tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post6074060112756685753..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "मेरा वजूद ही मेरी पहचान है" (चर्चा अंक- 3419)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-38684026645845903712019-08-07T18:34:51.897+05:302019-08-07T18:34:51.897+05:30सुंदर लिंक संयोजन के साथ सुंदर प्रस्तुति।सुंदर लिंक संयोजन के साथ सुंदर प्रस्तुति।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-62203376764865074132019-08-07T09:41:51.758+05:302019-08-07T09:41:51.758+05:30मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद सर |
मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद सर |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-38174673907415282082019-08-06T23:18:15.203+05:302019-08-06T23:18:15.203+05:30सुन्दर सार्थक सूत्र आज की चर्चा में ! मेरी रचना को...सुन्दर सार्थक सूत्र आज की चर्चा में ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वन्दे ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-16599732104275753892019-08-06T17:59:44.061+05:302019-08-06T17:59:44.061+05:30आजकल वैसे ही लोग सिर्फ अपनी हांकते दिखते हैं दूसरो...आजकल वैसे ही लोग सिर्फ अपनी हांकते दिखते हैं दूसरों की रचनाओं को पढ़ना धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। शायद ही कोई पोस्ट पूरी पढ़ी जाती हो ! जब तक आपस में कुछ आत्मीयता ना हो ! फिर भी कभी-कभी कोई रचना दिल को छू जाती है तो प्रशंसा करना जरुरी लगता है ! पर जब सामने वाले के दरवाजे पर ''approval'' की कुंडी लगी दिखती है तो झुंझलाहट और अपने पर ही कोफ़्त होने लगती है कि क्या जरुरत थी ख्वामखाह, एवंई किसी की हौसला अफजाई करने की ! उस समय ऐसा लगता है कि किसी ने बाहर ही रोक दिया हो और ''साहब'' को इत्तला करने गया हो..............इसीलिए आजकल पाठकों की राय मिलनी लगभग बंद हो चुकी है। <br />एक बार आप यदि एक पोस्ट इस मुद्दे पर, अप्रूवल हटाने की विधि के साथ डाल दें तो हो सकता है कुछ फर्क पड़े। क्योंकि यह भी हो सकता है कि अधिकाँश को इसके बारे में पता भी ना हो। गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-3405910992481755672019-08-06T12:33:06.329+05:302019-08-06T12:33:06.329+05:30लाजवाब चर्चा ... अच्छे लिनक्स ...
आभार मेरी रचना क...लाजवाब चर्चा ... अच्छे लिनक्स ...<br />आभार मेरी रचना को शामिल करने के लिए ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-50479116405414370232019-08-06T07:26:46.424+05:302019-08-06T07:26:46.424+05:30शानदार चर्चा
उम्दा लिंक्स.
इन्हीं में मुझे भी शाम...शानदार चर्चा <br />उम्दा लिंक्स.<br />इन्हीं में मुझे भी शामिल करने के लिए आभार.Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-84203034954126375842019-08-06T06:09:59.720+05:302019-08-06T06:09:59.720+05:30सुप्रभात सर 🙏)
सुन्दर चर्चा प्रस्तुति 👌)
मुझे स्...सुप्रभात सर 🙏)<br />सुन्दर चर्चा प्रस्तुति 👌)<br />मुझे स्थान देने के लिए तहे दिल से आभार आप का <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-36611284879661753582019-08-06T06:06:46.741+05:302019-08-06T06:06:46.741+05:30सुन्दर मंगलवारीय प्रस्तुति। आभार आदरणीय।सुन्दर मंगलवारीय प्रस्तुति। आभार आदरणीय।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com