आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
कुछ दिन पहले डिग्री का मुद्दा उछल रहा था तो अब मानवीयता के चर्चे हैं । वैसे इन दो मामलों में दो दल आ गए हैं, तीसरे दल के बाहर रहने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि उसका दामन पहले ही काला है । अब कोई अंध भक्त हो तो कहना ही क्या वरना सबको समझ आ जाना चाहिए कि राजनीति के हमाम में सब नंगे हैं और राजनेताओं से ज्यादा उम्मीद ठीक नहीं क्योंकि नंगी क्या नहाएगी और क्या निचोड़ेगी ?
उनका हर अंदाज़ क़ातिलाना हो गया
माटी मेरेे सागर की
डंक
पड़ा है भारी बहुत दिल का ये लगाना
मिसेज शर्मा और संगीत
माटी मेरेे सागर की
डंक
पड़ा है भारी बहुत दिल का ये लगाना
मिसेज शर्मा और संगीत
चित्र क्या कह रहा
फलदार होते है अक्सर जो झुकते है अदब से
छोटू
आई कांट ब्रीद
क्या यही है लोकतंत्र
जिंदगी
इश्क़ का सबक़ तो ख़ुद ही याद हो गया
धौला कुआँ
लॉक का झंझट खत्म
अलविदा
धन्यवाद
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