जश्ने बहारा है
जीत का जश्न मुबारक हो
दोस्तों
दोस्तों
अब आप सबको नवरात्रि
और हिन्दू नववर्ष
की हार्दिक शुभकामनायें
और हिन्दू नववर्ष
की हार्दिक शुभकामनायें
आज से नव संवत्सर शुरु होता है
और देवी पूजन भी
तो सबसे पहले
माँ भगवती का
आहवान करते हैं
और यही प्रार्थना
करते हैं
माँ सबको सदबुद्धि दे
अपनी दिव्य जोत
हर दिल मे जगा दे
या देवी सर्वभूतेषु ..............
कीजिये ये प्रण आप सब भी
सही तो कह रहे हैं
हिन्दू नव वर्ष तो आज ही
प्रारंभ हुआ है
"जीत की झाँकियाँ" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
दिल खुश कर गयीं
इतिहास दोहराया ही करते हैं
वो तो होना ही था
इतिहास गवाह है
इसमें क्या शक है
देना ही था ..........दम है आखिर
अपने अपने अस्तित्व
फिर क्या है
तो दूर तक जाएगी
अपनी अपनी अहमियत
कौन
जानिए इसे भी
कौन सा ?
पता नहीं ........आप बता दीजिये
किसकी ?
सुनो इसकी भी कहानी
सुनाइए
चक दिए जी
बिलकुल
बस यही आलम बना रहे
यादों की धरोहर है ना
कभी गुलाब तो कभी खार लगता है
सौ काम खुशामद से निकलते हैं जहाँ में:अल्लामा इकबाल
सौ फ़ीसदी सच बात
रंग में भंग देखिये कैसे होता है
पहले लिंक्स नहीं मिले मेरे डैशबोर्ड से गायब हो गए
बाद में सेट नहीं हो पा रही थी चर्चा
होता है ऐसा भी
शायद लिंक्स भी भारतीय टीम को
मुबारकबाद देने चले गए थे
होता है ऐसा भी
शायद लिंक्स भी भारतीय टीम को
मुबारकबाद देने चले गए थे
चलिए अब आप पढ़िए
फिर मिलेंगे
आपके विचारों की प्रतीक्षा में
बढ़िया चर्चा ... पोस्ट शामिल करने के लिए धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंजीत का जश्न मुबारक हो
जवाब देंहटाएंनवरात्रि और हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
उम्दा चर्चा की बधाई!!!
कोई बात नहीं लिंक भी लौट आएंगा. सुंदर संकलन.
जवाब देंहटाएंनववर्ष की शुभकमनाएं । विश्वकप विजय की बधाई । बढ़िया चर्चा तथा मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभारी हूँ। धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंvandana ji thanks ......
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन. बढ़िया चर्चा. मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंनवरात्रि और नववर्ष की शुभकामनायें.
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें बढ़िया चर्चा की बधाई!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा!
जवाब देंहटाएं--
आपको तथा चर्चा मंच के सभी पाठकों और साथियों को नव सम्वत्सर की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
वैभव,खुशियाँ दे झोली भर
जवाब देंहटाएंशुभ हो सबको नव संवत्सर
GHOTOO
वंदना जी...बहुत ही सुंदर और रंगमयी चर्चा है आज की....धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा..बढ़िया लिंक्स...मेरी रचना को चर्चा में शामिल करने के लिये धन्यवाद...नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन चर्चा ..
जवाब देंहटाएंनव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनाये !
बढ़िया चर्चा, वंदना जी,नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएंsabhi link ek se badkar ek....
aap ka sahity anurag v is ke prti shrddha aur prishrm vastv me prshnshniy ,stuty v nmn yogy hai
जवाब देंहटाएंkripya swikar kren
aap ka sahity anurag v is ke prti shrddha aur prishrm vastv me prshnshniy ,stuty v nmn yogy hai
जवाब देंहटाएंkripya swikar kren
क्या बात है बहुत बढ़िया चर्चा.बधाई.
जवाब देंहटाएंढेर सारी मुसीबतों के बावज़ूद आपने एक बेहतरीन चर्चा प्रस्तुत की है।
जवाब देंहटाएंचर्चा तैयार करना बहुत ही कठिन कार्य है. इसके लिए धैर्य और कुशाग्रता दोनों ही जरूरी है. आप इसके लिए बधाई कि पत्र हैं.
जवाब देंहटाएंसबको देश की जीत मुबारक और नवसंवत्सर पर शुभकामनाएं . मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
बहुत बढ़िया चर्चा ..अच्छे लिंक्स मिले ...आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा ! नव संवत्सर की आप सभीको हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंआभार रचना को स्थान देने के लिए..
जवाब देंहटाएंकई सुन्दर रचनाएँ पढने को मिली..
....................
: नव वर्ष की शुभकामनायें..
नव वर्ष शुभ और मंगलमय हो |चर्चा लिखने का अंदाज निराला है |मेरी कविता शामिल करने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंआशा
behtareen links aur apki mehnat ke liye badhayi.
जवाब देंहटाएंbhart ki jit aur nav vikrmi samvat 2068 ki deshvaasiyon ko badhaai
जवाब देंहटाएंagazal
चर्चा मंच और अपनत्व ये दो ब्लॉग हैं जो कई बार प्रयास करने के बाद भी नहीं खुल नहीं रहे । अपनत्व तो अभी भी नहीं खुल रहा है। अपना वायरस सिस्टम ही खराब होगा। इस मंच पर अपने ब्लॉग की चर्चा भी नहीं देख पाया। आज अचानक से खुला है। देखूं कितना पढ़ पाता हूँ।
जवाब देंहटाएंबेज़बान को बेज़बान क्यों बना दिया. लिंक तो दिया आवाज़ के बग़ैर (बिना लिंक) के.
जवाब देंहटाएंbahut sunder rachna
जवाब देंहटाएंmeri rachna ko sthan dene ko bahut bahut aabhar
Nav Ratri aur sanvatsar par sabko
जवाब देंहटाएंshubh kamnaayen . Sapkee rachnaayen
mun ko sparsh kartee hain . Aapkee
charcha ke kya kahne Vandna ji !