मित्रों!
मंगलवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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यासुनारी कावाबाटा की जापानी कहानी
"द मोल" का
अंग्रेज़ी से हिंदी में अनुवाद 'मस्सा'
(अनुवाद : सुशांत सुप्रिय)

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वही घर है, वही माँ हैं, वही बाबूजी
लोहे के घर में पापा बेटे को सुला रहे हैं
कंधे पर हिल रहे हैं, हिला रहे हैं
बेटा ले रहा है मजा खुली आंखों से!
पापा सोच रहे हैं सो चुका है...
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जनाज़े पर किसी के जाके मुस्काया नहीं करते
ज़रर हर मर्तबा वालों को बतलाया नहीं करते
फ़लक़ छू लें भले ही ताड़ पर छाया नहीं करते...
अंदाज़े ग़ाफ़िल पर
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
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हेमलासत्ता
(भाग-2)

नाई की बात सुनकर खेतासर के लोग बोले- हेमला से हम हार गए, वह तो एक के बाद एक को मारे जा रहा है, बड़े गांव में भी हम लोगों को चैन से नहीं रहने दे रहा है। हम कुछ नहीं कर सकते। अब तो बड़े शहर जाकर वहाँ से मियां मौलवी को लाना होगा। सुना है वहां एक खलीफा जी बड़े सिद्धहस्त हैं, उनके आगे हाथ जोड़कर जो बेऔलाद औरतें भेंट चढ़ाती हैं उन्हें वह गंडे-ताबीज देते हैं, जिससे उनकी गोद भर जाती हैं। जिन्न, डाकिनी और देव सब उनसे डरते हैं, भूत, मसान, खबीस सभी उनसे कांपा करते हैं। उनके पास जाकर खेतासर के लोगों ने नगद भेंट निकालकर हाल सुनाया तो वे बोले- “मैं आप लोगों से पहले भेंट हरगिज नहीं लूँगा, पहले चलकर वहाँ उस भूत को दफन करके आऊँगा, उसके बाद ही भेंट स्वीकार करूँंगा।“ यह सुनकर सभी खुश होकर बोले- जैसी आपकी मर्जी, अब हमारी यही अर्जी है कि आप हमारे साथ चलें। विनती कर वे लोग उसे गांव लाये और उसकी खूब खातिरदारी की, जिसे देख खुश होकर खलीफा बोला- ’सुनो सब, सत्ता से डरने की कोई बात नहीं अब समझो वह भसम हो कर रहेगा....
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योगा के योगी
सुबह उठते ही नाक लंबी लंबी साँसे लेने को व्याकुल हो उठती है ,जीभ फडफडाकर सिंहासन करने को उग्र हो जाती है, गला दहाड़ कर शेर से टक्कर को उद्दत होने लगता है , बाकी शरीर मरता क्या न करता वाली हालत में शवासन से जाग्रत होने पर मजबूर हो जाता है बेचारा, योग की आदत के चलते ... योग का मतलब प्राणायाम युक्त शारीरिक व्यायाम ज्यादा अच्छा है समझने को , अब समझें प्राणों का आयाम ...
मेरे मन की पर
अर्चना चावजी Archana Chaoji
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विश्व योग दिवस के मुकाबले
विश्व अखाड़ा व जिम दिवस
देश गढ्ढे में था और उसी गढ्ढे के भीतर गुलाटी मार मार कर योगा किया करता था. सन २०१४ में एक फकीर अवतरित हुआ जिसकी वजह से देश गढ्ढे से आजाद हुआ और निकल कर विकास के राज मार्ग पर आ गया. जब देश राज मार्ग पर आ गया तो गुलाटीबाज योगा को भी राज गद्दी मिल गई. सारी दुनिया ने इसे एकाएक पहचान लिया और यू एन ओ ने विश्व योगा दिवस की घोषणा करके भारत को विश्व गुरु घोषित कर दिया...
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दलितों को जिंदगी जीना है मजबूरी,
समाज उनके लिए क्या कर रही
यह बात पता नहीं किसी को पूरी ...
समाज उनके लिए क्या कर रही
यह बात पता नहीं किसी को पूरी ...
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किताबों की दुनिया -131

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वफ़ा के सताए...
ईद में मुंह छुपाए फिरते हैं
ग़म गले से लगाए फिरते हैं
दुश्मनों के हिजाब के सदक़े
रोज़ नज़रें चुराए फिरते हैं...
साझा आसमान पर Suresh Swapnil
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किस्मत की धनी

vandana gupta
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शुभ प्रभात....
ReplyDeleteसुंदर पठनीय लिंकों का चयन
आभार
सादर
सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति में मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!
ReplyDeleteSUNDAR LINKS SUNDAR CHARCHA................BADHAI
ReplyDeletehttp://hindikavitamanch.blogspot.in/
चर्चा में काफी अच्छे पठनीय लिंक मिलें साथ ही समयचक्र की पोस्ट को चर्चा में शामिल करने के धन्यवाद आभार
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद।
ReplyDeletesundar charcha, mere blog "....mere man kee" ko sthan dene ke liye shukriya
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