tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post8935779064005003801..comments2024-03-27T10:08:49.186+05:30Comments on चर्चामंच: 'मत कहो अंतिम महीना'( चर्चा अंक-4295)अमर भारती शास्त्रीhttp://www.blogger.com/profile/10791859282057681154noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-20374394002202899212022-01-01T15:10:50.505+05:302022-01-01T15:10:50.505+05:30बेहद सुंदर प्रस्तुतिबेहद सुंदर प्रस्तुतिBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-74842928071181323102022-01-01T06:01:28.619+05:302022-01-01T06:01:28.619+05:30बहुत सुंदर, सराहनीय अंक, मेरी रचना को शामिल करने क...बहुत सुंदर, सराहनीय अंक, मेरी रचना को शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार एवम अभिनंदन प्रिय अनीता जी, आपको और सभी रचनाकारों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं एवम बधाई 💐💐जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-30028730075769310222021-12-31T17:18:22.980+05:302021-12-31T17:18:22.980+05:30आग सब बुझ गयी बस राख बाक़ी है
तुम कैसे कहते हो रगो...आग सब बुझ गयी बस राख बाक़ी है<br /><br />तुम कैसे कहते हो रगो में इंक़लाब बाकी है<br /><br />कोई कत्ल कोई जेल गया कोई डर के भाग गया<br /><br />कौन अब शहर में इनके ख़िलाफ़ बाकी है<br /><br />वेहतरीन रचना। बहुत अच्छी लगी।अभिव्यक्ति मेरीhttps://www.blogger.com/profile/10887499882772018809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-53075676758160059552021-12-31T12:27:05.875+05:302021-12-31T12:27:05.875+05:30सुप्रभात🙏🙏
बहुत ही उम्दा प्रस्तुति!
सुप्रभात🙏🙏<br />बहुत ही उम्दा प्रस्तुति! <br />Manisha Goswamihttps://www.blogger.com/profile/10646619362412419141noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-87489120264154716232021-12-31T10:41:17.391+05:302021-12-31T10:41:17.391+05:30सुंदर चर्चा.आभारसुंदर चर्चा.आभारOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-3095074797311522972021-12-31T09:25:55.450+05:302021-12-31T09:25:55.450+05:30बहुत सुंदर चर्चा। मेरी रचना शामिल करने के लिए विशे...बहुत सुंदर चर्चा। मेरी रचना शामिल करने के लिए विशेष आभार।Nitish Tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/06484230743667707116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137307154008006972.post-51377422200304514402021-12-31T08:49:12.366+05:302021-12-31T08:49:12.366+05:30किसी का ख़ून बहाना हो,
तो भीड़ जमा हो जाती है,
किस...किसी का ख़ून बहाना हो,<br /><br />तो भीड़ जमा हो जाती है,<br /><br />किसी की जान बचानी हो,<br /><br />तो मैं अकेला रह जाता हूँ. <br /><br />वाह क्या खूब कहा है।<br />धन्यवाद अनिता जी इस खूबसूरत चर्चा के लिए।dr.sunil k. "Zafar "https://www.blogger.com/profile/13096911048421117572noreply@blogger.com