मित्रों!
मैं राधा तिवारी (राधे गोपाल)
अपने गुरू जी डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
जी के आदेशानुसार चर्चा मंच पर
आज अपनी पहली चर्चा लगा रही हूँ।
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अपने गुरू जी डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
जी के आदेशानुसार चर्चा मंच पर
आज अपनी पहली चर्चा लगा रही हूँ।
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आज की चर्चा में
आपके अवलोकनार्थ मेरी पसंद के
कुछ लिंक निम्नवत् हैं।
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क्रिसमस के अवसर पर सबसे पहले देखिए-
क्रिसमस के अवसर पर सबसे पहले देखिए-
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' जी की यह प्रस्तुति-
दोहे
"क्रिसमस का त्यौहार"
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चल रहा है सिलसिला
लिखने लिखाने का
फिर फिर वही बातें
नया तो अब वैसे भी
कहीं कुछ होना ही नहीं है
उलूक टाइम्स पर सुशील कुमार जोशी
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DEC 23
दिल्ली को वाटर मिस्ट केनन नहीं
दिल्ली वासियों की महर चाहिए ,
हमदर्दी चाहिए अभी तो दिल्ली कहती है -
बेदर्दी से प्रीत लड़ाई
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नए बाज़ार ने कला सिनेमा की संभावना सीमित की ------
सुनील मिश्र / कला में कंप्रोमाईज़ का नया चलन ------
रेखा खान
क्रांति स्वर पर विजय राज बली माथुर
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दिल तो अभी बच्चा है जी ...
ये दिल तो बच्चा है जी।
दिल तो अभी बच्चा है जी।
जो काम कभी नहीं किये ,
उन्हें करने की इच्छा है जी।
किसी बगिया से आम तोड़ कर लाएं ,
कभी पेड़ से चढ़ अमरुद तोड़ कर खाएं।
गन्ने के खेत से गन्ना चुराकर चूसें ,
कोल्हू के गन्ने का ताज़ा रस पी जाएँ...
दिल तो अभी बच्चा है जी।
जो काम कभी नहीं किये ,
उन्हें करने की इच्छा है जी।
किसी बगिया से आम तोड़ कर लाएं ,
कभी पेड़ से चढ़ अमरुद तोड़ कर खाएं।
गन्ने के खेत से गन्ना चुराकर चूसें ,
कोल्हू के गन्ने का ताज़ा रस पी जाएँ...
अंतर्मंथन पर डॉ टी एस दराल
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ज़िम्मेदारी
वह जो भी है,
उसका श्रेय या दोष उन्हें दो,
जिन्होंने उसे बनाया है.
उसके माता-पिता,
उसका परिवार, उसके गुरु,
उसके मित्र और वे अनगिनत लोग...
कविताएँ पर Onkar
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माँ ..... पिता ......
माँ कदमों में ठहराव है देती
पिता मन को नई उड़ान देते
माँ पथरीली रह में दूब बनती
पिता से होकर धूप है थमती...
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आदरणीया राधा जी आपकी पहली प्रस्तुति पर बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ आपको,सुंदर लिंक संयोजन,मेरी रचना शामिल करने का अत्यंत आभार।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंआदरणीया बहन राधा तिवारी।
मेरे निवेदन को मान देने के लिए आपका आभार
शुभाशीष आपको।
प्रथम प्रस्तुति पर आपको बधाई..
जवाब देंहटाएंसुंंदर चर्चा
आभार।
RADHA JI ,PRATHAM SHANDAR PRASTUTI KE LIYE BAHUT BAHUT BADHAI ,LAGTA HI NAHI KI YE AAPKI PRATHAM PRASTUTI HAI ,MERI POST KO STHAN DENE HETU HARDIK DHANYAWAD.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर....
जवाब देंहटाएंप्रथम प्रस्तुति पर शुभकामनाएं.....
सुन्दर चर्चा. आभार.
जवाब देंहटाएंराधा तिवारी जी एवं आदरणीय शास्त्री जी का आभार क्रांतिस्वर को इस अंक में स्थान देने हेतु।
जवाब देंहटाएंचर्चामंच की चर्चाकार के रूप में एक सुन्दर सी प्रथम प्रस्तुति के साथ राधा तिवारी जी का स्वागत है। आभार 'उलूक' का उसके सूत्र को स्थान देकर सम्मान देने के लिये।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंराधा जी आपकी पहली प्रस्तुति पर बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने का अत्यंत आभार
सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंक्रिसमस पर हार्दिक शुभ कामनाएं हैं |
जवाब देंहटाएं