tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post7231291126715666145..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "कुलीन तंत्र की ओर बढ़ता भारत "(चर्चा अंक - 3508)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-5334791585319520842019-11-04T16:32:52.985+05:302019-11-04T16:32:52.985+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-81971583518804691312019-11-03T23:15:17.425+05:302019-11-03T23:15:17.425+05:30शानदार चर्चामंचलाजवाब प्रस्तुति...
सभी रचनाएं बेहद...शानदार चर्चामंचलाजवाब प्रस्तुति...<br />सभी रचनाएं बेहद उम्दा...मेरी रचना को स्थान देने के लिए हृदयतल से आभार एवं धन्यवाद।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-8017279683444089932019-11-03T21:10:05.206+05:302019-11-03T21:10:05.206+05:30आपका मार्गदर्शन अच्छा लगाआपका मार्गदर्शन अच्छा लगाव्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47633161494888467302019-11-03T20:56:21.151+05:302019-11-03T20:56:21.151+05:30सादर प्रणाम शशि भाई.
कभी-कभी अच्छी रचना आँखों के ...सादर प्रणाम शशि भाई. <br />कभी-कभी अच्छी रचना आँखों के सामने होते हुये भी छूट जाती है.या कहूं <br />भागदौड़ भारी ज़िंदगी में जिम्मेदारी का निर्वहन अच्छे से नहीं कर पाती हूँ.इस का मतलब यह नहीं की लेखन अच्छा नहीं. हर रचना अपने आप में पूर्ण होती है सामने वाला उसे कितना समझता है और किस नजरिये से देखता उस पर निर्भर करता है.आप कभी जीवन में हताश न हो.आपकी लेखनी बेहतरीन है और आप एक साहित्यकार ही है आपने आप को कभी कम न आंकना. कठीन शब्दावली लिखने से ही कोई साहित्यकार नहीं होता. आप जन कवि हो भावगांभीर्य बेहतरीन है आप के लेखन में. कुछ साहित्यकार साहित्य दिमाग़ से लिखते है तो कुछ दिल से.आप दिल से लिखते है. ऐसे ही लिखते रहे कभी निराश न जीवन में <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-10295985580211031982019-11-03T20:20:58.963+05:302019-11-03T20:20:58.963+05:30निष्पक्ष और प्रतिष्ठित चर्चामंच पर मेरे लेख को स्थ...निष्पक्ष और प्रतिष्ठित चर्चामंच पर मेरे लेख को स्थान देने के लिये आपका बहुत- बहुत आभार अनीता बहन, प्रणाम। <br />मैं यह लेख काफी परिश्रम से लिखा था। अन्य मंचों ने इसे नहीं लिया तो तनिक कष्ट भी हुआ , परंतु चर्चा मंच ने मेरी रचना को स्थान दे मेर श्रम को सफल किया , सदैव यहाँ यहीं निष्पक्षता बनी रहे , छठ मैया से यह कामना करता हूँ।<br /><br /><br />पिछला लेख मेरा नहीं लगा, तो मुझे लगा कि कुछ ठीक नहीं लिख पाया शायद, दरअसल मैं साहित्यकार तो हूँ नहीं न..<br /> यदि कोई त्रुटि हो तो आप सभी चर्चाकारों से उम्मीद करता हूँ कि मेरा मार्गदर्शन किया करे, पुनः प्रणाम।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-54865244102321882422019-11-03T20:20:13.653+05:302019-11-03T20:20:13.653+05:30बहुत ही सुंदर प्रस्तुतिबहुत ही सुंदर प्रस्तुतिMeena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-90020517330772449762019-11-03T14:03:03.709+05:302019-11-03T14:03:03.709+05:30सुंदर चर्चा अंक ,सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं सुंदर चर्चा अंक ,सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-4380691988747961292019-11-03T11:24:52.852+05:302019-11-03T11:24:52.852+05:30 बहुत सुन्दर अंक। बहुत सुन्दर अंक।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-23014725307408720072019-11-03T10:39:45.412+05:302019-11-03T10:39:45.412+05:30वाह....
बहुत अच्छी प्रस्तुतिवाह....<br /><br />बहुत अच्छी प्रस्तुतिDr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20666372865912147072019-11-03T09:08:43.307+05:302019-11-03T09:08:43.307+05:30बेहतरीन भूमिका प्रिय अनीता। उम्दा लिंक चयन एवं प्र...बेहतरीन भूमिका प्रिय अनीता। उम्दा लिंक चयन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार सखी<br />Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-48107669509208570892019-11-03T08:18:38.364+05:302019-11-03T08:18:38.364+05:30 भूमिका में उठते सवाल अद्यतन ज्वलंत विषयों की ओर ध... भूमिका में उठते सवाल अद्यतन ज्वलंत विषयों की ओर ध्यान प्रेषित कर रहे हैं ....कुलीन वर्गों का प्रपंच फैलता ही जा रहा है.. और एक आम मध्यमवर्ग उस प्रपंच में बुरी तरह से ठगा हुआ महसूस कर रहा है... अमीर अमीर होते जा रहे हैं और गरीब और गरीब होते जा रहे हैं.. भावी पीढ़ी को इतिहास का हर एक पृष्ठ बदला हुआ सा मिलेगा कुछ ऐसा प्रतीत होने लगा है...... चिड़ियों का हमारे आंगन में आना पढ़ते ही एक सुखद अनुभूति दे गया.... कुसुम कोठारी जी की झील का पानी ठंड के आने की दस्तक दे गया बहुत ही बेहतरीन लिखा उन्होंने.. सभी चयनित लिंक अपने आप में खास है इतने अच्छे संकलन के लिए आपको बधाई....!!Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20937032914719052842019-11-03T07:38:25.407+05:302019-11-03T07:38:25.407+05:30अद्यतन लिंकों के साथ बहुत सुन्दर चर्चा प्रस्तुति।
...अद्यतन लिंकों के साथ बहुत सुन्दर चर्चा प्रस्तुति।<br />--<br />आदरणीया अनीता सैनी जी धन्यवाद आपका।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-23484092786779925082019-11-03T05:40:40.956+05:302019-11-03T05:40:40.956+05:30बहुत सुंदर आज की चर्चा मंच की प्रस्तुति। विचारोत्...बहुत सुंदर आज की चर्चा मंच की प्रस्तुति। विचारोत्तेजक भूमिका के साथ प्रस्तुति का आग़ाज़। विविध विषयों पर आधारित रचनाओं का कौशलपूर्ण चयन। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ। <br /><br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20394364272193043082019-11-03T04:06:04.985+05:302019-11-03T04:06:04.985+05:30 कुलीन तंत्र पर भूमिका और लेख विचारणीय है। निम्न-... कुलीन तंत्र पर भूमिका और लेख विचारणीय है। निम्न- मध्यवर्ग की स्थिति काफी दयनीय होती जा रही है । पूर्ववर्ती सरकारों ने इस वर्ग को अंधेरे में रखा और वर्तमान सरकार के सियासी जुमले अच्छे दिन आएंगे का भरपूर लाभ कुलीन वर्ग को ही मिल रहा है। वहीं, छोटे कारोबारी हतोत्साहित हैं और उनके यहां कार्य करने वाले लोगों का बुरा हाल है । उनके पगार में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं हो रही है। सहकार क्या यह नहीं देख रही है की 5 -6 हजार रुपया प्रतिमाह वेतन पाने वाले ऐसे करोड़ों लोग किस तरह से अपना एवं अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं।<br /> प्रस्तुति की भूमिका काफी सशक्त है और रचनाओं का चयन भी उम्दा है। मेरे लेख को स्थान देने के लिए अनिता बहन आपका बहुत-बहुत आभार, धन्यवाद और प्रणाम।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com