मित्रों
रविवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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दिन आ गये हैं प्यार के
"सरस्वती माता का कोटि-कोटि अभिनन्दन"
...जिन देवी की कृपा हुई है,
उनका करता हूँ वन्दन।
सरस्वती माता का करता,
कोटि-कोटि हूँ अभिनन्दन।।
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खिल उठा सारा चमन, दिन आ गये हैं प्यार के।
रीझने के खीझने के, प्रीत और मनुहार के।।
रीझने के खीझने के, प्रीत और मनुहार के।।
चहुँओर धरती सज रही और डालियाँ हैं फूलती,
पायल छमाछम बज रहीं और बालियाँ हैं झूलती,
डोलियाँ सजने लगीं, दिन आ गये शृंगार के।
रीझने के खीझने के, प्रीत और मनुहार के...
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होली के रंगों में रँगा हुआ यह तरही मुशायरा
आइए आज पाँच शायरों की ग़ज़लें सुनते हैं
धर्मेन्द्र कुमार सिंह, दिगम्बर नासवा,
गुरप्रीत सिंह, नकुल गौतम और जनाब शेख़ चिल्ली।
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हर राह में साथ निभाउंगी...
साथी तुम मेरी नींद बनो मै स्वप्न में तेरे आउंगी।
इक बार तो मेरे कदम बनो हर राह में साथ निभाउंगी...
डॉ. अपर्णा त्रिपाठी
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उड़ो कि सारा गगन तुम्हारा है ...
महिलाओं को आगे लाने की बात हो तो घर से शुरुआत करनी चाहिए ,सबसे जरूरी है उनकी शिक्षा व रुचि ... जैसा कि सब जानते हैं परिवार में जितने लोग होते हैं आपसी सूझबूझ और तालमेल के साथ रहें तो प्रेम बना रहता है,तालमेल का यहाँ मतलब है अपनी -अपनी जिम्मेदारी और समय संयोजन के साथ आपसी सहयोग होना...
मेरे मन की पर अर्चना चावजी
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कभी" और "काश"...!!!
'आहुति' पर Sushma Verma
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----- ॥ सेंदुरी रंग -धूरि ॥ -----
पलहिं उत्पलव नील नलिन नव जिमि जलहिं दीप लव रूरि ।
ललित भाल दए तिलक लाल तव तिमि सोहहि छबि अति भूरि...
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होली
होली में तुम्हें जो ख़त लिखने बैठा,
तो अचानक स्याही फ़िसल गई,
नीला हो गया सब कुछ-
कुरता -पाजामा, उँगलियाँ -
और अपनी ही उंगलियों ने
चेहरा भी रंग डाला थोड़ा-सा....
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रंगों का पर्व अब बहुत पास आ गया है
आइए आज हम भी कुछ आगे बढ़ते हैं
राकेश खंडेलवाल जी, द्विजेन्द्र द्विज जी,
डा. मधु भूषण जी शर्मा 'मधुर', गिरीश पंकज जी
और अंशुल तिवारी के साथ।
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंरंगोत्सव की शुभ कामनाएँ
आभारी हूँ
सादर
सुन्दर चर्चा. मेरी कविता शामिल की. शुक्रिया
जवाब देंहटाएं'क्रांतिस्वर' की पोस्ट को शामिल करने हेतु आदरणीय शास्त्री जी का आभार । आप सब को 'होली' पर्व मंगलमय हो।
जवाब देंहटाएंहोली की मंगलकामनाएं। आज की सतरंगी चर्चा में 'उलूक' के सूत्र 'गीता में कही गयी हैं बातें वही तो हो रही हैं नजर आ रहा है मत कहना ‘उलूक’ पगला रहा है' को स्थान देने के लिये आभार।
जवाब देंहटाएंहोली पर हार्दिक शुभ कामनाएं व् बधाई |
जवाब देंहटाएंमेरी दो रचनाएं शामिल करने के लिए धन्यवाद सर |
होली पर्व की सभी मित्रों व पाठकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ! मेरी रचना को आज की चर्चा में सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से आभार शास्त्री जी !
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभ कामनाएं व् बधाई। "आओ जम कर खेलें होली" होली पर सुन्दर चर्चा। मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहित धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर होली चर्चा विषयांक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसभी को रंग पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं!
Active life blog की पोस्ट को शामिल करने हेतु आदरणीय शास्त्री जी का आभार ।
जवाब देंहटाएंआप सभी को 'होली' पर्व हार्दिक शुभकामनाएँ सुगना फाउंडेशन मेघलासिया परिवार की ओर से
Active life blog की पोस्ट को शामिल करने हेतु आदरणीय शास्त्री जी का आभार ।
जवाब देंहटाएंआप सभी को 'होली' पर्व हार्दिक शुभकामनाएँ सुगना फाउंडेशन मेघलासिया परिवार की ओर से
शास्त्री जी हार्दिक शुभकामनाएँ,रचना शामिल करने के लिए बहुत-बहुत आभार,
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