tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post5822508593414775495..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "दिमाग का फ्यूज़" (चर्चा मंच 1422)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31600329951884545072013-11-13T20:18:12.572+05:302013-11-13T20:18:12.572+05:30आदरणीय रूपचंद्र शास्त्री जी तहे-दिल से शुक्रिया और...आदरणीय रूपचंद्र शास्त्री जी तहे-दिल से शुक्रिया और आभार आपका !सुंदर प्रस्तुति !अच्छे लिंक्स मिले विलंब के लिए माफी चाहूंगी !संध्या आर्यhttps://www.blogger.com/profile/12304171842187862606noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-27923036507726225482013-11-08T20:02:17.613+05:302013-11-08T20:02:17.613+05:30बहुत शानदार विस्तृत चर्चा हेतु आपको बहुत- बहुत बधा...बहुत शानदार विस्तृत चर्चा हेतु आपको बहुत- बहुत बधाई आदरणीय शास्त्री जी Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-37253509300544945192013-11-08T03:09:42.023+05:302013-11-08T03:09:42.023+05:30मेरी कल्पना कल्पना ही रही शायद,
हकीकत न उसको कभी ब...मेरी कल्पना कल्पना ही रही शायद,<br />हकीकत न उसको कभी बना सका मैं;<br />चाहा तो बहुत इस दिल ने मगर,<br />कल्पना को अपने न अपना सका मैं |<br /><br />हाय गिर जाती है पात -गर्भ सी ,<br /><br />कल्पना पहले प्यार की।<br /><br />कल्पना<br /> मेरी कल्पना कल्पना ही रही शायद, <br />हकीकत न उसको कभी बना सका मैं; <br />चाहा तो बहुत इस दिल ने मगर, <br />कल्पना को अपने न अपना सका मैं...<br /><br />ई. प्रदीप कुमार साहनी <br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-38093944253720150752013-11-08T03:06:06.785+05:302013-11-08T03:06:06.785+05:30विशालाक्ष (3 )
विशालाक्षा
मधु "मुस्कान"...विशालाक्ष (3 )<br />विशालाक्षा<br /><br /><br />मधु "मुस्कान"<br /><br />सुन्दर श्रृंखला चल रही है। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-33447462813793688162013-11-08T03:04:40.196+05:302013-11-08T03:04:40.196+05:30वनिताओं तुम सुनो कहानी
आँखों में भर-भर अश्रु धार...वनिताओं तुम सुनो कहानी <br />आँखों में भर-भर अश्रु धार <br />कथा -व्यथा आरम्भ हो रही <br />है धधक रही ज्वाला अपर <br /><br />(अपार )अति सुन्दर प्रस्तुति। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-25392846351291148382013-11-08T03:04:23.470+05:302013-11-08T03:04:23.470+05:30हिम शिखरों पर ज्वाला भड़की
है लगी आग तन मन उपवन म...हिम शिखरों पर ज्वाला भड़की <br />है लगी आग तन मन उपवन में <br />विशालाक्ष जल रही आज <br />व्यारापति के आचल में <br /><br />आँचल में। … <br /><br /> .... सुन्दर मनोहर virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-26531758790972223152013-11-08T03:04:03.870+05:302013-11-08T03:04:03.870+05:30कल -कलरव निः शब्द हो गये
पषाण शिला बन गयी यक्षिणी...कल -कलरव निः शब्द हो गये <br />पषाण शिला बन गयी यक्षिणी <br />रुक गयी आज गति पृथ्वी की <br />विष वमन कर रही वायु दक्षिणी <br /><br />पाषाण शीला बन गई यक्षिणी। <br /><br /> .... सुन्दर मनोहर virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30985145736768260062013-11-08T03:02:46.367+05:302013-11-08T03:02:46.367+05:30ताल-तलैय्या, नदिया-नाले,
गाय चराये बनकर ग्वाले,
...ताल-तलैय्या, नदिया-नाले, <br />गाय चराये बनकर ग्वाले,<br /><br /> गाय "चराएं "बनकर ग्वाले <br /><br /><br />जगायें अपनापन व्यामोह, <br />आओ चलें गाँव की ओर! <br /><br /><br /><br />सुन्दर भाव और बिम्ब। <br /><br /><br />एक गीत<br />"आओ चलें गाँव की ओर"<br /><br />छोड़ नगर का मोह, <br />आओ चलें गाँव की ओर! <br />मन से त्यागें ऊहापोह, <br />आओ चलें गाँव की ओर! <br />ताल-तलैय्या, नदिया-नाले, <br />गाय चराये बनकर ग्वाले, <br />जगायें अपनापन व्यामोह, <br />आओ चलें गाँव की ओर...<br />"धरा के रंग"<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-78751642219722677112013-11-08T02:59:17.546+05:302013-11-08T02:59:17.546+05:30स्वगत कथन सी बुदबुदाहट बढ़िया रचना
(बिछुड़ने मिल...स्वगत कथन सी बुदबुदाहट बढ़िया रचना <br /><br />(बिछुड़ने मिलने का गम ,न होगा एकभी कम )<br /><br />कौन हो तुम ?<br />आज फिर तुम्हारी बेरूख़ी ने मुझे यूँ रुला दिया| <br />एक चाहत जो जगी मिलने की उसे भी मिटा दिया...<br />गुज़ारिश पर सरिता भाटियाvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-76724126877929540642013-11-08T02:51:27.163+05:302013-11-08T02:51:27.163+05:30लौह-पुरुष तब बाप, आज अडवाणी बोले-
) कम्युनल नेहरू ...लौह-पुरुष तब बाप, आज अडवाणी बोले-<br />) कम्युनल नेहरू कहें, जब निजाम-संताप | <br />रिश्ते में लगने लगे, लौह-पुरुष तब बाप...<br />--<br />कीचड़ में अरविन्द, कहाँ शीला-अर सीला-<br />अरसीला अरविन्द *अर, अथ शीला सरकार | <br />दृष्टि-बुरी जब कमल पर, होगा बंटाधार | <br />होगा बंटाधार, खेल फिर झारखण्ड सा | <br />जन त्रिशंकु आदेश, खेल खेलेगा पैसा...<br />रविकर की कुण्डलियाँ<br /><br />कौन है सेकुलर कौन है कम्युनल, रविकर खोले पोल ,<br /><br />पटेल बस सरदार था ,बात कहे सब खोल। <br /><br />बात पते की बोल ,....... दिखावे रोज़ तमाशे <br /><br /><br />................ <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-1868870480751974192013-11-08T02:46:11.331+05:302013-11-08T02:46:11.331+05:30जलने से बच जाय तो, बन सकती है सास |
सास इसी एहसास ...जलने से बच जाय तो, बन सकती है सास |<br />सास इसी एहसास से, देती साँस तराश |<br /><br />देती साँस तराश, जलजला घर में आये |<br />और होय परिहास, जगत में नाक कटाये |<br /><br />रविकर घर से निकल, चला है कालिख मलने |<br />लेकिन घर में स्वयं, बहू को देता जलने-<br /><br />रविकर की कलम दिनानुदिन मोदी की तरह नै ऊंचाइयां छ्हू रही है कुछ करके मानेगी।<br /><br />खीरा-ककड़ी सा चखें, हम गोली बारूद | <br />पचा नहीं पटना सका, पर अपने अमरूद | <br />पर अपने अमरूद, जतन से पेड़ लगाये | <br />लिया पाक से बीज, खाद ढाका से लाये...<br />"लिंक-लिक्खाड़" पर रविकर<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-37011426469720151592013-11-08T02:41:11.954+05:302013-11-08T02:41:11.954+05:30यह संतोष ही जीवन का सबसे बड़ा धन है।
इसीलिए तो आ...<br /><br /><br />यह संतोष ही जीवन का सबसे बड़ा धन है। <br /><br />इसीलिए तो आज हमारी,<br />खिलती बगिया है प्रतिपल।<br />उन सबका आशीष हमारे,<br />सुख-वैभव का है सम्बल।।<br /><br /><br />--<br />"हमने छन्दों को अपनाया"<br /> <br />गीत-ग़ज़ल, दोहा-चौपाई,<br />गूँथ-गूँथ कर हार सजाया।<br />नवयुग का व्यामोह छोड़कर ,<br />हमने छन्दों को अपनाया।<br /><br />कल्पनाओं में डूबे जब भी,<br />सुख से नहीं सोए रातों को।<br />कम्प्यूटर पर अंकित करके,<br />साझा किया सभी बातों को।।...<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-74195548569073072652013-11-08T02:35:54.485+05:302013-11-08T02:35:54.485+05:30सार्थक सौद्देश्य दोहावली इसे सभी पूरा पढ़के लुत्फ...सार्थक सौद्देश्य दोहावली इसे सभी पूरा पढ़के लुत्फ़ उठाएं -<br /><br />जो मन में हो आपके, लिखो उसी पर लेख।<br />बिना छंद तुकबन्दियाँ, बन जाती आलेख।१।<br />--<br />मन पंछी उन्मुक्त है, इसकी बात न मान।<br />जीवन एक यथार्थ है, इसको लेना जान।२।<br />--<br />रवि की किरणें दे रहीं, जग को जीवन दान।<br />पाकर धवल प्रकाश को, मिल जाता गुण-ज्ञान।३।<br />--<br />श्रीकृष्ण ने कर दिया, माँ का ऊँचा भाल।<br />सेवा करके गाय की, कहलाये गोपाल।४।<br />--<br />जीवन इक त्यौहार है, जानो इसका सार।<br />प्यार और मनुहार से, बाँटो कुछ उपहार।५।<br />--<br />तम हरने के वास्ते, खुद को रहा जलाय।<br />दीपक काली रात को, आलोकित कर जाय।६।<br />--<br />अमर शहीदों का कभी, मत करना अपमान।<br />किया इन्होंने देशहित, अपना तन बलिदान।७।<br />--<br />बिल्ले रखवाली करें, गूँगे राग सुनाय।<br />अब तो अपने देश में, अन्धे राह बताय।८।<br />--<br />सूखे रेगिस्तान में, जल नहीं हासिल होय।<br />ख्वाबों के संसार में, जीना दूभर होय।९।<br />--<br />छात्र और शिक्षक जहाँ, करते उलटे काज।<br />फिर कैसे बन पायेगा, उन्नत देश-समाज।१०।<br />--<br />गुलदस्ते में अमन के, अमन हो गया गोल।<br />कौन हमारे चमन में, छिड़क रहा विषघोल।११।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-38710548816452947852013-11-08T02:32:21.740+05:302013-11-08T02:32:21.740+05:30शुक्रिया शास्त्री जी इस अतिरिक्त स्नेह का हमारे से...शुक्रिया शास्त्री जी इस अतिरिक्त स्नेह का हमारे सेतु लगाने का। उत्कृष्ट संयोजन और सेतु चयन किया है आपने। रविकर जी का विशेष शुक्रिया जिनकी प्रतिभा काव्यात्मक विज्ञान रच रहा है। विज्ञान कुंडली लिख रही है। प्रणाम इस द्वय को। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-83762081522187700912013-11-08T02:29:34.371+05:302013-11-08T02:29:34.371+05:30Pl read this link .It is shukdev prasad ,the scien...Pl read this link .It is shukdev prasad ,the science communicator .<br /><br />http://epaper.jagran.com/ePaperArticle/07-nov-2013-edition-LUCKNOW-page_10-1585-11774-11.htmlvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-21401688081711004322013-11-07T21:55:58.540+05:302013-11-07T21:55:58.540+05:30बहुत बढ़िया सूत्रों से सजा चर्चामंच है शास्त्री जी ...बहुत बढ़िया सूत्रों से सजा चर्चामंच है शास्त्री जी ! मेरी रचना को आपने सम्मिलित किया आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवँ आभार ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-81286871731643063252013-11-07T21:18:28.810+05:302013-11-07T21:18:28.810+05:30बहुत सुंदर चर्चा | कई उम्दा लिंक्स | मेरी रचना को ...बहुत सुंदर चर्चा | कई उम्दा लिंक्स | मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार |<br /><br />एक त्रुटि की ओर ध्यान दिलाना चाहूँगा | चर्चा के अंतिम भाग में कुछ लिंक्स और उसके ब्लॉग के नाम इधर-उधर हो गए हैं |<br />(सरोकार पर अरुण चन्द्र रॉय<br />ॐ ..प्रीतम साक्षात्कार ..ॐ पर सरिता भाटिया<br />Sudhinama पर sadhana vaid<br />मेरा काव्य-पिटारा पर )<br /><br />हमसफ़र शब्द पर संध्या आर्य -इस ब्लॉग की चर्चा के साथ 4 और ब्लॉग के नाम (ऊपर) जुड़ गए हैं | उन ब्लोग्स का लिंक एक एक करके नीचे दिया गया है | <br /><br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12634209491911135236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-10734993702952292782013-11-07T20:08:39.721+05:302013-11-07T20:08:39.721+05:30sundar prastuti .badhai sundar prastuti .badhai Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31138625720082205282013-11-07T16:43:18.144+05:302013-11-07T16:43:18.144+05:30अच्छे लिंक मिले . बढ़िया सुन्दर चर्चा आभार अच्छे लिंक मिले . बढ़िया सुन्दर चर्चा आभार समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-68558295371674586072013-11-07T14:42:55.207+05:302013-11-07T14:42:55.207+05:30achchhe links .meri post ko yahan sthan pradan kar...achchhe links .meri post ko yahan sthan pradan karne hetu aabhar Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-23900647989807146622013-11-07T13:05:42.045+05:302013-11-07T13:05:42.045+05:30sundar links se saji charchasundar links se saji charchavandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30090711680941258932013-11-07T10:15:17.022+05:302013-11-07T10:15:17.022+05:30बहुत सुंदर सजी है आज की चर्चा !उल्लूक का "तुझ...बहुत सुंदर सजी है आज की चर्चा !उल्लूक का "तुझे पता है ना तेरे घर में क्या चल रहा है !" को शामिल करने के लिये आभार !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-27697403618092957102013-11-07T09:42:47.338+05:302013-11-07T09:42:47.338+05:30सुन्दर एवं बेहतरीन कड़ियों से सजी चर्चा मंच की प्रस...सुन्दर एवं बेहतरीन कड़ियों से सजी चर्चा मंच की प्रस्तुतियाँ।।<br /><br /><b>नई कड़ियाँ :</b> <a href="http://harshprachar.blogspot.in/2013/11/Story-of-Ashes-Series.html" rel="nofollow"><b>एशेज की कहानी</b></a><br /><br /><a href="http://harshprachar.blogspot.in/2013/10/Indian-Cricket-Team-First-Test-Match-Captain-Karnal-C-K-Naydu-Information.html" rel="nofollow"><b>भारतीय क्रिकेट टीम के प्रथम टेस्ट कप्तान - कर्नल सी. के. नायडू</b></a>HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-12605531046284731072013-11-07T09:19:46.532+05:302013-11-07T09:19:46.532+05:30सुंदर चर्चा ! आ. शास्त्री जी. मनभावन लिंक्स.सुंदर चर्चा ! आ. शास्त्री जी. मनभावन लिंक्स. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-86425547213940252662013-11-07T09:07:09.763+05:302013-11-07T09:07:09.763+05:30सुन्दर प्रस्तुति-
आभार चर्चा मंच-सुन्दर प्रस्तुति-<br />आभार चर्चा मंच-रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com