br /><br />हम तो सिपाही हैं, कारवां जहां होगा हम भी वहीँ होंगे....<br /><br />शेष ईश्वर की इच्छा।<br />पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47622552486392566622020-02-24T06:53:48.424+05:302020-02-24T06:53:48.424+05:30बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा।
आपका आभार आदरणीय रवीन...बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा।<br />आपका आभार आदरणीय रवीन्द्र सिंह यादव जी।<br />--<br />सुप्रभात सभी पाठकों को।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-60236051280384442242020-02-24T06:38:31.627+05:302020-02-24T06:38:31.627+05:30बहुत सुंदर चर्चा। सभी रचनाएँ बढिया हैं। आप सभी का ...बहुत सुंदर चर्चा। सभी रचनाएँ बढिया हैं। आप सभी का मेरे ब्लॉग पर स्वागत है।<br />iwillrocknow.comNitish Tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/06484230743667707116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56488124293048119742020-02-24T04:09:25.989+05:302020-02-24T04:09:25.989+05:30 यह प्रगतिशील युग है। जिसमें उत्पन्न बुद्धिजीवी अप... यह प्रगतिशील युग है। जिसमें उत्पन्न बुद्धिजीवी अपने ही बुजुर्गों के ज्ञान एवं हितोपदेश का खंडन कर अपना महिमामंडन कर रहे हैं। यही उनका झूठा स्वाभिमान है। <br /> सदैव की तरह कुछ हटकर भूमिका एवं प्रस्तुति सादर नमनव्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com