दोस्तों
सबसे पहले तो ६२वे गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं .............सबसे पहले तो कुछ झलकियाँ गणतंत्र दिवस की प्रस्तुत हैं जहाँ आप और हम अपने अपने मन की कह रहे हैं और उसके बाद कुछ शायर , लेखक भी अपने अंदाज़-ए-बयां पेश कर रहे हैं .................वक्त कम है आज और काम बहुत है ..........अरे एक तो छुट्टी का दिन ........ऊपर से २६ जनवरी और फिर हमारे यहाँ आदर्श नगर में आज से मृदुल कृष्ण शास्त्री जी की कथा शुरू हो रही है तो वहाँ भी जाना है दिन में .............तो देखिये ना वक्त इजाज़त नहीं दे रहा इसलिए जितने लिंक्स मिल रहे हैं लगा रही हूँ ...................................तो आइये गौर फरमाइए
अरे भाई जान गन मन ने क्या कसूर किया है ?
गर्व का क्षण
जरूर देखेंगे
आपको भी
आपको भी
बस सिर्फ एक दिन .......उसके बाद सब भूल जाते हैं
इस दिन हम स्वयं नहीं वल्कि पूरी दुनिया आंदोलित होती है
इस दिन हम स्वयं नहीं वल्कि पूरी दुनिया आंदोलित होती है
गौरवशाली भारत शब्द ही गर्व भर देता है
जैसा भी है माना लीजिये बस
क्यों नहीं जी .......सारे जहाँ से अच्छा है और रहेगा
नमन है
बस यही होना चाहिए
एक गंगा और चाहिए
क्या ?????????
अच्छा ..........क्या आपको ऐसा लगता है ?
अजी जो चाहे दे दीजिये ..........लेने में तो हम पक्के हैं
अरे वाह...........और क्या चाहिए
अब दोस्तों कुछ कवितायेँ , कहानियां और आलेख आपके इंतज़ार में हैं ..........ज़रा एक निगाह यहाँ भी डालिए ................
अब दोस्तों कुछ कवितायेँ , कहानियां और आलेख आपके इंतज़ार में हैं ..........ज़रा एक निगाह यहाँ भी डालिए ................
इसके बाद हम क्या कहें
कुछ तिलिस्म कभी नहीं टूटते
जलती सुबह .......
और दिल अपना निसार दूं
एक तारा ना जाने कहाँ खो गया
कौन सुनेगा ?
चलो कोई तो है दुआ करने वाला .........
बहुत इंतज़ार करवाया ...........
गोया चाँद आसमां को छोड़ गया हो
बहुत जरूरी है
कहीं ज़माने की नज़र ना लग जाए
अब आपकी बारी है.
Fantastic.
ReplyDeleteshubhprabhaat..... jaldi baaji me bhi achhe links.. kamaal...
ReplyDeleteगणतन्त्रदिवस के जुड़ अच्छे लिंक पढ़ने को मिले!
ReplyDeleteबधाई!
शुक्रिया...हमेशा की तरह चर्चा मंच के गुलदान में रंग-बिरंगे फूल खिले हैं...इतने सारे लिंक एक जगह पाकर अच्छा लगा...
ReplyDeleteकई अच्छे लिंक्स मिले!
ReplyDeleteकुछ देखा, कुछ बाद में देखेंगे, फ़ुरसत में... फ़ुरसत से।
priya vandana ji
ReplyDeletesadar pranam !
charcha manch men aap ka utkrist
sankalan (prastuti )nishchit rup se
prashanshniya hai .aadar karte hain
kartavya vahan ka . abhar .
आजकी चर्चा में तो तिरंगे रंग ही छाये रहे ....! शुभकामनायें आपको !
ReplyDeleteअच्छे लिंक्स , सुन्दर चर्चा . आभार !
ReplyDeleteबहुत बढ़िया चर्चा ,बढ़िया इस लिये भी कि इस चर्चा में देश ,देश भक्ति और देश से जुड़ा चिंतन ही छाया रहा
ReplyDeleteमेरी पोस्ट शामिल करने के लिये बहुत बहुत शुक्रिया
वाह, यहाँ तो बहुत सुन्दर लिंक्स है..गणतंत्र दिवस पर आपको हार्दिक बधाई....'पाखी की दुनिया' में भी आपका स्वागत है .
ReplyDeleteबेहतरीन !
ReplyDeleteएक बार हम फिर से आपके बहुत बहुत आभारी हैं दोस्त की आपकी वजह से मुझे फिर से इतने सारे लोगो के बीच मै आने का मोका मिला और मै अच्छे - अच्छे ब्लोगेर्स से मिल पाई !
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया दोस्त !
तिरंगा यात्रा तो यहाँ सफल रही ! फिर पंडित जी की फोटो देख कर कबाडखाना सजा सा लगा
ReplyDeleteverry funny
ReplyDeleteगणतन्त्रदिवस के जुड़ अच्छे लिंक पढ़ने को मिले!
ReplyDeleteबधाई
बहुत ही सुन्दर चर्चा ...।
ReplyDeleteसुव्यवस्थित लिंक चयन. आभार...
ReplyDeleteख़ूबसूरती से पिरोया गया मंच
ReplyDeleteआभार
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poora padh liye. bahut achcha laga.
ReplyDeletenice links
ReplyDeleteबहुत मेहनत से आप ने बगिया से फूल चुने हैं.आप अपना अमूल्य समय देकर अच्छे ब्लागरों को ढूँढने की हमारी मेहनत और समय को बचा देते हैं. चर्चा मंच को बहुत शुभ कामनाएं. मेरी पोस्ट को शामिल करने का तहेदिल से शुक्रिया.
ReplyDeleteगणतन्त्रदिवस के जुड़ अच्छे लिंक पढ़ने को मिले! आपकी मेहनत सफल हुई,
ReplyDeleteमेरी बक बक को स्थान देने के लिए आभार.
गणतन्त्रदिवस के जुड़ अच्छे लिंक पढ़ने को मिले! आपकी मेहनत सफल हुई,
ReplyDeleteमेरी बक बक को स्थान देने के लिए आभार.
आदरणीया वन्दना जी,
ReplyDeleteबहुत ही मेहनत से आप अच्छे अच्छे लिंक्स चुनती हैं.
बहुत ही बढ़िया चर्चा.
मेरी व्यंग्य कविता को स्थान देने के लिए तहे दिल से शुक्रिया.
सादर
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गणतंत्र को नमन करें
Republic Day ko saarthak bana diya. kuchh anmol aalekh mile aur jinase deshbhakti ki lahar to daud gayi man men.
ReplyDeleteek charcha manch par dher se link ke liye badhai .
गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं
ReplyDeleteवंदना जी,
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
आज का मंच तो देश भक्ति के इन्द्रधनुषी रंगों से खूब फब रहा है !
अच्छी चर्चा.. शुभकामनायें .
ReplyDeletebahut hi achchha laga aapke charchamanch par aakar , dhanyawaad!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा वंदना जी, आपकी चर्चा के मार्फ़त कुछ पोस्ट पढने का सौभाग्य भी मिला, क्योंकि आजकल बहुत ज्यादा यहाँ (ब्लॉगजगत में )उपस्थित नहीं रहता हूँ ! आपने अंत में एक डायलोग मारा "जैसा बोओगे वैसा ही काटोगे " मै आपसे अग्रिम क्षमा के साथ कहूंगा की इसीलिए मैं किसान नहीं बना ! :)
ReplyDeleteबहुत बढ़िया चर्चा की है काफी बढ़िया पोस्टें पढ़ने मिली ...आभारी हूँ अपने मेरी पोस्ट को चर्चा में शामिल किया है ....चर्चा मंच के समस्त कलमकारों को और सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ... जय हिंद
ReplyDeleteबहुत बढ़िया चर्चा की है काफी बढ़िया पोस्टें पढ़ने मिली ...आभारी हूँ अपने मेरी पोस्ट को चर्चा में शामिल किया है ....चर्चा मंच के समस्त कलमकारों को और सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ... जय हिंद
ReplyDeletesarthak charcha.
ReplyDeleteachchhe links dene ke liye aabhar.
वंदना जी
ReplyDeleteआपकी मेहनत को सलाम ...शुक्रिया इतनी सारी रचनाओं के लिनक्स देने के लिए
सुन्दर चर्चा .मेरी पोस्ट शामिल करने के लिये आभार !
ReplyDeleteहमेशा की तरह ....जानदार
ReplyDeletebahut aabhar vandana ji, meri rachna ko charchaa manch par shaamil karne keliye.
ReplyDeleteसार्थक सार-संकलन . आभार .
ReplyDeleteबहुत अच्छी पोस्ट.
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