सभी को राम राम !! आज मैं पुनः आई हूँ कुछ लिंक ले कर ..विशेष- आज गणतंत्र दिवस की चर्चा संविधान के बासठवें साल की शुरुआत पर .. ![]() |
देश-प्रेम से ओतप्रोत कुछ लभ्य पोस्ट
देश के भ्रष्टतंत्र से विक्षुब्ध कुछ पोस्ट ![]() स्वतंत्रता का अर्थ तो सिखा दो इनको भी नुक्कड से ![]()
भारत रतन और सर्वोच्च नागरिक सम्मान २००८ से नवाजे गए स्वर सम्राट पंडित भीमसेन जोशी के निधन से भारतीय शास्त्रीय संगीत की की बहुत गहरी क्षति हुवी | स्वर्गीय पंडित भीमसेन जोशी जी के अद्भुत सुरों को समर्पित सुशीला पूरी जी की एक कविता .... आवाज की बूंद सुशीला पूरी जी की रचना उनके ब्लॉग सुशीला पूरी से | ![]()
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जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रसधार नहीं | वो ह्रदय नहीं वो पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं| देखिये एक सुन्दर विडियो -गणतंत्र दिवस उत्सव दिल्ली में - भारत की राजकीय साईट बहुत सुन्दर साईट है - जरूर देखें देशभक्ति गीत – राष्ट्रगीत – बन्देमातरम कुछ जानकारी भी हैं इस वीडियो में बन्देमातरम बंदे |
कुछ और पोस्टें ![]() खिल गया फिर से वही गुलाब वाणी गीत जी
उम्मीद करती हूँ आपको ये लिंक पसंद आये होंगे इस तिरंगा चर्चा में |उम्मीद करती हूँ अब जाड़े से निजाद जल्दी ही मिल जायेगी क्यूंकि बसंत आने वाला है| ![]() अब मैं जाती हूँ | आप यहाँ आइयेगा जरूर | चर्चाकार डॉ नूतन डिमरी गैरोला "नीति " |
सुंदर सारगर्भित चर्चा....नूतन जी .... सभी लिनक्स बेहतरीन....
ReplyDeleteसमयानुकूल सुन्दर चर्चा |बधाई
ReplyDeleteआशा
सुंदर लिंक्स संजो कर सजाया है आपने मंच।
ReplyDeleteशुक्रिया हमें भी स्थान देने के लिए।
नूतन जी, इतने सुंदर गीतों और कविताओं से सजा आज का चर्चा मंच एक सुखद अहसास जगा रहा है, आभार एवं धन्यवाद, मुझे भी इस उत्सवी माहौल में सम्मिलित करने के लिये !
ReplyDeleteतिंरगे की खुशबु लिये, आप तथा सभी मित्रो की रचनाओ से सज़ी यह पोस्ट अति सुंदर है-- गणतंत्र दिवस की शुभकामनाये सभी मित्रो को
ReplyDeleteसुंदर चर्चा है,लाईव राईटर का अच्छा प्रयोग किया है।
मेरी पोस्ट का लिंक देकर अनुग्रहित करने के लिए आपका आभार।
घर घर में माटी का चूल्हा
बहुत शानदार संकलन किया है आपने। मेरी पोस्ट को भी अपने संकलन में शामिल करने के लिए आपका बहुत आभारी हूं। दुनाली वाला आपका छोटा भाई - मलखान सिंह ‘आमीन’
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रंग चर्चा का ..चयनित पोस्ट का संकलन खूबसूरती से सजाया है ...आभार
ReplyDeletebahut sundar chitramay prastuti.badhai..
ReplyDeleteशुक्रिया नूतन जी।
ReplyDeletebahut acchi prastuti..
ReplyDeleteaapka shukriya...
great work...
ReplyDeleteaapki paarkhi nazro me jaane kya kamaal hai...
ReplyDeletebehtareen rachnaaye jo khoz hi leti hai...
aapne meri kavita sabki nigaahon me basa di..thanx...once again--
चाहता हूँ प्यार से पाँव वो पखार दूँ
कौन दिलासा देगा नन्हीं बेटी नन्हें बेटे को,
भोले बालक देख रहे हैं मौन चिता पर लेटे को
क्या देखें और क्या न देखें बालक खोए खोए से,
उठते नहीं जगाने से ये पापा सोए सोए से
चला गया बगिया का माली नन्हें पौधे छोड़कर...
...चाहता हूँ आज उनको प्यार का उपहार दूँ,
जी उठो तुम और मैं आरती उतार लूँ
कर गयी पैदा तुझे उस कोख का एहसान है,
सैनिकों के रक्त से आबाद हिन्दुस्तान है
धन्य है मइया तुम्हारी भेंट में बलिदान में,
झुक गया है देश उसके दूध के सम्मान में
दे दिया है लाल जिसने पुत्रमोह छोड़कर...
...चाहता हूँ प्यार से पाँव वो पखार दूँ,
लाडले का शव उठा बूढ़ा चला शमशान को,
चार क्या सौ-सौ लगेंगे चाँद उसकी शान को
देश पर बेटा निछावर शव समर्पित आग को,
हम नमन करते हैं उनके देश से अनुराग को
स्वर्ग में पहले गया बेटा पिता को छोड़कर...
...इस पिता के पाँव छू आशीष लूँ और प्यार लूँ,
जी उठो तुम और मैं आरती उतार लूँ
डॉ नूतन जी बड़े परिश्रम से चर्चा कर रही हैं आप समय और समर्पण के साथ ...
ReplyDeleteबहुत ही शानदार संकलन्……………बहुत ही सुन्दर चर्चा मंच सजाती हैं आप्……………बहुत बढिया लिंक्स आभार्।
ReplyDeleterang birangi charcha se saja manch -bahut sundar v sarthak charcha .
ReplyDeletesundar aur sargarbhit charcha bahut bahut badhai
ReplyDeleteएक सारगर्भित चर्चा सुंदरता से सजाई है आपने ..
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार.
बहुत सुन्दरता से सजाया है चर्चा मंच. आनन्द आ गया. बधाई.
ReplyDeletesundar charcha. badhayi.
ReplyDelete---------
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सुन्दर लिंक्स से सुशोभित सुन्दर चर्चा..
ReplyDeleteअच्छी रचनाओं का बेहतर तरीके से संकलन। आपने एक ही क्लिक में कई ब्लागरों की अच्छी रचनाओं से रूबरू करा दिया। मुझे इस चर्चा मंच के लायक समझा इसलिए आपका धन्यवाद।
ReplyDeleteडॉ.नूतन जी
ReplyDeleteऔर
चर्चा मंच की पूरी टीम के प्रति आभार… शस्वरं के प्रति स्नेह और विश्वास के लिए !
अवश्य ही आपके प्रयास सराहनीय हैं ।
एक बार पुनः आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत उम्दा चर्चा ..बहुत सार्थक लिनक्स
ReplyDeleteडॉ. नूतन जी!
ReplyDeleteआज की चर्चा बे मिसाल है!
नूतन जी ! आपका बहुत बहुत आभार !!!
ReplyDeleteसराहनीय प्रयास .बधाई
ReplyDeletehttp://abhinavanugrah.blogspot.com/
चर्चा बहुत अच्छी लगी ....धन्यवाद
ReplyDelete.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर साज-सज्जा तथा बढ़िया लिंक्स के साथ बेहतरीन चर्चा।
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बहुत सुंदर हैं सब रचनाएं..!! हार्दिक बधाई..!!
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