tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post5462665222751765523..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: स्त्री – एक अपरिचिता-------------चर्चा मंच-269अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9042284420900301822010-09-06T23:19:12.696+05:302010-09-06T23:19:12.696+05:30वंदना जी ,
मेरी रचना को चर्चा में स्थान देने के लि...वंदना जी ,<br />मेरी रचना को चर्चा में स्थान देने के लिए आपका धन्यवाद.<br />आभार.RAKESH JAJVALYA राकेश जाज्वल्यhttps://www.blogger.com/profile/05338888431021649643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-90787209311632301882010-09-06T21:16:21.589+05:302010-09-06T21:16:21.589+05:30चर्चा मंच को पेश करने के नए नए तरीके इजाद कर के उ...चर्चा मंच को पेश करने के नए नए तरीके इजाद कर के उत्सुकता बढ़ाते हैं लेखकों की.<br /><br />बढ़िया चर्चा.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31263018473909914172010-09-06T21:01:15.801+05:302010-09-06T21:01:15.801+05:30शिक्षक दिवस से सम्बंधित सभी पोस्टों को एक साथ देखन...शिक्षक दिवस से सम्बंधित सभी पोस्टों को एक साथ देखना अच्छा लगा.. शामिल करने के लिए आभार..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-26463725736232347762010-09-06T20:23:33.349+05:302010-09-06T20:23:33.349+05:30चर्चा बहुत अच्छी लगी...फिर से चर्चा मंच में शामिल ...चर्चा बहुत अच्छी लगी...फिर से चर्चा मंच में शामिल किए जाने पर धन्यवाद लेकिन अब ना तो पहले जैसे शिक्षक ही रह गए हैं और न ही वो छात्र...दोनों एक-दूसरे से बहुत दूर हो चुके हैं। दोनों तरफ ही कमियां है...खैर यह भी चर्चा का विषय है। मैं अरुणेश जी की बात से बिल्कुल सहमत हूं चर्चाकार..च्रर्चाकार होता है, वह स्त्री या पुरुष हो सकता है..(मेल और फीमेल) लेकिन चर्चाकारा नहीं...वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9828020143824748242010-09-06T20:21:16.486+05:302010-09-06T20:21:16.486+05:30बेहतरीन चर्चा!!बेहतरीन चर्चा!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-75645660083958764492010-09-06T20:21:13.272+05:302010-09-06T20:21:13.272+05:30वंदना जी, नमस्कार. अक्सर चर्चा मंच का चक्कर लगाता ...वंदना जी, नमस्कार. अक्सर चर्चा मंच का चक्कर लगाता रहता हूँ. कुछ नए साथी मिलते है तो कुछ अच्छा पढने को. इसके लिए आपका शुक्रिया. पहले भी आप मेरी गुफ्तगू को शामिल कर चुके हो आज भी आपने मेरी गुफ्तगू को स्थान दिया इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. आशा करता हूँ की चर्चा मंच के माध्यम से मुझे नई दिशा मिलती रहेगी.surya goyalhttp://www.gooftgu.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-52872799572837973662010-09-06T20:15:09.994+05:302010-09-06T20:15:09.994+05:30अति उत्तम.
रामराम.अति उत्तम.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-90172086084738061172010-09-06T19:59:57.998+05:302010-09-06T19:59:57.998+05:30बहुत बढिया लगी चर्चा...बाँचकर मन आनन्दित हुआ!
आभार...बहुत बढिया लगी चर्चा...बाँचकर मन आनन्दित हुआ!<br />आभार्!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77022287402801198232010-09-06T19:49:34.310+05:302010-09-06T19:49:34.310+05:30बेहतरीन चर्चा।
संवेदना के स्वर से सहमत।बेहतरीन चर्चा।<br />संवेदना के स्वर से सहमत।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-15012855645429414682010-09-06T19:03:55.172+05:302010-09-06T19:03:55.172+05:30बहुत अच्छा संकलन...अच्छा मंच प्रदान किया आपने... ट...बहुत अच्छा संकलन...अच्छा मंच प्रदान किया आपने... टिप्पणियों को देख कुछ कहने को जी चाह रहा है..हालाँकि मैं आया ही बहुत देर से हूँ, इसलिए मेरी इस टिप्पणी को कोई देखेगा भी कि नहीं कह नहीं सकता... <br />पंडित अरुणेश जी की बात से सहमत हूँ... इस भेद की बात (चर्चाकार या चर्चाकारा) दूसरे संदर्भ में फिल्म पुरस्कारों की घोषणाओं में उठी थी, जब अभिनेता और अभिनेत्री को अंगरेज़ी में ऐक्टर और ऐक्टरेस कहकर सम्बोधित किया जाता था. जबकि अभिनेत्रियों का यह विरोध था कि कलाकार को उसकी कला के लिए सम्मानित करते समय कलाकार या कलाकारा कहना अनुचित होगा. इसलिए उस विरोध के बाद बेस्ट मेल ऐक्टर और बेस्ट फीमेल ऐक्टर का पुरस्कार दिया जाने लगा. <br />इसलिए मेरे विचार में, शास्त्री जी से ससम्मान क्षमा चाहते हुए यह कह सकता हूँ कि चर्चाकार को चर्चाकार ही रखना ठीक है, यदि भेद ही करना है तो पुरुष और महिला चर्चाकार लिखा जा सकता है. पुनः धृष्टता के लिए क्षमा!!सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65274705393733502772010-09-06T18:43:09.112+05:302010-09-06T18:43:09.112+05:30बेहतरीन चर्चा के लिए आभार |बेहतरीन चर्चा के लिए आभार |कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-60432580252822802692010-09-06T18:10:57.861+05:302010-09-06T18:10:57.861+05:30एक अर्थपूर्ण विस्तृत चर्चा अच्छी लगी. बहुत सुन्द...एक अर्थपूर्ण विस्तृत चर्चा अच्छी लगी. बहुत सुन्दर मंच सजा है. अभी हर जगह तो नही पहुँच पाई हूँ. थोडा समय लगेगा आपकी मेहनत रंग लायी है, नए लिंक्स मिले, बधाई स्वीकारें. आभार.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-38616202452698712482010-09-06T16:35:54.425+05:302010-09-06T16:35:54.425+05:30bahoot achchhi lagi charcha. itne sare lionk dene ...bahoot achchhi lagi charcha. itne sare lionk dene k liye aabharउपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-66687934860601170212010-09-06T15:02:23.281+05:302010-09-06T15:02:23.281+05:30चर्चा बहुत अच्छी लगी ....अच्छे लिंक्स दिए ...
@@...चर्चा बहुत अच्छी लगी ....अच्छे लिंक्स दिए ...<br /><br /><br />@@ शब्द निरंतर ...<br /><br />क्या कभी किसी शिक्षक के दर्द को समझा है ? जब आप जैसे लोग उसका सम्मान नहीं कर सकते तो नयी पीढ़ी से क्या उम्मीद की जा सकती है ?संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-40264023312121888902010-09-06T13:30:11.522+05:302010-09-06T13:30:11.522+05:30वाह वाह बहुत सुन्दर चर्चावाह वाह बहुत सुन्दर चर्चाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7027003814386450662010-09-06T13:05:31.489+05:302010-09-06T13:05:31.489+05:30सीमित शब्द और वृहद् चर्चा ...... एक एक पंक्तियों न...सीमित शब्द और वृहद् चर्चा ...... एक एक पंक्तियों ने बहुत कुछ कह दियारश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53479225143937459932010-09-06T13:01:57.771+05:302010-09-06T13:01:57.771+05:30वाह वाह मेहनत सी गई चर्चा..बहुत बढ़िया.वाह वाह मेहनत सी गई चर्चा..बहुत बढ़िया.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-49172301013551118692010-09-06T11:48:55.766+05:302010-09-06T11:48:55.766+05:30वन्दना जी क्या बात है चर्चा की तो वो भी ऎसी लाजवाब...वन्दना जी क्या बात है चर्चा की तो वो भी ऎसी लाजवाब। क्या सटीक कटाक्ष कियें हैं एक ही पंक्ति में।सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77320902118274778172010-09-06T09:39:51.156+05:302010-09-06T09:39:51.156+05:30कृपया,
आप तो रोकने की कोशिश ना करें,कई बार रोकने ...कृपया,<br /> आप तो रोकने की कोशिश ना करें,कई बार रोकने वाले नज़र नहीं आते हैंNirantarhttps://www.blogger.com/profile/02201853226412496906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14158315449408589792010-09-06T09:23:19.912+05:302010-09-06T09:23:19.912+05:30charcha thik thi.parantu ab shikshak hain kahan ab...charcha thik thi.parantu ab shikshak hain kahan ab to vyapari ban gaye hain .chhatra unke liye client hai .kabhi vetan ke liye hadtal kabhi chhuti ke liye jati aur dharm ki gitbazi mein bante ye shikshak sirf naukari kar rahen hain koi mahanta vahanta nahin haishabdnirantarhttps://www.blogger.com/profile/03042024015791976276noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-2757238308255116002010-09-06T08:23:33.455+05:302010-09-06T08:23:33.455+05:30आपकी यह चर्चा खासकर शिक्षकों को लेकर की गई है ... ...आपकी यह चर्चा खासकर शिक्षकों को लेकर की गई है ... पढ़कर बहुत अच्छा लगा .... शिक्षक हमारे गुरु हैं जो हमारे जीवन को एक नई दिशा और उर्जा प्रदान करते हैं उनके वगैर हमारा ज्ञान अधूरा है .... मैं शिक्षक नहीं रहा हूँ परन्तु उनके प्रति हमेशा मेरे मन में श्रद्धा भाव उमड़ते रहते हैं ... और हमेशा वे श्रद्धा के पात्र रहे हैं ..... आज गुरुजनों का आशीर्वाद है जो हम लिख पढ़ रहे हैं .... आपकी चर्चा में बहुत बढ़िया लिंक पढ़ने मिले ..आप बधाई की पात्र हैं ... मेरी पोस्ट को सम्मिलित करने के लिए मैं आपका तहेदिल से आभारी हूँ .<br /><br />महेंद्र मिश्रसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-21906737163049858872010-09-06T08:18:56.628+05:302010-09-06T08:18:56.628+05:30वंदना जी वैसे तो आपकी हर चर्चा खास होती है लेकिन आ...वंदना जी वैसे तो आपकी हर चर्चा खास होती है लेकिन आज शिक्षक दिवस से सम्बंधित अच्छी रचनाओं को संकलित किया है आपने.. साथ ही कुछ अन्य विस्मित कर देने वाली रचनाएं है जिनमे रचना जी की 'प्रेमिका' और मेरे भाव की "धुआ" दोनों कविताओं ने नया नजरिया दिया है.. सुंदर संकलन.. सुंदर संचयन ..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64807716775812485502010-09-06T07:09:31.808+05:302010-09-06T07:09:31.808+05:30बहुत बेहतरीन चर्चा वन्दना जी !बहुत बेहतरीन चर्चा वन्दना जी !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14974211328403737712010-09-06T06:50:46.313+05:302010-09-06T06:50:46.313+05:30आज की चर्चा बहुत बढ़िया है!आज की चर्चा बहुत बढ़िया है!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-80027433508536701842010-09-06T06:48:55.814+05:302010-09-06T06:48:55.814+05:30@अरुणेश मिश्र जी!
मेरे विचार से पुरुषों के लिए चर्...@अरुणेश मिश्र जी!<br />मेरे विचार से पुरुषों के लिए चर्चाकार और महिलाओं के लिए चर्चाकारा शब्द उपयुक्त होना चाहिए!<br />--<br />वन्दना जी की आज की चर्चा बहुत बढ़िया है!<br />--<br />भारत के पूर्व राष्ट्रपति<br />डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिन<br />शिक्षकदिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com