रविवार, अक्टूबर 24, 2021

"मंगल बेला"(चर्चा अंक4227)

सादर अभिवादन

आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है

( शीर्षक आदरणीया अनुराधा जी की रचना से)

आप सभी को करवाचौथ के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं

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मंगल बेला

मेहंदी खिल के मुस्काती
माथे बिंदिया जब दमके।
कँगना बोले हाथों का फिर 
कुमकुम माथे शुभ चमके।

ढूँढ रहे कजरारे नयना
चंदा छुपकर मुस्काए।
लहराती चूनर जब सजनी
अम्बर का मन हर्षाए।
छनक रही पायल पैरों में 
धूम मचाती है जमके।
कँगना बोले……
*****
रद्दी सामानदीपावली पर विशेष ------------------------ वरुण भैया ने आँगन में बिखरे सामान को ऐसे देखा जैसे कोई मरे हुए जानवर को देखता है और उतनी ही उससे जल्दी छुटकारा पाने की भी आतुरता दिखाते हुए उन्होंने अपना आदेश जैसा कि वे हमेशा करते हैं ,मेरी तरफ गुलेल की गोली की तरह फेंका--- "राजन् ! जा जल्दी से किसी रद्दीवाले को पकड़ ला******************

कह मुकरी छंद' कुसुम की शतक मुकरियाँ

1) बातेंं करता गोल मोल सी

कभी सुरीली कभी पोल सी

हठी बड़ा पर मन का सच्चा

क्या सखि बाजा? ना सखि बच्चा ।।

2)देखूँ उसको मन ललचाता

पाहूनों में धाक जमाता

प्यारा वो ज्यों सच्चा हीरा

क्या सखि साजन? ना सखि सीरा।।

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ख़त का मजमून भांप लेते हैं -----भगवान हज़ारों बन्दों में से किसी एक की आँखों को एक्सरे-शक्ति प्रदान करता है. इस एक्सरे-शक्ति से वह शख्स लिफ़ाफ़े के अन्दर रखे ख़त में लिखे मजमून को बिना लिफ़ाफ़ा खोले पढ़ सकता है. वह हमारे दिल के अन्दर चल रही खुराफ़ातों को बखूबी जान सकता है और अपने दिव्य-लाइ डिटेक्टर से हमारी ज़ुबान से निकली हर बात के अन्दर छुपे हुए झूठ
******मनुहारलंच बहुत बढ़िया रहा....... मेरे बड़े से परिवार के लगभग सभी सदस्य हमारे साथ थे....लगभग 60 लोग। शाम चार बजे तक धीरे धीरे सब लोग चले गये। पीछे का बिखरा सब बाइंड अप करने हम दोनो वही रुक गये।  हम दो दिन रुकने वाले थे इसलिए पता था कि मैं आराम से साफ सफाई कर सकती हूँ । मैंने आराम से सामने वाले खड़े विशालकाय पहाड़ को भरपूर निहारा और तब तक देखती रही जब तक कि अंधेरा नहीं घिर आया। नयी जगह थी इसलिए नींद बहुत अच्छी नहीं आयी।************सोचता हूँ अक्सर।
सरकारी कर्मचारी ,अधिकारी को हर दस्तखत करने से पहले यह सोचना चाहिए कि जिस विभाग में वह नौकरी कर रहा है, उसका मूल उद्देश्य और लक्ष्य क्या है, उसके उस किये जाने वाले दस्तखत से व्यक्तिविशेष अथवा विभाग के उद्देश्य पर क्या असर अथवा फर्क होगा। बिजली विभाग उपभोक्ताओं की सेवा के लिए है। उस दस्तखत से अगर उपभोक्ता हित में कोई फर्क नही पड़ रहा अथवा लाभ नही हो रहा है तब वो दस्तखत व्यर्थ और स्याही का अपव्यय******





जब भी हमारे देश के रक्षक शहीद होते है ,तो आम जनता से लेकर राजनेता सब सभी श्रद्धांजलि अर्पित करके अपना दु:ख प्रकट करते हैं ,**अगर इतना ही दु:ख होता है तो क्यों नहीं शहीदों के परिवार के लिए सरी सुविधाए मुफ़्त कर देते ?क्यो नही उनके बच्चो की शिक्षा मुफ़्त कर देते?

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आज का सफर यही तक,अब आज्ञा दें 

आपका दिन मंगलमय हो 

कामिनी सिन्हा 

  

























11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही उम्दा व शानदार प्रस्तुति मेरे लेख को चर्चामंच में शामिल करने के लिए आपका तहेदिल से बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय मैम🙏🙏

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  2. करवाचौथ की हार्दिक शुभकामनाएं।🌹
    बेहतरीन चर्चा अंक,सभी लिंक उपयोगी, सार्थक, मनोरंजक सामग्री के साथ ।
    सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई
    मेरी रचना को इस गुलदस्ते में सजाने के लिए हृदय से आभार आपका कामिनी जी।
    सादर सस्नेह।

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  3. एक सुखद पल शेयर कर रही हूँ।
    पिछले पाँच महीने से followers मित्रों की संख्या निन्यानबे के फेर में पड़ी थी ,आज सुखद पल दिखा की followers की संख्या 100 को छू गई , सुखद अनुभव आप सभी मित्रों को आत्मीय आभार।
    सादर सस्नेह।

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  4. सदैव की भांत‍ि सभी ल‍िंक एक से बढ़कर एक द‍िए हैं काम‍िनी जी, वाह। इसी के साथ सभी बहनों को करवाचौथ की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  5. आप सभी को हृदयतल से धन्यवाद, कुसुम जी एक "शतक कहमुकरी" के साथ एक शतक followers की भी हार्दिक शुभकामनाएं आपको

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    1. आत्मीय आभार कामिनी जी।
      आप सभी का स्नेह और साथ मेरे और मेरे लेखन का आधार है।
      सस्नेह।

      हटाएं
  6. पठनीय रचनाओं से सुसज्जित चर्चा प्रस्तुति!
    आपका आभार आदरणीया कामिनी सिन्हा जी।

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  7. बेहतरीन चर्चा प्रस्तुति। मेरी रचना को मंच पर स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार कामिनी जी।

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  8. आप सभी को हृदयतल से धन्यवाद, कुसुम जी एक "शतक कहमुकरी" के साथ एक शतक followers की भी हार्दिक शुभकामनाएं आपको Free me Download krein: Mahadev Photo | महादेव फोटो

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