*ॐ साई राम*
और दूर गगन में उड़ता पाखी सा,
जीवन तो है ढ़लता सूरज।
-----सत्यम शिवम-----
"स्पेशल काव्यमयी चर्चा"
ब्लॉगः"anupama's sukrity!"
ब्लॉगरःअनुपमा त्रिपाठी जी
नमस्कार दोस्तों मै सत्यम शिवम आपके समक्ष लेकर आया हूँ "स्पेशल काव्यमयी चर्चा" साथ में शनिवासरीय चर्चा...
आज की "स्पेशल काव्यमयी चर्चा" में अनुपमा त्रिपाठी जी के ब्लाग के दस सुंदर पोस्टों को लिया गया है.......
"स्पेशल काव्यमयी चर्चा" के बारे में अधिक जानकारी हेतु इस लिंक पर जाये...
आप भी अपनी काव्यमयी प्रस्तुति आज ही मुझे भेज दे....
मेरा ईमेल है :-satyamshivam95@gmail.com
देश में क्रांति और आंदोलन की आग सुलग रही है,आज अन्ना हजारे के रुप में हमे एक ऐसी नेतृत्व शक्ति मिली है,जो भ्रष्टाचार की पीड़ा से देश को मुक्त कराने के लिए तत्पर है।नमन है वैसे देशभक्त अहिंसा के पुजारी को जो देश के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं करता.......
अन्ना हजारे को नमन हम भारतवासियों का.....
अब आपके सामने रखता हूँ आज की चर्चा....
सबसे पहले कविताओं का उपवन....
*काव्य-रस*
1.)आरती जी की "चाहत" ने
2.)"Amrita Tanmay" पर देखिए अमृता जी की
3.)"रजनी नैय्यर मल्होत्रा" जी के
स्वप्न मरते नहीं
स्वप्न मरते नहीं
4.)मुदिता जी के "एहसास अंतर्मन के" से
5.)वंदना जी की "जिंदगी...एक खामोश सफर" पर
6.)डा नूतन गैरोला जी की "अमृतरस" पर
हमारी ओर से भी नूतन जी की माँ को श्रद्धाँजलि....
7.)"वटवृक्ष" पर अखिलेश यादव जी कहते है
8.)"आदत..मुस्कुराने की" से संजय भास्कर जी की
9.)मुकेश कुमार तिवारी जी की "कवितायन" पर
10.)कैलाश सी शर्मा जी की "Kashish - My Poetry" से
11.)डा.राजेंद्र तेला"निरंतर" जी की "निरंतर की कलम से...."
12.)मेरी "काव्य कल्पना" पर
13.)"उच्चारण" पर डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक जी कहते है
14.)"साहित्य प्रेमी संघ" पर मदन मोहन बहेटी जी को
15.)विभोर गुप्ता जी की
16.)लक्ष्मी नारायण लहरे जी की कविता
अब कुछ लेखों से सजी बगियां....
*गद्य-रस*
17.)सुशील बाकलीवाल जी की "जिंदगी के रंग" पर
18.)"स्वतंत्र विचार" पर होगी
19.)
डॉ॰ मोनिका शर्मा जी की "परवाज....शब्दों के पंख" पर
20.)स्वराज्य करुण जी की "दिल की बात"
21.)
आरती जी कहती है "ऐसी ही..हूँ मै..."
24.)डॉ. शरद सिंह "शरदाक्षरा..." पर करती है
25.)
अजय कुमार झा जी के "कुछ भी..कभी भी" पर
28.)डा दिव्या श्रीवास्तव जी की "ZEAL" पर
29.)मेरी "गद्य सर्जना" पर
30.)
"आवाज" पर
अब थोड़ा हँसी मजाक....
*हास्य-रस*
31.)32.)"काजल कुमार के कार्टून" पर देखिए
अब कुछ खाना खजाना से....
*स्वाद-रस*
33.)निवेदीता जी के "जायका" से37.)
"Hindi Tech - तकनीक हिंदी में" पर
अब कुछ अध्यात्म की बात....
*अध्यात्म-रस*
"ॐ शिव माँ" पर राज शिवम जी लेकर आये है
39.)
और अंत में........
40.)"परिकल्पना" पर
(उत्तर छायावाद के प्रवर्तक कवि आचार्य जानकी बल्लभ शास्त्री जी को हमारी श्रद्धाँजलि....)
चलिए हो गयी पूरी,आज की चर्चा....आपके विचारों के लिए प्रतीक्षारत रहूँगा,साथ ही "स्पेशल काव्यमयी चर्चा" के लिए अपने पोस्ट भेजना मत भूलिए....।
फिर मिलते है अगले शनिवार को.....धन्यवाद।
-----सत्यम शिवम-----
wah ! vihangam charcha hai aajki. aabhar.
जवाब देंहटाएंअच्छी सम्साम्य्क चर्चा |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत बढ़िया चर्चा!
जवाब देंहटाएंआचार्य जनकी बल्लभ शास्त्री को श्रद्धांजलि!
--
मेरे विचार से श्रद्धांजलि की पोस्ट चर्चा के अन्त में लेते तो ठीक रहता!
नमस्कार सत्यम शिवम् जी .,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा है आज की |बहु आयामी एवं समसामयिक|काव्यमयी चर्चा में आज मुझे जगह देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार ...!!बहुत सारे लिनक्स हैं कोशिश करूंगी सभी को पढ़ सकूँ ...!
आपके स्नेह एवं उत्साहवर्धन के लिए पुनः ह्रदय से आभार ....!!!!
बहुत अच्छी और सार्थक चर्चा ...अच्छे लिंक्स मिले ..मेरे ब्लॉग की पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंआईपीएल के मैचो का पूरा मजा ले अपने पीसी पर
विस्तृत चर्चा ...
जवाब देंहटाएंबहुत शानदार चर्चा प्रतीत होती है आज की ! मेरे आलेख को इसमें सम्मिलित करने के लिये आपका आभार ! उसे कविता की श्रेणी में शायद आप भूल से रख गये है ! यदि संभव हो तो उसका स्थान बदल कर उसे गद्य की श्रेणी में रख दें ! इतनी विविध आयामी चर्चा के लिये आपको बहुत बहुत बधाई एवं धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंबड़ी ही सुन्दर और सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंशानदार चर्चा
जवाब देंहटाएंनमस्कार शास्त्री जी...मैने आपके कहे अनुसार वो श्रद्धाँजलि वाली पोस्ट लास्ट में रख दी है..मेरा मार्गदर्शन करने हेतु..धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंनमस्कार साधना जी...मैने आपकी पोस्ट गद्य में कर दी है.....आपका आभार।
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा शिवम् जी!
जवाब देंहटाएंसुन्दर शानदार चर्चा और सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंबहुत ही विस्तार से चर्चा की आपने सत्यम भाई । सुंदर और समग्र । एक पाठक को भरपूर खुराक मिल गई है । मेरे लिए तो तीन चार घंटे की खुराक है ।शुक्रिया मित्र
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा ...मुझे शामिल करने का आभार ....
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह सटीक और सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंआचार्य जी को हमारी भी विनम्र श्रद्धांजलि।
अच्छी विस्तृत और सार्थक चर्चा .जानकी बल्लभ शास्त्री जी को विनम्र श्रद्धांजली ..
जवाब देंहटाएंइंजी.सत्यम शिवम जी,
जवाब देंहटाएंआज के चर्चा मंच में भी आपने हमेशा की तरह बखूबी विभिन्न आयामों की बहुत ही रुचिकर पठन सामग्री प्रस्तुत की है।
बहुत उत्कृष्ट चयन है आपका। पूरी चर्चा बेहद रोचक और ज्ञानवर्धक पठन सामग्री से भरपूर है।
मेरे लेख को भी इस चर्चा में शामिल करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार!
आचार्य जानकी बल्लभ शास्त्री जी को मेरी भावभीनी विनम्र श्रद्धांजलि!
हर रंग की उत्कृष्ट प्रस्तुति से परिपूर्ण इस सुंदर चर्चा में मेरे ब्लाग जिन्दगी के रंग को भी स्थान देने हेतु आपका आभार...
जवाब देंहटाएंखूब सारे लिंक्स के साथ एक विस्तृत चर्चा...बहुत सुन्दर चर्चा... और एक बात खास ..हम चर्चामंच में आ कर ब्लोगर्स भाई बहनों को उनकी तस्वीर के साथ जानने लगते हैं... सादर
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को यहाँ पर जगह देने के लिए आभार ...
सभी रंगों से सजी बहुत सुन्दर चर्चा..सुन्दर लिंक्स. मेरी रचना को चर्चा में शामिल करने के लिये धन्यवाद..
जवाब देंहटाएंबधाई हो ..अन्ना के साथ हम जीत गए .
जवाब देंहटाएंशिवम् जी,
बहुत अच्छी चर्चा है आज की.. बहुत सारे लिनक्स हैं.मुझे जगह देने के लिए ह्रदय से
आभार..आपको चर्चा के लिये बहुत बहुत बधाई एवं धन्यवाद .जानकी जी के लिए बहुत दुःख है ..उनकी आत्मा को शांति मिले .
आदरणीय सत्यम शिवम् जी सप्रेम साहित्याभिवादन ....
जवाब देंहटाएंसबसे पहले मेरी बधाई स्वीकार करे
मुझे शामिल करने के लिए बहुत -बहुत धन्यवाद ....
चर्चा मंच एक बेहतरीन प्रयास है जो साहित्यकारों की अन्दर में छुपी साहित्य सृजन को नई दिशा प्रदान कर रही है आत्म विश्वास जगा रही है
जिसे कुछ शब्दों ,वाक्यों में नहीं कहा जा सकता !आज का चर्चा ,सकारात्मक शनिवार के नाम से जाना जाएगा
सत्यम शिवम् -सुन्दरम ...
सादर
लक्ष्मी नारायण लहरे
--
behad sarthak charcha...aaj is charcha ke maadhyam se kafi kuch naye rachnakaaron ko padhne ka saubhagya mila..bahut bahut abhar..
जवाब देंहटाएंप्रिय सत्यम जी,
जवाब देंहटाएंयमुना प्रसाद शास्त्री जी को विनम्र श्रृद्धाँजलि.....
अभी पिछले दिनों में श्री मनोज कुमार जी अपने ब्लॉग के पाँच अंकों में यमुना प्रसाद शास्त्री जी से की हुई भेंट का बड़ा ही अच्छा वर्णन किया था, उनकी आज की दिनचर्या से लगाकर......गुजश्ता दिनों की यादों का सफ़र तक।
चर्चामंच की चर्चा में मुझे स्थान देने के लिये शुक्रिया।
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
बढ़िया विस्तृत चर्चा.
जवाब देंहटाएंcharchaa manch par charchaa manch par tippniyon ke saath kavitaaon par bhee tippniyaan honee chaahiye.
जवाब देंहटाएंDhanyawaad
sabse pehle aapki itni khubsurat charcha manch ke lie badhai...mujhe charcha manch pe shamil karne ke lie aabhar...mere dono post ko select karne ke lie dhanybad...mujhe to ykin hi nhi hota ki main is kabil bhi hu...bhut bahut bahut badhaiiii....
जवाब देंहटाएंbahut sundar charcha
जवाब देंहटाएंEr. सत्यम शिवम जी,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी और सार्थक चर्चा....
भिन्न भिन्न प्रकार के फूल आज की चर्चा मेँ सजाये हैँ आपने.
सभी लिंक्स दिलचस्प हैं...सचमुच आपने बहुत मेहनत की है.... आपको हार्दिक धन्यवाद एवं शुभकामनाएं .
सुंदर सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंbahut bahut aabhar satyam ji mere post ko yaha jagah dene ke liye......sare charche sarthak evam sunder rahe......network ki presani ki vajah se nahi aa payi der se aayi hun.....
जवाब देंहटाएंआभार सत्यम जी
जवाब देंहटाएंप्रिय सत्यम जी,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा है आज की |चर्चा में आज मुझे जगह देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार
सबसे पहले अनुपमा जी को बधाई.."स्पेशल काव्यमयी चर्चा" हेतु.......बहुत ही अच्छा लगा उनके ब्लाग पोस्टों की चर्चा कर के....।
जवाब देंहटाएंआप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद..आप सब आये और मेरा उत्साहवर्धन किया....बहुत बहुत आभार।
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