tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post8210952594879718882..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: "सौम्य सरोवर" (चर्चा अंक- 3527)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-17777275449820799262019-11-23T13:16:58.740+05:302019-11-23T13:16:58.740+05:30अनीता जी
बहुत अच्छे लिंक्स जोड़े हैं आपने बधाई .....अनीता जी <br /><br />बहुत अच्छे लिंक्स जोड़े हैं आपने बधाई ....बहुत सुंदर संकलन..<br /><br />कुसुम जी की भाषा शैली की तो मैं वैसे ही बहुत कायल हूँ। .. पर ये रचना तो बहुत अच्छी लगी। .शेयर करने के लिए धनयवाद <br /><br />आकांक्षाओं के शोणित<br />बीजों का नाश<br />संतोष रूपी भवानी के<br />हाथों सम्भव है<br />वही तृप्त जीवन का सार है।<br /><br />"आकांक्षाओं का अंत "। <br /><br /><br />Nitish Tiwary जी की ये इक लाइन अपने आप में इक पूरा लेख है। ..आज के रिश्तों की सच्चाई <br /><br />सर्दी नहीं पड़ रही है इस बार, जानती हो क्यों? क्यूँकि हमारे रिश्तों में गर्माहट नहीं है। <br /><br /><br /><br />कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमती ने,,...ये लेख पढ़ कर बहुत हैरानी हुई,..सच में, ये जानकरी नहीं थी मुझे। .. धन्यवाद<br /><br />मेरी रचना को स्थान देने के लिये तहे दिल से आभार आप का<br /><br />आप बहुत मेहनत से इतने शानदार लिंक्स धुंध के जोड़ती हैं इक सूत्र में और हमे अच्छा लेखन पढ़ने को मिलता है <br />बधाई स्वीकारें VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-54227664281358713592019-11-23T09:59:44.727+05:302019-11-23T09:59:44.727+05:30कोई बात नहीं दी सभी के जीवन में व्यस्तता बहुत बढ़ ...कोई बात नहीं दी सभी के जीवन में व्यस्तता बहुत बढ़ गई है पर फिर भी आप समय निकालकर आती है मुझे बहुत अच्छा लगता है आपका बहुत-बहुत धन्यवादAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-68054905501491967952019-11-23T09:58:37.885+05:302019-11-23T09:58:37.885+05:30 बहुत-बहुत धन्यवाद आंचल तुम्हारी प्रतिक्रिया मनोब... बहुत-बहुत धन्यवाद आंचल तुम्हारी प्रतिक्रिया मनोबल में बहुत वृद्धि करती हैAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-91780644356429129382019-11-22T23:05:58.482+05:302019-11-22T23:05:58.482+05:30वाह ! बहुत ही सुन्दर सूत्र आज के संकलन में ! व्यस्...वाह ! बहुत ही सुन्दर सूत्र आज के संकलन में ! व्यस्तता के कारण देर से देख पाई क्षमाप्रार्थी हूँ ! आज के इस बेहतरीन अंक में मेरी रचना को भी स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार अनीता जी ! सप्रेम वन्दे ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-79905930591258376502019-11-22T19:03:06.879+05:302019-11-22T19:03:06.879+05:30मार्मिक प्रश्न लिए लाजावाब प्रस्तुति आदरणीया दीदी ...मार्मिक प्रश्न लिए लाजावाब प्रस्तुति आदरणीया दीदी जी। सभी रचनाएँ भी बेहद उम्दा 👌सभी को खूब बधाई। सादर नमन शुभ संध्या 🙏Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-156798017776417172019-11-22T14:39:54.694+05:302019-11-22T14:39:54.694+05:30 आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ऋषभ जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ऋषभ जीAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-16045603696047425752019-11-22T14:39:33.665+05:302019-11-22T14:39:33.665+05:30 जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद अनुराधा जी जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद अनुराधा जीAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-77033653786356638672019-11-22T14:38:51.686+05:302019-11-22T14:38:51.686+05:30 बहुत-बहुत धन्यवाद आपका सुशील जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका सुशील जीAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-44533205477163280472019-11-22T14:02:26.816+05:302019-11-22T14:02:26.816+05:30बहुत सुंदर संकलन... बहुत सुंदर संकलन... Rishabh Shuklahttps://www.blogger.com/profile/06379621561747869564noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-19711767732617173692019-11-22T13:16:13.992+05:302019-11-22T13:16:13.992+05:30आपका आभारआपका आभारव्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-86379779754809897202019-11-22T13:13:29.301+05:302019-11-22T13:13:29.301+05:30जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका आदरणीयजी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका आदरणीयAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-4264910296494324982019-11-22T13:13:01.515+05:302019-11-22T13:13:01.515+05:30बहुत-बहुत धन्यवाद शशि जी आपकी रचनाएं जितनी गहरी हो...बहुत-बहुत धन्यवाद शशि जी आपकी रचनाएं जितनी गहरी होती है उतनी ही आपकी प्रतिक्रियाएं भी बहुत गहराई से उतर कर आपके द्वारा पटल पर अंकित होती है बहुत ही अच्छी बातें कही आपने यूं ही अपने विचारों के सागर में हम सबको डूबने का अवसर देते रहिएगा एकबारगी और आपका ..बहुत-बहुत धन्यवाद ।Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30937386461116209772019-11-22T13:07:50.332+05:302019-11-22T13:07:50.332+05:30बहुत-बहुत धन्यवाद ध्रुव जी, इतनी अच्छी प्रतिक्रिया...बहुत-बहुत धन्यवाद ध्रुव जी, इतनी अच्छी प्रतिक्रिया हेतु इस बात की तारीफ तो हमारी पूरी टीम के लिए होनी चाहिए .. मुझे भी बहुत खुशी है कि हमारी चर्चा मंच की टीम हर बार नई प्रतिभाओ को ढूंढ कर उनकी कविताओं का प्रदर्शन इस मंच के द्वारा करती है उन्हें भी एक स्थापित आयाम मिलता है और हमें एक नई कवि के कविताओं से परिचय धर्म राजनीति से ऊपर है साहित्य का पायदान बस इसी तरह आप सभी का सहयोग हमारी चर्चा मंच की टीम के साथ बना रहे ...धन्यवाद..,!!Anita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-50915339557524772302019-11-22T12:50:34.582+05:302019-11-22T12:50:34.582+05:30बहुत सुंदर लिंक्स, बेहतरीन रचनाएं, मेरी रचना को स्...बहुत सुंदर लिंक्स, बेहतरीन रचनाएं, मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार अनीता जी।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-23729336788784520812019-11-22T12:46:27.553+05:302019-11-22T12:46:27.553+05:30बहुत सुन्दर अंक।बहुत सुन्दर अंक।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65847168606543757472019-11-22T11:47:21.563+05:302019-11-22T11:47:21.563+05:30बहुत-बहुत धन्यवाद आपका कुसुम दी आपके प्रोत्साहन भर...बहुत-बहुत धन्यवाद आपका कुसुम दी आपके प्रोत्साहन भरे शब्द हमेशा और बेहतर करने के लिए उत्साहित करते हैं सदैव साथ बनाए रखेंAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7967741564017843852019-11-22T11:37:54.042+05:302019-11-22T11:37:54.042+05:30 बहुत-बहुत धन्यवाद आपका अनीता जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपका अनीता जीAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-81650543953005947392019-11-22T11:35:59.405+05:302019-11-22T11:35:59.405+05:30बहुत-बहुत धन्यवाद आपका कविता जीबहुत-बहुत धन्यवाद आपका कविता जीAnita Laguri "Anu"https://www.blogger.com/profile/10443289286854259391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-32724735408490377982019-11-22T11:22:42.714+05:302019-11-22T11:22:42.714+05:30बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-87872033805547787332019-11-22T10:35:19.456+05:302019-11-22T10:35:19.456+05:30शानदार भूमिका के साथ बेहतरीन रचनाएँ प्रिय अनु. बहु...शानदार भूमिका के साथ बेहतरीन रचनाएँ प्रिय अनु. बहुत ही सुन्दर सजी है चर्चामंच की प्रस्तुति.<br />मेरी रचना को स्थान देने के लिये तहे दिल से आभार आप का <br />सादर <br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-51119593896563164172019-11-22T10:03:00.492+05:302019-11-22T10:03:00.492+05:30प्रिय अनु जी बहुत शानदार प्रस्तुति दी है आपने, साम...प्रिय अनु जी बहुत शानदार प्रस्तुति दी है आपने, सामायिक भुमिका और सुंदर लिंक चयन ने आपकी चर्चा को चार चांद लगा दिए,<br />मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार आपका एंव चर्चा मंच का ।<br />पिछले कई दिनों से व्यस्तता के चलते चर्चा पर बराबर नहीं आ पाती ,यथा संभव पढ़ने की कोशिश करती हूं बस टिप्पणियां नहीं दे पाती,<br />सभी रचनाकारों को बधाई।<br />सभी रचनाएं उच्चस्तरिय।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-63583577018135392002019-11-22T09:56:26.084+05:302019-11-22T09:56:26.084+05:30आदरणीया अनु जी आपकी प्रस्तुति क़ाबिलेतारीफ़ है। इस...आदरणीया अनु जी आपकी प्रस्तुति क़ाबिलेतारीफ़ है। इसी तरह महफ़िल सजाते रहिए और लेखकों को प्रोत्साहित करते रहिए। और हाँ ! मरे हुए लेखकों में प्राण फूँकते रहिए जो राजनीतिक पार्टियों के प्रचारक बन बैठे हैं और इस साहित्य की मूल गरिमा विस्मृत कर चुके हैं। इन्हें बताइए कि साहित्य एक क्रान्ति का नाम है न कि उन भ्रष्ट नेताओं की चाटुकारिता का साधनमात्र ! प्रणाम आपको और इस मंच को ! सादर 'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-61492842993783254442019-11-22T07:19:54.378+05:302019-11-22T07:19:54.378+05:30बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा।
आपका आभार अनीता लागुर...बहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा।<br />आपका आभार अनीता लागुरी जी।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-62793798994923428712019-11-22T04:41:37.215+05:302019-11-22T04:41:37.215+05:30अपनी यादों को तुम बुला लेना अपने पास
मैं ख़ुद को स...अपनी यादों को तुम बुला लेना अपने पास <br />मैं ख़ुद को सोचना चाहता हूँ तन्हा रहकर..<br /><br /> सच कहा आपने स्मृतियाँ ही हमारे चिंतन में बाधक होती हैं ,परंतु ये अवलंबन भी है एक विकल मनुष्य के लिये.. <br /> हाँ,जो इनपर नियंत्रण कर लेता है, वह इस एकांत को आत्मोत्थान में लगाता है। <br />एकांत जीवन के उस कलाकार का वह मंदिर है जहाँ वह अपनी आकांक्षाओं की मूरत बनाता है, चिंतन पर रंग चढ़ाता है और इस मूक वैभव को कलम पर उतार विश्व में जब भेजता है, तो दुनिया आश्चर्यचकित रह जाती है। <br /><br /> सुंदर रचनाओं का समावेश है आज के चर्चा मंच पर..<br /> अनु जी ,जिनके चयन के लिये आपका आभार, धन्यवाद और सभी को प्रणाम। <br /> व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com