tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post7595424100718910909..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: " यूं ही झुकते नहीं आसमान "(चर्चा अंक- 3506) अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-84717285664389758282019-11-06T09:12:10.148+05:302019-11-06T09:12:10.148+05:30यहां के अभी पढ़ा ये आपकी पहली प्रस्तुति है और मुझे ...यहां के अभी पढ़ा ये आपकी पहली प्रस्तुति है और मुझे बहुत खुशी हुई कि आप चर्चा मंच का हिस्सा बन गयी हैं।आपकी मेहनत और निष्ठा दिख रही है<br /><br />सार्थक,अच्छा चयन किया है आपने और शानदार प्रस्तुतीकरण अनु<br /><br />मेरी रचना को चर्चामंच पर स्थान देने हेतु तहे दिल से आभार आपका<br /><br />सादरVenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-32371200870483083672019-11-02T10:30:55.984+05:302019-11-02T10:30:55.984+05:30जी मोनिका जी बहुत-बहुत धन्यवाद आप आईं और आपने अपने...जी मोनिका जी बहुत-बहुत धन्यवाद आप आईं और आपने अपने विचार रखें,Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-37979612502348679432019-11-02T10:27:49.433+05:302019-11-02T10:27:49.433+05:30..जी रोहितास जी..कोई बात नही ,देर आये दुरुस्त आये......जी रोहितास जी..कोई बात नही ,देर आये दुरुस्त आये..मैं भी चर्चा मंच का हिस्सा बनकर बेहद खुश हूँ.. यहां आप सरीखे साहित्यिक शख्सियतों से मुलाक़ात एक बहुत ही अच्छा अनुभव रहा,रचनाओं का संसार वृहत है..अनगिनत रचनाये रोज आंखों के सामने से गुजरती है,परंतु जब उन रचनाओं मे हम अपनी प्रतिक्रिया पूरी भवनात्मक के साथ देते है ,तो स्वत ही कवि या लेखक के साथ आत्मीयता का भाव पैदा हो जाता है..कुछ ऐसा ही यहाँ महसूस किया ..आप सभों ने सराहा मुझे इसके लिए हार्दिक धन्यवाद.. सदैव साथ बनाये रखें..!!Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14401887741764482012019-11-02T09:29:44.352+05:302019-11-02T09:29:44.352+05:30बहुत उम्दा लिनक्स मिले ... मेरी पोस्ट को स्थान देन...बहुत उम्दा लिनक्स मिले ... मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए बहुत शुक्रिया डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-36606966920091370632019-11-02T07:59:53.627+05:302019-11-02T07:59:53.627+05:30चर्चा मंच पर कल नहीं आ पाया इसकेलिए मैं क्षमा प्रा...चर्चा मंच पर कल नहीं आ पाया इसकेलिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ।<br /><br />मुझे बहुत खुशी हुई कि आप चर्चा मंच का हिस्सा बन गयी हैं।<br />अब एक उम्मीद है कि ये लीक से हटकर कुछ और अच्छा हो सकता है। बोरियत भरी ब्लॉग जगत में कुछ हलचल सी मच जाए बस यही दुआ है।<br />रचना तक आप नहीं बल्कि रचनाएं खुद आप तक चलकर आये ऐसी ऊंचाइयां प्राप्त करने की शुभकामनाएं देता हूँ।<br />बेजान में जान झोंक दो।<br />पहली ही पोस्ट से कुछ अलग सा होने लगा है।<br /><br />चर्चा मंच पर लोग आते है और रटि रटाई टिप्पणी देकर चले जाते हैं<br />लेकिन अब लगता है ऐसा नहीं होने वाला अब यहां सार्थक चर्चा होगी जो होनी ही चाहिए।<br /><br />प्रत्येक रचना तक मैं नहीं पहुंच पाया लेकिन जितनी भी पढ़ी सब चुनींदा थी।<br />Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-85318492421939823072019-11-02T02:19:26.033+05:302019-11-02T02:19:26.033+05:30 बहुत-बहुत धन्यवाद आंचल तुम्हारी इतनी ढेर सारी शुभ... बहुत-बहुत धन्यवाद आंचल तुम्हारी इतनी ढेर सारी शुभकामनाओ को में कैसे संभालूं यह सोच रही हूं,आज सुबह से सभो का प्यार और आदर बरम्बार मिलता रहा..सभो को प्रभावित कर पाई इसका बहुत सुकून है ..<br /> सैदेव साथ बनाये रखना..Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-41489570400127875882019-11-02T02:11:40.363+05:302019-11-02T02:11:40.363+05:30आदरणीय रेनू दी, आप सिर्फ मेरी ही #दी नहीं हो आप ...आदरणीय रेनू दी, आप सिर्फ मेरी ही #दी नहीं हो आप सबकी दी हो जानती हो ऐसा क्यों क्योंकि आपके अंदर जो स्नेह की भावना सबके लिए उमड़ती है.. वह बहुत ही कम लोगों के बीच मैंने देखी है! आपकी टिप्पणियों में इतना अपनापन होता है कि मन बस झूम उठता है .…लगता ही नहीं है कि यह टिप्पणियां हमारी कविता यह हमारी किसी रचना के लिए है ऐसा महसूस होता है कि आप सामने बैठकर हमसे यह बातें कर रही है, आपकी शख्सियत से में शुरू से ही प्रभावित रही हूं...!! साहित्यिक गतिविधियां बोलचाल वह एक अलग बात है परंतु एक ही क्षेत्र में काम करते-करते एक आत्मीयता का एहसास भी होता है.. जो में हमेशा आपके लिए महसूस करती आई हूं बस इन्ही भावनाओ का आपके समक्ष रख दिया.. आपके द्वारा लिखी हर बात पर एक सुलझापन झलकता है जो दिशानिर्देश के साथ-साथ स्नेह में बांधे रखकर आगे बढ़ने को प्रेरित करता है ...आज मन थोड़ा विचलित था..संशय भी था कि मैं अच्छे से यह सारी चीजें संभाल पाऊंगी या नहीं पर आप सब ने इतना सहयोग दिया मुझे लगा ही नहीं कि यह मेरी पहली प्रस्तुति है सब कुछ बहुत अच्छे से गुजर गया और यकीन मानिए अब मैं बहुत शांति महसूस कर रही हूं, आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद कहना चाहूंगी...!!Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64648562180709187642019-11-02T01:50:22.858+05:302019-11-02T01:50:22.858+05:30 जी रविन्द्र जी..शुरुआत से ही आपका मार्गदर्शन मिलत... जी रविन्द्र जी..शुरुआत से ही आपका मार्गदर्शन मिलता रहा है..आज अगर आप सभो के बीच आ पाई हूँ तो ये आपके ही मार्गदर्शन में ..वरना मुझे सिर्फ लिखना आता था..कहाँ कैसे ..किस तरह से अपनी रचनात्मक दिखाऊं इन बातों से अनभिज्ञ थी.अपने बहुत सारा ज्ञान मुझे दिया साथ ही साथ...मै पूरी तरह से अपनी जिम्मेदारी पूरी करूँगी.. पितामह शास्त्री जी ने चर्चा मंच को पिछले दस सालों से सफलता पुर्वक आगे बढ़ाया, अब उतनी ही जिम्मेदारी के साथ मे भी जुट जाउंगी..।<br /> अंत मे आपका बहुत बहुत धन्यवाद,सदैव साथ बनाये रखें.!Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-31400927651516700412019-11-01T23:49:43.435+05:302019-11-01T23:49:43.435+05:30प्रिय अनु , आज तुम्हारी ये सुंदर , स्नेहिल ...प्रिय अनु , आज तुम्हारी ये सुंदर , स्नेहिल प्रस्तुति देखकर मन आह्लादित हुआ | अपने धारदार और शानदार लेखन की तरह यहाँ भी तुम्हारे प्रस्तुतिकरण में मौलिकता रहेगी मुझे विशवास है | चर्चा मंच ने दूसरे मंचों की तरह हमारे जैसे रचनाकारों को अनगिन पाठकों तक पहुंचा कर एक पहचान दिलवाई है | इस तरह के प्रतिष्ठित मंच से जुड़ना बहुत बड़ा सौभाग्य है |अपनी इस नयी भूमिका में तुम अव्वल रहो मेरी यही कामना है | , आजकल व्यस्ताओं के चलते बहुत से ब्लॉग पर जाना होता है पर प्रतिक्रिया नहीं दे पाती उनमें एक ब्लॉग तुम्हारा भी है | ब्लॉग पर तुम्हारी वापसी से बहुत ख़ुशी हुई | लिखती रहो और हमेशा आगे बढो और अपनी पहचान को नये आयाम दो | बहुत- बहुत शुभकामनायें और बधाई |हार्दिक स्नेह तुम्हारे लिए | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30909615698344625192019-11-01T22:43:28.075+05:302019-11-01T22:43:28.075+05:30वाह बहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीया दीदी जी 👌आपने तो...वाह बहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीया दीदी जी 👌आपने तो प्रथम प्रस्तुति में ही मन मोह लिया।सभी रचनाएँ भी बहुत उत्तम है सबको खूब बधाई।नारायण करें आप यूँ ही आगे बढ़ती रहे और साहित्य,समाज,चर्चा मंच और अन्य जिससे भी आप जुड़ें उसे नए,सुंदर और सुखद आयाम तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहें। माँ सरस्वती की कृपा आप पर सदा बनी रहे।हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏<br />सभी आदरणीय जनों को छठ पूजा की हार्दिक बधाई। सादर नमन शुभ रात्रि 🙏Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-27472347024747042082019-11-01T22:04:43.127+05:302019-11-01T22:04:43.127+05:30वाह!
शानदार प्रस्तुतीकरण अनु!
चर्चामंच की इस धमाक...वाह!<br />शानदार प्रस्तुतीकरण अनु!<br /><br />चर्चामंच की इस धमाकेदार प्रस्तुति के लिये ढेरों बधाइयाँ और असीम शुभकामनाएँ। <br /><br />इस नई जवाबदेही को संजीदा होकर निभाना होगा क्योंकि ब्लॉग दुनिया का यह प्रतिष्ठित पटल साहित्यकारों में पिछले 10 वर्षों से सेवारत है और चर्चित है। भारतीय जीवन शैली की चिंतनधारा को मद्देनज़र रखते हुए रचनाओं का चयन और भूमिका के विषय चुनते हुए अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कीजिए। आदरणीय शास्त्री जी के सानिध्य में प्रस्तुति संबंधी और अधिक बारीकियाँ समझने को मिलेंगीं। <br /><br />सभी रचनाएँ एक से बढ़कर एक हैं। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ। <br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-52231536188659674092019-11-01T21:20:36.896+05:302019-11-01T21:20:36.896+05:30.. बहुत-बहुत धन्यवाद कुसुम जी ...आपकी प्रतिक्रिया ..... बहुत-बहुत धन्यवाद कुसुम जी ...आपकी प्रतिक्रिया ने मन मोह लिया और साथ में आपकी लिखी पंक्तियां ..👌सोने पे सुहागा वाली बात हो गई सदैव साथ बनाए रखिएगा... अज्ञानता वश मैंने आपके लिए जो रिप्लाई लिखा था वह दूसरी तरफ कर आई थी इस भूल के लिए क्षमा चाहूंगी,Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-91249369353096380282019-11-01T19:50:37.108+05:302019-11-01T19:50:37.108+05:30बहुत-बहुत बधाई आपको ..आपकी प्रथम प्रस्तुति बहुत शा...बहुत-बहुत बधाई आपको ..आपकी प्रथम प्रस्तुति बहुत शानदार रही.. ज्ञात हो रहा है कि साहित्य के क्षेत्र में एक नया सितारा उभर रहा है सभी चयनित लिंक आपके व्यवहार कुशलता एवं पारखी नजर को जाहिर कर रहे हैं साहित्य क्षेत्र में योगदान देने वाले बहुत हैं परंतु हर किसी की रचना मन को नहीं छूती है अभी तक आपको जितना मैंने पढ़ा है आप अपवाद सिद्ध हो रही है। आपकी सारी रचनाएं मुझे भाव विभोर कर देती है मैं भी चाहूंगी कि मेरी कविताएं चर्चा मंच के पटल पर चमके।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01776158050756256216noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-88684757556960230652019-11-01T16:38:03.202+05:302019-11-01T16:38:03.202+05:30. बहुत-बहुत धन्यवाद noopuram जी, आप चर्चा मंच में .... बहुत-बहुत धन्यवाद noopuram जी, आप चर्चा मंच में आई ...अपने विचार रखें मुझे इसकी बहुत खुशी हुई हमेशा साथ बनाए रखिएगा🙏Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-27877116522780705892019-11-01T16:35:43.119+05:302019-11-01T16:35:43.119+05:30 बहुत-बहुत धन्यवाद ध्रुव जी, आज मुझे बेहद खुशी हो... बहुत-बहुत धन्यवाद ध्रुव जी, आज मुझे बेहद खुशी हो रही है कि आप सबों ने मेरे प्रथम प्रयास को सराहा.. चर्चामंच ने मुझे सम्मिलित करके एक बेहतर मंच मुहैया करवाया है! जहां में और अच्छे से साहित्य सेवा में लग पाऊं ...आप सबों का मार्गदर्शन एवं सहयोग हमेशा बना रहे यही आशा करती हूं,Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-29010185500015935872019-11-01T15:14:29.720+05:302019-11-01T15:14:29.720+05:30.. बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद पुरुषोत्तम जी.. बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद पुरुषोत्तम जीAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-79838861099569658342019-11-01T15:13:01.219+05:302019-11-01T15:13:01.219+05:30.. मन मोह लिया आपकी सुंदर प्रतिक्रिया ने आप सबों क..... मन मोह लिया आपकी सुंदर प्रतिक्रिया ने आप सबों के स्नेह से बींधे आशीर्वचन ने हौसलों को मेरे मजबूती प्रदान की हमेशा साथ बनाए रखिएगा....!🙏Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-55693837576324783362019-11-01T15:09:42.098+05:302019-11-01T15:09:42.098+05:30अनु जी, बधाई है । चर्चा के विभिन्न रंगों में एक रं...अनु जी, बधाई है । चर्चा के विभिन्न रंगों में एक रंग और जुड़ गया । बहुत अच्छा लगा संकलन । अनंत शुभकामनाएं । रचना चुनने के लिए हार्दिक आभार भी । आपकी प्रथम प्रस्तुति में जगह मिली ।नूपुरं noopuramhttps://www.blogger.com/profile/18200891774467163134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-10226161541065164982019-11-01T14:19:49.914+05:302019-11-01T14:19:49.914+05:30भावों की तूलिका चली
सुंदर शब्दों का आधार
कोई तारा...भावों की तूलिका चली<br />सुंदर शब्दों का आधार <br />कोई तारा पथ छोड आया <br />करने चर्चा मंच का श्रृंगार ।<br /><br />विलक्षण प्रिय अनु जी ।<br /><br />आपकी चर्चा मंच पर पहली प्रस्तुति शानदार ही नहीं मोहक और सच सर्दी की कुनकुनी धूप सी सुखद है,<br />बहुत शानदार प्रस्तुति।<br />अपनी रचना का शीर्षक आज की चर्चा के शीर्ष पर देख कितनी सुखद अनुभूति हुई मैं बयां नहीं कर सकती,आपनी पहली चर्चा में मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार।<br />सभी रचनाएं उच्चस्तरिय पठनीय सभी रचनाकारों को बधाई।<br />आप एक अनुपम चर्चाकार बनें <br />शुभकामनाएं और बधाई।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-36362025530097547292019-11-01T14:15:50.920+05:302019-11-01T14:15:50.920+05:30अनु जी की अगर यह पहली प्रस्तुति है तो मैं सोचता हू...अनु जी की अगर यह पहली प्रस्तुति है तो मैं सोचता हूँ उनमें अपार संभावना है कि वे इस मंच को नई ऊचाई अवश्य प्रदान करेगी । ढेरों शुभकामनायें ।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-22714801265637196972019-11-01T13:53:55.827+05:302019-11-01T13:53:55.827+05:30आदरणीया अनु जी, सर्वप्रथम आपको इस प्रथम अनूठी प्रस...आदरणीया अनु जी, सर्वप्रथम आपको इस प्रथम अनूठी प्रस्तुति पर ढेरों शुभकामनाएं। साहित्य में आपकी निरंतर सक्रियता एवं अमूल्य योगदान निसंदेह एक मील का पत्थर साबित होगा। आप जैसा युवा साहित्यकार जो सदैव ही कुछ नया सीखने की इच्छा रखता है आजकल बहुत कम देखने को मिलते हैं। निसंदेह, सभी महाप्राण व दादी का तमगा धारण कर चुके हैं। सही है अपनी-अपनी खेती और अपने-अपने बैंगन,आलू टमाटर ! फिर क्या, बना लो अपनी-अपनी सब्ज़ी ! ख़ैर छोड़िए, चर्चा मंच की बढ़ती चर्चा से मैं अत्यंत आह्लादित हूँ। गर्व का अनुभव हो रहा कि आपने मेरी इस छोटी-सी दार्शनिक कविता को इस प्रतिष्ठित मंच पर स्थान दिया इसके लिए आभार। सादर 'एकलव्य' 'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-51768357490113917022019-11-01T13:34:25.417+05:302019-11-01T13:34:25.417+05:30जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका... पर्व -त्योहार हमारे स...जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका... पर्व -त्योहार हमारे सामाजिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रखते हैं यही एक समय होता है जब हम आपसी वैमनस्यता को भूलकर एक हो जाते हैं ...छठ पूजा के ऊपर आपकी द्वारा लिखी गई विस्तृत लेख ने मुझे खुद भी बहुत सारी बातों से अवगत कराया जिनसे मैं पहले परिचित नहीं थी,सादर आभार आपका।..Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77516651002769004462019-11-01T12:57:27.413+05:302019-11-01T12:57:27.413+05:30चर्चामंच पर आपकी पहली प्रस्तुति के लिए हार्दिक शुभ...चर्चामंच पर आपकी पहली प्रस्तुति के लिए हार्दिक शुभकामनाएं अनु जी ,<br />बेहतरीन प्रस्तुति ,चर्चामंच मेरी रचना को स्थान देने लिए हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार<br />आप सभी को छठपूजा की हार्दिक शुभकामनाएं Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-78009318970409450632019-11-01T11:50:36.859+05:302019-11-01T11:50:36.859+05:30 जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपकाAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-12867187239813387092019-11-01T11:49:45.526+05:302019-11-01T11:49:45.526+05:30जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपकाजी बहुत-बहुत धन्यवाद आपकाAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.com