tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post7259687555080582383..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: शब्द-सृजन-27 'चिट्ठी' (चर्चा अंक-3746) अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-16218101193260471462020-06-28T23:22:25.225+05:302020-06-28T23:22:25.225+05:30शानदार चर्चा प्रस्तुति बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण चिट...शानदार चर्चा प्रस्तुति बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण चिट्ठी विशेषांक... सभी लिंक बेहद उम्दा एवं उत्कृष्ट।<br />मेरी रचना को शब्द सृजन में स्थान देने हेतु हृदयतल से धन्यवाद आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-494354661688917192020-06-28T20:54:20.490+05:302020-06-28T20:54:20.490+05:30Really great content keep posting learn a lot from...<br />Really great content keep posting learn a lot from your blog<br /><a href="https://www.vkreate.in/blogs/meaning-and-factors-important-for-social-media-optimization" rel="nofollow">full form of smo</a><br /><a href="https://www.vkreate.in/blogs/difference-between-html-and-html5" rel="nofollow">difference between html and html5</a><br /><a href="https://www.vkreate.in/blogs/ping-submission-sites-list-2020" rel="nofollow">ping submission</a><br /><a href="https://www.vkreate.in/blogs/the-complete-seo-guide-to-ranking-local-business-websites" rel="nofollow">local seo</a><br /><a href="https://www.vkreate.in/blogs/targeting-by-topic-is-a-good-strategy-if-your-client-wants-to" rel="nofollow">Google adword</a>Unknownhttps://www.blogger.com/profile/16827213152250924444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56575452438599554572020-06-28T18:42:04.998+05:302020-06-28T18:42:04.998+05:30 आज की चिट्ठी विशेषांक बहुत ही प्यारा और अनमोल प्र... आज की चिट्ठी विशेषांक बहुत ही प्यारा और अनमोल प्रस्तुतिBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-76848209774306095442020-06-28T13:19:27.713+05:302020-06-28T13:19:27.713+05:30लाज़बाब सृजन लाज़बाब प्रस्तुति।लाज़बाब सृजन लाज़बाब प्रस्तुति।उर्मिला सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02492149402964498738noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56491335004857960472020-06-28T12:12:09.496+05:302020-06-28T12:12:09.496+05:30NiceNiceVivekahuja288blogspothttps://www.blogger.com/profile/00664679859422580105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7166065764753395282020-06-28T11:48:33.312+05:302020-06-28T11:48:33.312+05:30शब्द सृजन का बेहतरीन अंक ,चिठ्ठी की भूली बिसरी या...शब्द सृजन का बेहतरीन अंक ,चिठ्ठी की भूली बिसरी यादों को ताज़ा करता लाजबाब सृजन ,सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं ,मेरी रचना को स्थान देने के लिए दिल से आभार अनीता जी Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-52971777821994791572020-06-28T11:37:37.110+05:302020-06-28T11:37:37.110+05:30शब्द सृजन का 27वाँ अक बहुत अच्छा लगा।
अनीता सैनी ज...शब्द सृजन का 27वाँ अक बहुत अच्छा लगा।<br />अनीता सैनी जी आपका आभार।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-26848198623834938882020-06-28T08:42:18.893+05:302020-06-28T08:42:18.893+05:30बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुतिबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुतिकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-83125190760471584892020-06-28T08:41:53.492+05:302020-06-28T08:41:53.492+05:30बहुत ही सुंदर हृदय स्पर्शी सृजन है दी आपका ...
साद...बहुत ही सुंदर हृदय स्पर्शी सृजन है दी आपका ...<br />सादर प्रणाम अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-46693706098975446882020-06-28T08:41:01.291+05:302020-06-28T08:41:01.291+05:30सादर आभार आदरणीय रेणु दीदी मनोबल बढ़ाती प्रतिक्रिया...सादर आभार आदरणीय रेणु दीदी मनोबल बढ़ाती प्रतिक्रिया हेतु .<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-48521701528618344832020-06-28T08:02:28.017+05:302020-06-28T08:02:28.017+05:30मेरी कुछ पंक्तियाँ---
चिठ्ठी आती थी जब घर घर
जमाने...मेरी कुछ पंक्तियाँ---<br />चिठ्ठी आती थी जब घर घर<br />जमाने बीत गए,<br />कागज में चेहरा दिखता था<br />पल वो सुहाने बीत गए!<br />गुलाब कभी -कभी गेंदा<br />या हरी टहनी प्यार भरी<br />भिजवाते थे दिल लिफ़ाफ़े में ,<br />साथी दीवाने बीत गए!<br />ना चिठ्ठिया ना कोई सन्देशा<br />बैठ विरह जो गाते थे<br />राह तकते थे नित कासिद की<br />वो लोग पुराने बीत गए !!<br />🙏🌹🌹🙏🌹🌹🙏रेणुhttps://www.blogger.com/profile/06997620258324629635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14070646617356174692020-06-28T08:00:37.552+05:302020-06-28T08:00:37.552+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.रेणुhttps://www.blogger.com/profile/06997620258324629635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-57700662690712144452020-06-28T07:58:22.370+05:302020-06-28T07:58:22.370+05:30वाह!! प्रिय अनीता, भवभीना अंक जिसमें स्नेह पगी चि...वाह!! प्रिय अनीता, भवभीना अंक जिसमें स्नेह पगी चिट्ठी के अनेक रंग समाहित हैं, कहीं धरती के नाम चिट्ठी ,तो कहीं वर्तमान के नाम चिठ्ठी। किसी ने बाबा रामदेव के नाम चिठी लिखी तो किसी ने श्याम के नाम 👌👌👌👌भावों के इस समन्दर को नमन। कल रात सखी कामिनी के " पत्र _ मन की जुबां "लेख पर मेरी टिप्पणी यहाँ लिख रही हूँ। बहुत- बहुत सराहनीय भूमिका के लिए तुम्हें शुभकामनायें।भाई रविंद्र सिंह यादव जी की बहुत ही उल्लेखनीय रचना "डाकिया'अगर आज संयोजन में होती तो और भी अच्छा होता। आखिर चिठ्ठी और डाकिया ही तो एक दूसरे के पूरक hain----<br />मेरी टिप्पणी ____<br />भावनाओं में पगी पाती पर सुंदर लेख प्रिय कामिनी 👌👌👌। भावनाओं और संवेदनाओं का अहम दस्तावेज समय के चक्र में बदलकर अपने निष्ठुर और निर्मम रूप में डीजिटल स्क्रीन पर सिमट गया । जहाँ आत्मीयता की मधुर गंघ नहीं , बल्कि भ्रामक वाग्ज़ाल में उलझते और बनते -बिगड़ते रिश्ते हैं।पहले लंबी प्रतीक्षा में भी अवसाद नहीं था , आज बिन प्रतीक्षा अवसाद और विषाद से हर कोई बेहाल है। सखी हम लोग भाग्यशाली हैं कि हमने भावनाओं से पगी चिठ्ठियों की प्रतीक्षा के दिन देखे हैं और उसके साथ ही उनमें व्याप्त स्नेह की अनुभूतियों को भी जिया है | एक दिन साहित्य के संग्रहालय में रखी चिठ्ठियों को . भावी पीढियां कौतुहल से निहारा करेंगी | पर उन अनुभूतियों के ज्वार - भाटे से अनजान रहेंगी जो इनके माध्यम से पढने वाले और लिखने वाले झेला करते थे | शायद करोड़ों में एक कोई भाग्यशाली हो , जिसके नाम कोई पत्र आज भी आता हो | बहुत प्यारा लेख सखी | बहुत दिनों बाद तुम्हारे ब्लॉग की रौनक लौटी | मन खुश हुआ | हार्दिक स्नेह के साथ |🌹🌹🌹🌹रेणुhttps://www.blogger.com/profile/06997620258324629635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53374677030055644082020-06-28T07:54:54.049+05:302020-06-28T07:54:54.049+05:30शब्द-सृजन की सदैव की तरह बहुत सुंदर प्रस्तुति ।सभी...शब्द-सृजन की सदैव की तरह बहुत सुंदर प्रस्तुति ।सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई । मेरे सृजन को मंच पर साझा करने के लिए हार्दिक आभार अनीता जी ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-25390570110947090042020-06-28T06:49:34.524+05:302020-06-28T06:49:34.524+05:30बेहतरीन चर्चा प्रस्तुतिबेहतरीन चर्चा प्रस्तुतिAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-59787057050390029152020-06-28T06:33:07.808+05:302020-06-28T06:33:07.808+05:30वाह!बहुत ही सुंदर प्रस्तुति सखी।अलग हटकर लाजवाब हल...वाह!बहुत ही सुंदर प्रस्तुति सखी।अलग हटकर लाजवाब हलचल प्रस्तुति।SUJATA PRIYEhttps://www.blogger.com/profile/04317190675625593228noreply@blogger.com