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शुक्रवार, जनवरी 28, 2011

चर्चाएँ खास-गणतंत्र दिवस-Trial- डॉ नूतन डिमरी गैरोला

सभी को राम राम !!              
                  आज मैं पुनः आई हूँ कुछ लिंक ले कर               
                  ..विशेष- आज गणतंत्र दिवस की चर्चा          
                संविधान के बासठवें साल की शुरुआत पर .. 
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             देश-प्रेम से ओतप्रोत कुछ लभ्य पोस्ट      

  इक्कीसवीं शती के ग्यारहवें गणतंत्र दिवस पर ( मनोज जी )  मनाएं कैसे गणतंत्र दिवस   ( डॉ रूपचन्द्र शास्त्री जी )
 आज गणतंत्र दिवस है(प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल  जी )गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ (ललित जी )गौरवशाली भारत (एस के
पाण्डेय जी की कविता
कतरा कतरा खून का तेरा वतन है 
( राजेन्द्र स्वर्णकार जी )
 देश के कण कण और जन जन से मुझको प्यार है ( राणाप्रताप जी )


                 देश के भ्रष्टतंत्र से विक्षुब्ध कुछ पोस्ट
                  corruption
  
                स्वतंत्रता का अर्थ तो सिखा दो इनको भी 
                                नुक्कड से
 
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आओ जश्ने आजादी मनाएं -एक व्यंगबाण अमृतरस से - डॉ नूतन गैरोला भगवत रावत की लंबी कविता -देश एक राग है | भाषा सेतु से एक बेहद सुन्दर पोस्ट
लाल चौक पर पाकिस्तानी झंडा फहरा सकता है पर तिरंगा नहीं दुनाली में एक और तमाचा स्पंदन में शिखा वार्ष्णेय जी             श्रीनगर में तिरंगा राष्ट्र का अहित कर सकता है अमरजीत जी
 गणतंत्र दिवस - ईमानदारी पर बेईमानी की जीत का जश्न आजादी का जश्न तो मना ही लें-रविकुमार बाबुलपहली भड़ास में ख़बरों का खुलासा की पोस्ट
    कुछ कविताएँ लेख और पहेली से सम्बंधित पोस्ट  
भारत रतन और सर्वोच्च नागरिक सम्मान २००८ से नवाजे गए स्वर सम्राट पंडित भीमसेन जोशी के निधन से भारतीय शास्त्रीय संगीत की की बहुत गहरी क्षति हुवी | 
 
स्वर्गीय पंडित भीमसेन जोशी जी के अद्भुत सुरों को समर्पित सुशीला पूरी जी की एक कविता .... आवाज की बूंद सुशीला पूरी जी की रचना उनके ब्लॉग सुशीला पूरी से |




                                
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कबीर-गायन के शिखर टिपानियाजी को पद्म श्री कबाडखाना से (म,प्र.के शिखर सम्मान, संगीत नाटक अकादमी के सम्मान से नवाजे गए अब पद्म श्री के लिए  )सफ़ेद बगूले अपना आसमान
( प्रत्यक्षा जी )
अपर्णा मनोज भटनागर की कवितायें आखर कलश से खुश होता है छोकरा चार राजेश उत्साही जी की रचना                 ऐसी कौन सी जगह नहीं जहाँ समीर का अबाध प्रवाह नहीं -आचार्य डॉ हरिशंकर दुबे उड़न तस्तरी से
ताऊ पहेली- ११० के विजेता- श्री समर लाल जी "समीर" ताऊ जी ताऊ डॉट इन में तस्लीम पर चित्र पहेलियाँ क्यों हुवी बंद एक विमर्श (अरविन्द मिश्रा जी )


                   
                       जो भरा नहीं है भावों से                            
                       बहती जिसमें रसधार नहीं |
                       वो ह्रदय नहीं वो
पत्थर है                       
                       जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं| 

 
 
देखिये एक सुन्दर विडियो -गणतंत्र दिवस उत्सव दिल्ली में  -   भारत की राजकीय साईट

 
                     बहुत सुन्दर साईट है - जरूर देखें





              देशभक्ति गीत – राष्ट्रगीत – बन्देमातरम 
                  कुछ जानकारी भी हैं इस वीडियो में  

                                   
बन्देमातरम बंदे

        
                                कुछ और पोस्टें                                      
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                        खिल गया फिर से वही गुलाब
                                 वाणी गीत जी

'उत्सव' नामक युवक -- एक मनोवैज्ञानिक विश्लेषण डॉ दिव्या का लेख ये डायन भी डरती है इनसे!
अतुल श्रीवास्तव जी कहते हैं
आज कुछ दोहे  डॉ रूप चन्द्र शास्त्री जी की पोस्ट से मत पूछ .. अदा जी कहती हैं काव्या मंजूषा से
मैं किशुंक का फूल नहीं हूँ मन पाए विश्राम जहाँ मै अनीता जी की सुन्दर पोस्ट चाहता हूँ प्यार से पाँव वो पखार दूँ  एक बहुत ही सुन्दर रचना .. जीवन एक संघर्ष ब्लॉग से

        उम्मीद करती हूँ आपको ये लिंक पसंद आये होंगे इस        
        तिरंगा चर्चा में |उम्मीद करती हूँ अब जाड़े से निजाद        
        जल्दी   ही  मिल जायेगी क्यूंकि बसंत आने वाला है|
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              अब मैं जाती हूँ | आप यहाँ आइयेगा जरूर |

                                चर्चाकार 


                    डॉ नूतन डिमरी गैरोला "नीति "     

30 टिप्‍पणियां:

  1. सुंदर सारगर्भित चर्चा....नूतन जी .... सभी लिनक्स बेहतरीन....

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  2. समयानुकूल सुन्दर चर्चा |बधाई
    आशा

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  3. सुंदर लिंक्स संजो कर सजाया है आपने मंच।
    शुक्रिया हमें भी स्थान देने के लिए।

    जवाब देंहटाएं
  4. नूतन जी, इतने सुंदर गीतों और कविताओं से सजा आज का चर्चा मंच एक सुखद अहसास जगा रहा है, आभार एवं धन्यवाद, मुझे भी इस उत्सवी माहौल में सम्मिलित करने के लिये !

    जवाब देंहटाएं
  5. तिंरगे की खुशबु लिये, आप तथा सभी मित्रो की रचनाओ से सज़ी यह पोस्ट अति सुंदर है-- गणतंत्र दिवस की शुभकामनाये सभी मित्रो को

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  6. सुंदर चर्चा है,लाईव राईटर का अच्छा प्रयोग किया है।
    मेरी पोस्ट का लिंक देकर अनुग्रहित करने के लिए आपका आभार।

    घर घर में माटी का चूल्हा

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  7. ‌‌‌बहुत शानदार संकलन ​किया है आपने। मेरी पोस्ट को भी अपने संकलन में शा​मिल करने के ​लिए आपका बहुत आभारी हूं। ‌‌‌दुनाली वाला आपका छोटा भाई - मलखान ​सिंह ‘आमीन’

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  8. बहुत सुन्दर रंग चर्चा का ..चयनित पोस्ट का संकलन खूबसूरती से सजाया है ...आभार

    जवाब देंहटाएं
  9. aapki paarkhi nazro me jaane kya kamaal hai...

    behtareen rachnaaye jo khoz hi leti hai...

    aapne meri kavita sabki nigaahon me basa di..thanx...once again--


    चाहता हूँ प्‍यार से पाँव वो पखार दूँ

    कौन दिलासा देगा नन्‍हीं बेटी नन्‍हें बेटे को,
    भोले बालक देख रहे हैं मौन चिता पर लेटे को
    क्‍या देखें और क्‍या न देखें बालक खोए खोए से,
    उठते नहीं जगाने से ये पापा सोए सोए से
    चला गया बगिया का माली नन्‍हें पौधे छोड़कर...
    ...चाहता हूँ आज उनको प्‍यार का उपहार दूँ,
    जी उठो तुम और मैं आरती उतार लूँ

    कर गयी पैदा तुझे उस कोख का एहसान है,
    सैनिकों के रक्‍त से आबाद हिन्‍दुस्‍तान है
    धन्‍य है मइया तुम्‍हारी भेंट में बलिदान में,
    झुक गया है देश उसके दूध के सम्‍मान में
    दे दिया है लाल जिसने पुत्रमोह छोड़कर...
    ...चाहता हूँ प्‍यार से पाँव वो पखार दूँ,

    लाडले का शव उठा बूढ़ा चला शमशान को,
    चार क्‍या सौ-सौ लगेंगे चाँद उसकी शान को
    देश पर बेटा निछावर शव समर्पित आग को,
    हम नमन करते हैं उनके देश से अनुराग को
    स्‍वर्ग में पहले गया बेटा पिता को छोड़कर...
    ...इस पिता के पाँव छू आशीष लूँ और प्‍यार लूँ,
    जी उठो तुम और मैं आरती उतार लूँ

    जवाब देंहटाएं
  10. डॉ नूतन जी बड़े परिश्रम से चर्चा कर रही हैं आप समय और समर्पण के साथ ...

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत ही शानदार संकलन्……………बहुत ही सुन्दर चर्चा मंच सजाती हैं आप्……………बहुत बढिया लिंक्स आभार्।

    जवाब देंहटाएं
  12. rang birangi charcha se saja manch -bahut sundar v sarthak charcha .

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  13. एक सारगर्भित चर्चा सुंदरता से सजाई है आपने ..
    बहुत बहुत आभार.

    जवाब देंहटाएं
  14. बहुत सुन्दरता से सजाया है चर्चा मंच. आनन्द आ गया. बधाई.

    जवाब देंहटाएं
  15. सुन्दर लिंक्स से सुशोभित सुन्दर चर्चा..

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  16. अच्‍छी रचनाओं का बेहतर तरीके से संकलन। आपने एक ही क्लिक में कई ब्‍लागरों की अच्‍छी रचनाओं से रूबरू करा दिया। मुझे इस चर्चा मंच के लायक समझा इसलिए आपका धन्‍यवाद।

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  17. डॉ.नूतन जी
    और
    चर्चा मंच की पूरी टीम के प्रति आभार… शस्वरं के प्रति स्नेह और विश्वास के लिए !

    अवश्य ही आपके प्रयास सराहनीय हैं ।

    एक बार पुनः आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !

    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  18. बहुत उम्दा चर्चा ..बहुत सार्थक लिनक्स

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  19. डॉ. नूतन जी!
    आज की चर्चा बे मिसाल है!

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  20. चर्चा बहुत अच्छी लगी ....धन्यवाद

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  21. .

    बहुत सुन्दर साज-सज्जा तथा बढ़िया लिंक्स के साथ बेहतरीन चर्चा।

    .

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  22. बहुत सुंदर हैं सब रचनाएं..!! हार्दिक बधाई..!!

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