tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post8193433538408988159..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "ईदुलजुहा बहुत बहुत शुभकामनाएँ" (चर्चा मंचःअंक-1400)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-72246642561984745582013-10-21T10:41:52.720+05:302013-10-21T10:41:52.720+05:30आदरणीय शास्त्री सर प्रणाम,
सुन्दर ब्लॉग लिंक्स के ...आदरणीय शास्त्री सर प्रणाम,<br />सुन्दर ब्लॉग लिंक्स के लिए एवं मेरे ब्लॉग को स्थान देने के लिए आपका दिल से आभार ।<br />Durga prasad mathurhttps://www.blogger.com/profile/04358955077871185842noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-6876340880595612282013-10-17T09:42:56.916+05:302013-10-17T09:42:56.916+05:30बेहतरीन चर्चा, सुन्दर लिंक्स!बेहतरीन चर्चा, सुन्दर लिंक्स!Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77567875555822096662013-10-17T09:00:51.261+05:302013-10-17T09:00:51.261+05:30रोचक व पठनीय सूत्ररोचक व पठनीय सूत्रप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-29021183310758138752013-10-16T23:53:17.394+05:302013-10-16T23:53:17.394+05:30बढ़िया बाल गीत होली का मौसम अब आया ,गुंझिया बर्फी ...बढ़िया बाल गीत होली का मौसम अब आया ,गुंझिया बर्फी लेकर आया। <br /><br />बालगीत<br />♥ होली का मौसम ♥<br />रंग-गुलाल साथ में लाया।<br />होली का मौसम अब आया।<br /><br />पिचकारी फिर से आई हैं,<br />बच्चों के मन को भाई हैं,<br />तन-मन में आनन्द समाया।<br />होली का मौसम अब आया।।<br />हँसता गाता बचपनvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53961712171485064822013-10-16T23:48:50.792+05:302013-10-16T23:48:50.792+05:30विचारणीय पक्ष रखा है आपने। मार्मिक प्रस्तुति अपने ...विचारणीय पक्ष रखा है आपने। मार्मिक प्रस्तुति अपने दौर के मेले क्यों याद आते हैं। तब गर्माहट थी सम्बन्धों की। अब हर तरफ बर्फ है।<br />मेला दिलों का …<br />कल फेस बुक पर दशहरा मेले का एक फोटो डाला बहुत सारे लोगों ने इसे पसंद किया। अपने बचपन को याद करते हुए बचपन के मेलों को याद किया। कुछ लोगों ने तुलना कर डाली उस समय के मेले , उनकी बात ही कुछ और थी , इसी बात ने सोचने को मजबूर कर दिया...<br />कासे कहूँ? पर kavita verma <br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-32883945997352330692013-10-16T23:45:23.143+05:302013-10-16T23:45:23.143+05:30बहुत सशक्त संदेश देती है यह प्रस्तुति दहेज़ खोरों ...<br />बहुत सशक्त संदेश देती है यह प्रस्तुति दहेज़ खोरों को जो अपने लौंडे को नीलाम करते हैं।कर्तम सो भोगतम। अभिव्यक्ति और लहजा आंचलिकता लिए हुए। अर्थगर्भित।<br /><br /><br />--<br />मेरी बहू -लघु कथा<br /><br />WORLD's WOMAN BLOGGERS ASSOCIATION<br />पर<br />shikha kaushikvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-11642724584910794812013-10-16T23:40:07.727+05:302013-10-16T23:40:07.727+05:30बहुत सशक्त भाव अभिव्यक्ति अर्थगर्भित।
संवाद से ...<br />बहुत सशक्त भाव अभिव्यक्ति अर्थगर्भित। <br /><br /><br />संवाद से ही ....<br />मुखरित होती है ...<br />संवेदनाएं ...<br /><br />.संवाद करते से हैं सब के सब हाइकु। <br /><br /><br />हाइकु ...संवेदना ....<br /><br /> रैन न बीते .... <br />ये क्षण रहे रीते .... <br />आस न जाए ..<br />anupama's sukrity<br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-84352466217122135432013-10-16T23:36:48.882+05:302013-10-16T23:36:48.882+05:30--
"झुकेगी कमर धीरे-धीरे"
जवानी ढलेगी ...<br />--<br />"झुकेगी कमर धीरे-धीरे"<br /> <br />जवानी ढलेगी मगर धीरे-धीरे<br />करेगा बुढ़ापा असर धीरे-धीरे<br /><br />सहारा छड़ी का ही लेना पड़ेगा<br />झुकेगी सभी की कमर धीरे-धीरे...<br /><br />नहीं साथ देगा कुटुम और कबीला<br />कठिन सी लगेगी डगर धीरे-धीरे<br /><br />यही फलसफा जिन्दगी का है यारों<br />कटेगी अकेले उमर धीरे-धीरे<br /><br />नहीं “रूप” की धूप हरदम खिलेगी<br />अँधेरे में होगा सफर धीरे-धीरे <br />बहुत खूब कहा है।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-83658372233335791802013-10-16T23:32:31.958+05:302013-10-16T23:32:31.958+05:30मैं ही अनश्वर ब्रह्म में स्थित
शाश्वत धर्म और अमृत...मैं ही अनश्वर ब्रह्म में स्थित<br />शाश्वत धर्म और अमृत भी.<br />अर्जुन मुझमें ही आश्रय समझो <br />एकांतिक अखंड सुख का भी.<br /><br />सुन्दरम मनोहरम भावसार भाव शांति पैदा करता है। <br /><br /><br />--<br />श्रीमद्भगवद्गीता-भाव पद्यानुवाद (५७वीं कड़ी)<br /><br />मेरी प्रकाशित पुस्तक 'श्रीमद्भगवद्गीता (भाव पद्यानुवाद)' के कुछ अंश: चौदहवां अध्याय (गुणत्रयविभाग-योग-१४.२१-२७) अर्जुन उनके क्या लक्षण हैं भगवन जो त्रिगुणों से ऊपर उठ जाता. कैसा है व्यवहार वह करता कैसे त्रिगुणों के पार है जाता. (१४.२१) श्री भगवान ज्ञान, कर्म, मोह होने पर वह उनसे है द्वेष न करता. होने पर निवृत्त है उनसे नहीं कामना उनकी करता. (१४.२२) साक्षी रूप से स्थिर होकर नहीं गुणों से विचलित होता. केवल गुण ही कर्म कर रहे ऐसा समझ न विचलित होता....<br />Kashish - My Poetry पर Kailash Sharmavirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-44751621295689022702013-10-16T23:28:27.828+05:302013-10-16T23:28:27.828+05:30विचारणीय पक्ष रखा है आपने। भीड़ का भी विनियमन होना...विचारणीय पक्ष रखा है आपने। भीड़ का भी विनियमन होना चाहिए। <br /><br />जानलेवा लापरवाहियों को <br />कब तक लीपापोती में छिपाते रहेंगे !!<br /><br />शंखनाद पर पूरण खण्डेलवाल virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77178543255580270302013-10-16T23:23:58.354+05:302013-10-16T23:23:58.354+05:30जबरजस्त सजाया चर्चा मंच आपने ,
बारहा , रिझाया हमक...जबरजस्त सजाया चर्चा मंच आपने ,<br /><br />बारहा , रिझाया हमको आपने। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-14657845610820328742013-10-16T23:23:03.356+05:302013-10-16T23:23:03.356+05:30उसे हम दोस्त क्या मानें दिखे मुश्किल में ,
मुश्क...उसे हम दोस्त क्या मानें दिखे मुश्किल में ,<br /><br />मुश्किल से,<br />मुसीबत में भी अपना हो ,<br /><br />उसी को दोस्त मानेगें।<br />जो दिल को तोड़ ही डाले ,<br /><br />उसे हम प्यार क्या जानें,<br />दिल से दिल मिलाये जो ,<br />उसी को प्यार जानेंगें। <br /><br />बहुत खूब सक्सेना साहब। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-58372921336976826142013-10-16T22:54:45.881+05:302013-10-16T22:54:45.881+05:30sarthak links se saji charcha .aabhar sarthak links se saji charcha .aabhar Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-58547659678122185292013-10-16T22:48:57.402+05:302013-10-16T22:48:57.402+05:30सुंदर चर्चा .सुंदर चर्चा . राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-67822682681477731602013-10-16T19:31:27.508+05:302013-10-16T19:31:27.508+05:30उम्दा लिंक्स ... रोचक एवं प्रेरक रचनाये पढने को मि...उम्दा लिंक्स ... रोचक एवं प्रेरक रचनाये पढने को मिली .. मेरी रचना को यहाँ स्थान देने के लिए हार्दिक आभार आदरणीय :) सादर नमन सुनीता अग्रवाल "नेह"https://www.blogger.com/profile/07002923684526556089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-8788835877288115032013-10-16T18:53:40.951+05:302013-10-16T18:53:40.951+05:30सुन्दर लिंक्स...रोचक चर्चा...आभार सुन्दर लिंक्स...रोचक चर्चा...आभार Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-79809654646260120992013-10-16T17:48:34.034+05:302013-10-16T17:48:34.034+05:30उत्कृष्ट लिंक चयन शास्त्री जी ....मेरी रचना सम्मिल...उत्कृष्ट लिंक चयन शास्त्री जी ....मेरी रचना सम्मिलित की ,हृदय से आभार ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-50132516674537751362013-10-16T13:20:21.502+05:302013-10-16T13:20:21.502+05:30aabhaar.
tyauhaar par sabko mubarakbaad.aabhaar.<br />tyauhaar par sabko mubarakbaad.DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/04030809631254208656noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-55191389972386397402013-10-16T12:19:59.707+05:302013-10-16T12:19:59.707+05:30सार्थक सूत्रों से सजा सुसज्जित चर्चामंच ! यहाँ मेर...सार्थक सूत्रों से सजा सुसज्जित चर्चामंच ! यहाँ मेरी रचना को भी सम्मिलित करने के लिये आपका धन्यवाद एवँ आभार शास्त्री जी ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-826057471633986462013-10-16T08:49:32.841+05:302013-10-16T08:49:32.841+05:30सुंदर सूत्रों से सजे आज के चर्चा मंच में उल्लूक की...सुंदर सूत्रों से सजे आज के चर्चा मंच में उल्लूक की रचना<br />देखता है फिर भी समझना चाहता है<br />को स्थान देने के लिये शास्त्री जी का आभार !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-56765211050483414812013-10-16T08:23:38.692+05:302013-10-16T08:23:38.692+05:30सुन्दर और पठनीय सूत्रों से सजी चर्चा !!
सादर आभार ...सुन्दर और पठनीय सूत्रों से सजी चर्चा !!<br />सादर आभार !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-83415101977382110462013-10-16T06:52:40.421+05:302013-10-16T06:52:40.421+05:30बहुरंगी लिंक्स आज
मन चाहता रमना उनमें
छोड़ सारे का...बहुरंगी लिंक्स आज<br />मन चाहता रमना उनमें <br />छोड़ सारे काज |<br /> |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार शास्त्री जी <br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.com