tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post7791162447720556264..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "क्यों मौन मानवता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1482अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-59055761686561158822014-01-05T00:06:14.013+05:302014-01-05T00:06:14.013+05:30परिवर्तन का दौर, काल की घूमी चकरी-
फरी फरी मारा कि...परिवर्तन का दौर, काल की घूमी चकरी-<br />फरी फरी मारा किया, घरी घरी हड़काय । <br />मरी मरी जनता रही, दपु-दबंग मुस्काय । <br />रविकर की कुण्डलियाँ<br />रविकर की कुण्डलियाँ<br /><br />बहुत सुन्दरvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-67416534243429286182014-01-05T00:02:02.173+05:302014-01-05T00:02:02.173+05:30कुहरे की फुहार से,
ठहर गया जन-जीवन।
शीत की मार से,...कुहरे की फुहार से,<br />ठहर गया जन-जीवन।<br />शीत की मार से,<br />काँप रहा मन और तन।<br />--<br />माता जी लेटी हैं,<br />ओढ़कर रजाई।<br />काका ने तसले में,<br />लकड़ियाँ सुलगाई। <br /><br /><br />गलियाँ हैं सूनी,<br />सड़कें वीरान हैं।<br />टोपों से ढके हुए,<br />लोगों के कान हैं। <br /><br />खाने में खिचड़ी,<br />मटर का पुलाव है।<br />जगह-जगह जल रहा,<br />आग का अलाव है। <br />--<br />राजनीतिक भिक्षु,<br />हुो रहे बेचैन हैं।<br />मत के जुगाड़ में,<br />चौकन्ने नैन हैं।<br /><br />--सुन्दर शब्द- चित्र बे -ईमान मौसम का <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14268001286722211262014-01-04T23:56:04.853+05:302014-01-04T23:56:04.853+05:30परि पूर्णतया सहमत आपसे। हर शब्द खरा है आपकी पोस्ट...परि पूर्णतया सहमत आपसे। हर शब्द खरा है आपकी पोस्ट का एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :<br /><br />http://pitamberduttsharma.blogspot.in/2014/01/blog-post_3.html<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-39808405214447830902014-01-04T23:54:26.484+05:302014-01-04T23:54:26.484+05:30घोटालों की बारात के दूल्हा मनमोहन सिंह
मनमोहन सि...<br />घोटालों की बारात के दूल्हा मनमोहन सिंह <br /><br />मनमोहन सिंह ने अपने विदाई सम्बोधन में कहा -न तो विपक्ष से और न मीडिया ने मेरे साथ न्याय किया ,मुझे उम्मीद है इतिहासकार मेरी उपलब्धि के बारे में सही आकलन करेंगेंऔर मैं ने जो सेवायें की हैं उन्हें देश के सामने लायेंगे। <br /><br />देश की जनता यह जानना चाहती है कि उन्होंने देश की सेवा किस रूप में की है। वे अपनी व्यक्ति गत ईमानदारी का ढिंढोरा पीटते रहे और उनकी नाक के नीचे घौटाले पर घोटाला होता रहा। नारी की इज्जत पर हमले होते रहे। चीन की सेनाएं अनेक बार भारत की सीमा का उल्लंघन करती रहीं और इतिहास में नाम पा जाने को आतुर प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह चुप्पी भरके बैठे रहे। जब पाकिस्तान के सैनिक भारतीय सैनिकों के सिर काटकर ले गए तब भी उनका मौन नहीं टूटा। ये पता लगाना मुश्किल था <br /><br />कि वे दहशत में हैं ,अपमान से आहत हैं या फिर कूटनीतिक निगाह से <br /><br />किन्हीं वोटों पर निगाह गढ़ाएं हुए हैं। अमरीका ,औस्ट्रेलिया और <br /><br />कई अन्य <br /><br /><br />देशों में भारतीयों का अपमान होता रहा और वह मौन समाधि लगाए रहे। <br /><br />इतिहास क्या लिखेगा कि उनके शासनकाल में राज खुल जाने के डर से फाइलें गुम होती रहीं या फिर उनका अग्नि संस्कार कर दिया गया। आखिर इतिहास क्या लिखेगा यही न कि बार -बार अदालतों से केंद्रीय सरकार को फटकार मिलती रही और प्रधानमन्त्री व्यक्तिगत ईमानदारी का गुणगान करते रहे। वह एक ऐसे प्रधानमन्त्री थे और हैं जिनका विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र सभा में भारत की बजाय किसी और देश की रिपोर्ट पढ़ने लग गया था। वह एक ऐसे प्रधानमन्त्री हैं और एक ऐसी पार्टी से सम्बद्ध हैं कि जिसके एक बड़बोले नेता ने पूर्व सेना अध्यक्ष के बारे में ये निंदनीय टिपण्णी की थी कि अरे वह तो एक मामूली सरकारी नौकर है। शायद इसी आधार पर उन्हें मंत्रीपद दे दिया गया था। और वही महाशय इस बार प्रेस वार्ता में उनके साथ बैठे थे। <br /><br />इतिहास इस बात के लिए भी मनमोहन सिंह को याद करेगा कि उनके एक मंत्री ने किसी अन्य विचार के राजनीतिक कार्यकर्ता को ये धमकी भरी चुनौती दी थी कि मेरे इलाके में आके देखना। उन्हें प्रौन्नति देकर एक और अच्छा विभाग दे दिया गया। जिसे धमकी दी गई थी वह आज दिल्ली का मुख्यमन्त्री है। और प्रधानमन्त्री अपनी पार्टी की ओर से उन्हें समर्थन दे रहे हैं। कहीं ऐसा तो नहीं है वह पश्चाताप कर रहे हैं। यह तो वो जाने पर <br />पर इतना ज़रूर है कि इतिहासकार ये लिखने से बच नहीं सकेगा कि १० साल के लिए एक ऐसे शख्श प्रधानमन्त्री बने थे जब सारी शासन व्यवस्था शिथिल हो गई थी। वे अपनी व्यक्तिगत ईमानदारी का नगाड़ा बजा रहे थे। उनके शासनकाल में कांग्रेसी घौटाले पे घोटाला करते जा रहे थे। उनकी अपनी कोई राय नहीं थी। जो बुलवाया जाता था वही बोलते थे। <br /><br />इतिहासकार इस बात के लिए उन्हें ज़रूर शाबाशी देगा कि सरदार मनमोहन प्रधानमन्त्री के रूप में घोटालों की बारात के दूल्हा बने बैठे थे। <br /><br />विशेष :मनमोहन की बुद्धि इतिहासकार है। इतिहास का अर्थ क्या वह यह समझते हैं कि सरकारी रिकार्ड देखकर इतिहास लिखा जाता है,जो उन्होंने ठीक कर लिए हैं ,जो कुछ देश का अच्छा या बुरा विकास हुआ है वह महत्वपूर्ण नहीं है।हमने आर टी आई क़ानून बनाया। अन्य अनेक क़ानून बनाये। क्या वह मनीष तिवारी जैसे लोगों से काल पात्र गढ़वा कर इतिहास लिखवाएंगे ?यदि ऐसा है तब और बात है। 'हाथ 'की सफाई से कुछ भी किया जा सकता है। <br /><br />परपूर्णतया सहमत आपसे। शब्द खरा है एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :<br /><br />http://pitamberduttsharma.blogspot.in/2014/01/blog-post_3.html<br /><br />" नहीं बनेगा कोंग्रेस का प्रधानमंत्री, <br />इसलिए मैं नहीं बनना चाहता अगला प्रधानमंत्री " <br />- स० मनमोहन सिंह !! <br /><br />5TH Pillar Corruption Killer पर <br />PITAMBER DUTT SHARMA <br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-12773584941968235782014-01-04T23:51:14.966+05:302014-01-04T23:51:14.966+05:30सटीक सत्य विश्लेषण।
" नहीं बनेगा कोंग्रेस क...सटीक सत्य विश्लेषण। <br /><br />" नहीं बनेगा कोंग्रेस का प्रधानमंत्री,इसलिए मैं नहीं बनना चाहता अगला प्रधानमंत्री "- स० मनमोहन सिंह !!<br />" बेरोज़गारी हम दूर नहीं कर पाये " !!<br />" भ्रष्टाचार नहीं मिटा पाये " !!<br />" मंहगाई नहीं रोक पाये " !!<br />" अगला प्रधानमंत्री U.P.A. का बनेगा " !!<br />" मैं अगला प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहता "!!<br />" कई बातों का मुझे आज तलक पता ही नहीं चला हम देखेंगे " !!<br />" इतिहासकार मुझे अच्छा प्रधानमंत्री लिखेंगे"!<br />" मीडिया चाहे मुझे बुरा कहे "!!<br />" मोदी प्रधानमंत्री बने तो घातक होगा " !!<br />" राहुल में कई खूबियां हैं " !!<br />" सोनिया जी अगला प्रधानमंत्री पद का दावेदार जल्द ही घोषित करेंगीं " !!<br /> - स० मनमोहन सिंह <br /> <br /><br /> ये हैं हमारे शरीफ प्रधानमंत्री जी के वो कथन जो उन्होंने आज प्रैस से मिलिए कार्यक्रम में मुख्यतः कंही !! भारत के उन नागरिकों ने अपना माथा ही पीट लिया होगा जिन्होंने इसे देखा होगा !! और जिन्होंने इसे नहीं देखा होगा वो कल अखबारों में इसे पढ़कर अपना सर धुन लेंगे और कहेंगे के हे भगवान् किन पापों की सज़ा हमें इस रूप में मिल रही है ??<br /> जिनको कोर्ट और S.I.T. ने निर्दोष घोषित करदिया हो वो मोदी जी और येदियुरप्पा तो इन्हें भ्रष्टाचारी और हत्यारे नज़र आ रहे हैं और अपने राजा ,कलमाड़ी,शीला दीक्षित और सज्जन कुमार निर्दोष नज़र आते हैं जिनको कोर्ट दोषी कह चुका है क्यों ???<br /> मनमोहन जी जितने चाहे षड्यंत्र रच लो !! जितनी चाहे मर्ज़ी अपनी " आप " जैसी A.B.C.D.टीम बनालो , जनता 2014 में होने वाले चुनावों में कोंग्रेस ही नहीं बल्कि U.P.A.मुक्त प्रधानमंत्री चुनेगी !! ये " फिफ्थ पिल्लर कारप्शन किल्लर " ब्लॉग कि भविष्यवाणी है सभी नोट करलें समय आने पर हैम सभी को याद दिलाएंगे कि हमने ऐसा कहा था !! <br /> हाँ - नहीं तो !!!!<br /> virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-13578145150182021692014-01-04T23:44:29.298+05:302014-01-04T23:44:29.298+05:30झा साहब की चर्चा के साहित्यिक तेवर देखते ही बनते ह...झा साहब की चर्चा के साहित्यिक तेवर देखते ही बनते हैं श्रेष्ठ सेतु चयन सुन्दर संयोजन। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-71100494582426817352014-01-04T23:43:29.849+05:302014-01-04T23:43:29.849+05:30
देख कर करतूत अपनी,
चाँद-सूरज हँस रहे हैं,
आदमी ...<br />देख कर करतूत अपनी, <br />चाँद-सूरज हँस रहे हैं, <br />आदमी को बस्तियों में, <br />लोभ-लालच डस रहे हैं, <br />काल की गोदी में, <br />बैठे ही हुए सारे चने हैं। <br />दुःख और सुख भोगने को, <br />जीव के तन-मन बने हैं।। <br />बहुत सुन्दर है। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-58309752845936088462014-01-04T22:33:56.435+05:302014-01-04T22:33:56.435+05:30बहुत सुंदर चर्चा में शामिल करने के लिए धन्यवाद !बहुत सुंदर चर्चा में शामिल करने के लिए धन्यवाद !Rekha Joshihttps://www.blogger.com/profile/14042681638342254038noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-11981331006302379742014-01-04T17:49:06.065+05:302014-01-04T17:49:06.065+05:30बहुत ही सुंदर संयोजन. सभी रचनाएँ बेहतरीन
चर्चा-मंच...बहुत ही सुंदर संयोजन. सभी रचनाएँ बेहतरीन<br />चर्चा-मंच में शामिल करने के लिए धन्यवाद !<br />सभी को मेरी तरफ से नया साल मुबारक !Preeti 'Agyaat'https://www.blogger.com/profile/10022068567986107219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7159362239823939362014-01-04T15:59:16.673+05:302014-01-04T15:59:16.673+05:30उम्दा चर्चा ... सुन्दर लिनक्स का संयोजन .मेरी रच...उम्दा चर्चा ... सुन्दर लिनक्स का संयोजन .मेरी रचना " चाभिया" शामिल किये जाने का आभार नीलिमा शर्मा Neelima Sharma https://www.blogger.com/profile/15015116506093296186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14682182525131520192014-01-04T13:51:44.447+05:302014-01-04T13:51:44.447+05:30badiya charcha ..shamil karne ke liye dhanyvaad .badiya charcha ..shamil karne ke liye dhanyvaad .kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-57444147096953962252014-01-04T13:32:05.901+05:302014-01-04T13:32:05.901+05:30बढ़िया चर्चा -
आभार आदरणीय-बढ़िया चर्चा -<br />आभार आदरणीय-रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65049750162122597392014-01-04T12:46:15.064+05:302014-01-04T12:46:15.064+05:30बहुत बढियाँ चर्चाबहुत बढियाँ चर्चाSunil Kumar Mauryahttps://www.blogger.com/profile/17838594611150903232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30711932571316009322014-01-04T11:48:32.026+05:302014-01-04T11:48:32.026+05:30अच्छी चर्चा है। धन्यवादअच्छी चर्चा है। धन्यवाद‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-28717782910586184002014-01-04T11:35:11.673+05:302014-01-04T11:35:11.673+05:30बढ़िया चर्चा !
बढ़िया चर्चा !<br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-89049392839759094782014-01-04T11:21:28.032+05:302014-01-04T11:21:28.032+05:30बहुत सुन्दर और पठनीय हैं सभी लिंक ...... मेरी रचना...बहुत सुन्दर और पठनीय हैं सभी लिंक ...... मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |<br /><br />निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-15688219673071256772014-01-04T11:06:14.231+05:302014-01-04T11:06:14.231+05:30बहुत से सुंदर सुंदर सूत्रों को पिरोया है आज की चर्...बहुत से सुंदर सुंदर सूत्रों को पिरोया है आज की चर्चा में ! उल्लूक का " कुछ देशी इलाज करवा बहुत फालतू बातें आजकल कर रहा है" को शामिल किया आभार !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-32188897436748362042014-01-04T09:47:53.307+05:302014-01-04T09:47:53.307+05:30इस वर्ष की आपकी पहली चर्चा के लिए पहले तो बधाई.सभी...इस वर्ष की आपकी पहली चर्चा के लिए पहले तो बधाई.सभी लिंक बहुत सुन्दर और पठनीय हैं,धन्यवाद |Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20997703034963658602014-01-04T09:46:23.318+05:302014-01-04T09:46:23.318+05:30सुन्दर रोचक व पठनीय सूत्रसुन्दर रोचक व पठनीय सूत्रप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-1033764888095034242014-01-04T09:01:25.563+05:302014-01-04T09:01:25.563+05:30सुप्रभात
इस वर्ष की आपकी पहली चर्चा के लिए पहले त...सुप्रभात <br />इस वर्ष की आपकी पहली चर्चा के लिए पहले तो बधाई स्वीकार करें |<br />सूत्र बहुत अच्छे लगे |<br />मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-79419075287264762812014-01-04T08:06:02.193+05:302014-01-04T08:06:02.193+05:30सुन्दर चर्चा!
आभार!सुन्दर चर्चा!<br /><br />आभार!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-12308325365412821312014-01-04T07:47:48.204+05:302014-01-04T07:47:48.204+05:30आदरणीय राजीव कुमार झा जी!
आपने नये साल की अपनी पहल...आदरणीय राजीव कुमार झा जी!<br />आपने नये साल की अपनी पहली चर्चा बहुत अच्छे ढंग से की है।<br />सभी लिंक बहुत सुन्दर और पठनीय हैं।<br />आभार।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77181155622627860062014-01-04T07:45:30.102+05:302014-01-04T07:45:30.102+05:30पठनीय..पठनीय..Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-35932354717804030232014-01-04T07:22:03.436+05:302014-01-04T07:22:03.436+05:30waah..........ati sundar charcha...........
dhnya...waah..........ati sundar charcha...........<br /><br />dhnyavaadAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.com