tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post8468073502907875701..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: " सर्वे भवन्तु सुखिनः " ( चर्चाअंक - 3657)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-18421289264941582342020-04-03T14:19:28.907+05:302020-04-03T14:19:28.907+05:30सुंदर सार्थक विषय सार्थक चर्चा सभी लिंक बहुत सुंदर...सुंदर सार्थक विषय सार्थक चर्चा सभी लिंक बहुत सुंदर।<br />सभी रचनाकारों को बधाई।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-34044203377488548232020-04-02T12:45:59.269+05:302020-04-02T12:45:59.269+05:30सहृदय धन्यवाद सखी सहृदय धन्यवाद सखी Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-7679478643767349202020-03-31T22:44:03.062+05:302020-03-31T22:44:03.062+05:30बहुत सुंदर चर्चा सखी | सबके कल्याण की कामना करना...बहुत सुंदर चर्चा सखी | सबके कल्याण की कामना करना ही हमारे सनातन धर्म का मूल है |आज वैश्विक संकट की स्थिति में यही भावना सबसे ज्यादा दरकार है | हमारी सदभावनाएँ ब्रहमांड में व्याप्त हो समस्त विश्व के लिए जरुर मंगलकारी रहेंगी | दीपक कुमार जैसे कोरोना - योद्धाओं को नमन जो अपनी और अपने परिवार की परवाह ना करके मानवता के लिए समर्पित हैं | सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं और तुम्हें भी हार्दिक बधाई सुंदर भूमिका से सजे अंक के लिए | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-47609748461273061312020-03-31T21:46:18.689+05:302020-03-31T21:46:18.689+05:30सहृदय धन्यवाद साधना दी ,सादर नमन सहृदय धन्यवाद साधना दी ,सादर नमन Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-5201321348694011822020-03-31T16:12:59.745+05:302020-03-31T16:12:59.745+05:30बहुत ही सुन्दर, सार्थक, सामयिक चर्चा आज की ! मेरी ...बहुत ही सुन्दर, सार्थक, सामयिक चर्चा आज की ! मेरी रचना को आज के अंक में सम्मिलित करने के लिए हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार आपका कामिनी जी ! सप्रेम वन्दे ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-24567908510515651692020-03-31T13:23:57.485+05:302020-03-31T13:23:57.485+05:30दिल से धन्यवाद वर्षा जी ,सादर नमन आपकोदिल से धन्यवाद वर्षा जी ,सादर नमन आपकोKamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-46805216117809284872020-03-31T13:18:01.108+05:302020-03-31T13:18:01.108+05:30दिल से शुक्रिया अनीता जी ,सुंदर समीक्षा के लिए...दिल से शुक्रिया अनीता जी ,सुंदर समीक्षा के लिए आभार ,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-65563872058910160162020-03-31T13:15:34.099+05:302020-03-31T13:15:34.099+05:30दिल से शुक्रिया अनीता जी ,आपके सार्थक प्रतिक्रि...दिल से शुक्रिया अनीता जी ,आपके सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभारKamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-88590776929648595092020-03-31T13:10:41.468+05:302020-03-31T13:10:41.468+05:30दिल से शुक्रिया मीना जी ,सादर नमन आपको दिल से शुक्रिया मीना जी ,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-64208423390153802782020-03-31T13:08:50.128+05:302020-03-31T13:08:50.128+05:30सहृदय धन्यवाद आशा जी ,सादर नमन आपको सहृदय धन्यवाद आशा जी ,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30271487810100544602020-03-31T13:08:14.050+05:302020-03-31T13:08:14.050+05:30सहृदय धन्यवाद सर ,सादर नमन आपको सहृदय धन्यवाद सर ,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-4307783233008945412020-03-31T13:07:45.053+05:302020-03-31T13:07:45.053+05:30सहृदय धन्यवाद सर ,सादर नमन आपको सहृदय धन्यवाद सर ,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-68974243902726913332020-03-31T13:06:44.749+05:302020-03-31T13:06:44.749+05:30सबकी अपनी अपनी सोच और संवेदनाएं होती हैं ,वैसे भी ...सबकी अपनी अपनी सोच और संवेदनाएं होती हैं ,वैसे भी श्रृंगार रस हर दुःख और गम को थोड़ी देर के लिए कम कर वातावरण में सकारात्म्क ऊर्जा का संचार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं ,सादर नमन Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-25691589118478449992020-03-31T13:03:23.797+05:302020-03-31T13:03:23.797+05:30सहृदय धन्यवाद शशि जी ,सादर नमन सहृदय धन्यवाद शशि जी ,सादर नमन Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-9328716659591377432020-03-31T11:51:33.986+05:302020-03-31T11:51:33.986+05:30मौसम भी अनुरूप नहीं है,
चमकदार अब धूप नहीं है,
तेज...मौसम भी अनुरूप नहीं है,<br />चमकदार अब धूप नहीं है,<br />तेजस्वी अब “रूप” नहीं है,<br />पात झर गये मस्त पवन में।<br />सन्नाटा है आज वतन में।।<br /><br />बहुत सुंदर<br />शास्त्री जी की लेखनी को प्रणाम 🙏Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-36329526578030994792020-03-31T11:11:26.580+05:302020-03-31T11:11:26.580+05:30सुंदर संदेश देती भूमिका के साथ पठनीय रचनाओं का सुं...सुंदर संदेश देती भूमिका के साथ पठनीय रचनाओं का सुंदर संकलन ! आभार !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-59146640799262996272020-03-31T09:53:44.579+05:302020-03-31T09:53:44.579+05:30बेहतरीन प्रस्तुतीकरण. मानसिक संक्रमण पर सामयिक भूम...बेहतरीन प्रस्तुतीकरण. मानसिक संक्रमण पर सामयिक भूमिका बहुत अच्छी लगी. आपका चिंतन बहुत गहरा है आदरणीया कामिनी दीदी. <br />बेहतरीन रचनाएँ चुनीं हैं आपने. <br />सभी को बधाई. <br />मेरी रचना इस ख़ूबसूरत चर्चा में शामिल करने के लिये बहुत-बहुत आभार.अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-29755311547624828372020-03-31T09:34:35.324+05:302020-03-31T09:34:35.324+05:30ऊर्जावान भूमिका और बेहतरीन प्रस्तुति । ऊर्जावान भूमिका और बेहतरीन प्रस्तुति । Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-74043421126091646362020-03-31T09:33:57.383+05:302020-03-31T09:33:57.383+05:30सार्थक भूमिका के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति।
आपका ...सार्थक भूमिका के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति।<br />आपका आभार कामिनी सिन्हा जी।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-32754577184123797122020-03-31T09:22:32.104+05:302020-03-31T09:22:32.104+05:30उम्दा लिंक्स|उम्दा लिंक्स|Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-17466831980136908412020-03-31T07:16:06.896+05:302020-03-31T07:16:06.896+05:30बारंबार जलाती बैरन,
भेद कँगन से कह-कह जाती।
भूल...बारंबार जलाती बैरन, <br />भेद कँगन से कह-कह जाती। <br />भूली-बिसरी सुध जीवन की, <br />समय सिंधु में गोते खाती। <br /><br />अति सुंदर संकलन।<br />मुझे भी स्थान देने के लिए आभार।<br />dr.sunil k. "Zafar "https://www.blogger.com/profile/13096911048421117572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-91756575251253599752020-03-31T06:51:04.600+05:302020-03-31T06:51:04.600+05:30पुनः अत्यंत अत्यंत आभार।
पुनः यही कहना चाहता हूँ ...पुनः अत्यंत अत्यंत आभार। <br />पुनः यही कहना चाहता हूँ कि<br />श्रमिक वर्ग पर निश्चित ही सम्पन्न वर्ग की उदार दृष्टि होनी चाहिए।<br />साथ ही नेक कार्यों के लिए उत्साहवर्धन भी आवश्यक है।<br /><br />इस संकटकाल में रचनाओं के माध्यम से संवेदनाओं को प्राकट्य होना चाहिए, न की श्रृंगार का ऐसा मेरा मानना है।व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-73618817049075727902020-03-31T04:58:38.151+05:302020-03-31T04:58:38.151+05:30सुंदर,समसामयिक एवं सराहनीय भूमिका एवं प्रस्तुति मे...सुंदर,समसामयिक एवं सराहनीय भूमिका एवं प्रस्तुति मेरे सृजन " लॉकडाउन- एक अलग संसार " को स्थान देने के लिए आपका अत्यंत आभार कामिनी जी ।<br /><br />आपकी भूमिका में एकांतवास की चर्चा है और अपनी बात कहूँ तो यह एकांत ही मेरा एकमात्र सच्चा मित्र है। जिसने कभी भी मेरे संवेदनशील हृदय को ठेस नहीं पहुँचाया है। <br /> एकांत किसी कलाकार के लिए उस मंदिर के समान हैं जहाँ वह अपनी आकाँक्षाओं की मूर्ति बनाता है। उस पर चिंतन का रंग चढ़ाता है। उसके पास जो कुछ भी छिपा हुआ वैभव है । वह कलम के माध्यम से इसी एकांत में बाहर आता है और जब उसके विचार इस एकांत से बाहर निकल कर विश्व में फैलता है तो वह लाखों लोगों के हृदय को झंकृत कर देता है। <br />व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com