दोस्तों! चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ का आदाब क़ुबूल फ़रमाएं सोमवारीय चर्चामंच पर! पेशे-ख़िदमत है आज की चर्चा का-
लिंक नं. 1-
मेरे भीतर बहुत ही बुरी हालत में ठेलम-पेल करती हुई एक बदहवाश सी भीड़ -अमृता तन्मय
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तुम याद रखो ना रखो -निरन्तर
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जीवन के साक्षी...-अनुपमा त्रिपाठी
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प्रेरक प्रसंग-28 : फ़िजूलख़र्ची
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तेरे बिन मुर्गा बोला (भाग -५)
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बदल जाते हैं -डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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शब्दों का उजाला : दीवार में कील
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ऊर्जा का महत्व हम सब के जीवन में
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कुछ तो बोलो गोरी
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दो आत्माएं : बैचैन आत्मा
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आज के लिए इतना ही, फिर मिलने तक नमस्कार!
बहुआयामी लिंक्स के साथ चर्चा गाफिल जी |बढ़िया
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत उम्दा चर्चा प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआभार!
प्रभावी चर्चा गाफिल भाई |
जवाब देंहटाएंआभार |
लो जी जा रहा हूं आपके सुझाए लिंक देखने ☺
जवाब देंहटाएंगाफिल जी नमस्कार ..
जवाब देंहटाएंविस्तृत...बहुत बढ़िया लिंक्स संयोजन ......
आभार इन्ही उम्दा लिंक्स के बीच मेरी रचना को स्थान दिया ....!
सु-संकलन!
जवाब देंहटाएंसुन्दर पुष्प -गुच्छों से सजी चर्चा प्रभावशाली व प्रशंसनीय है सफल सार्थक प्रयास ....शुभकामनायें मिश्र जी
जवाब देंहटाएंशानदार चर्चा।
जवाब देंहटाएंमुझे शामिल करने के लिए आभार।
सुन्दर पिरोये सूत्र..
जवाब देंहटाएंइस चर्चा की जमेदार बात यह है कि बहुत से लिंक मेरे पढ़े हुए हैं। आप अधिक पढ़ते हैं।
जवाब देंहटाएंbahut badhiya prastuti thanks nd aabhar.
जवाब देंहटाएंमैं लगातार चर्चा मंच पर आ रहा हूँ ... मैं गौरान्वित महसूस कर रहा हूँ ....
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा प्रस्तुति!...
जवाब देंहटाएंमुझे शामिल करने के लिए आभार।
vistrit badhia charcha ...
जवाब देंहटाएंbahut abhar meri rachna ko sthan diya .......Ghafil ji ....
is se pahle ki tippani kyon nahin dikh rahi hai ....?spam dekhiyega ....
बहुत अच्छे लिंक्स आप लाये,कितने ही हमने पढ़ें हैं ,मन भाये हैं .
जवाब देंहटाएंआनंद का फुहार बरसाती हुई चर्चा ..आपका आभार
जवाब देंहटाएंसार्थक एवं शानदार चर्चा ....
जवाब देंहटाएंbadhiya link sanyojan ....
जवाब देंहटाएंhttp://easybookshop.blogspot.com
सुन्दर लिंक संयोजन्।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स का चयन किया है आपने ..आभार ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा....
जवाब देंहटाएंसादर आभार.
वाह बहुत खूबसूरत चित्रों से सजा सुन्दर मंच आपकी मेहनत और हमारी रचना को समय - समय पर चर्चा मंच पर लाते रहने के लिए मैं आपका तहे दिल से शुक्रिया करती हू |
जवाब देंहटाएंbahut badiya links ke sath sarthak charcha prastuti hetu aabhar!
जवाब देंहटाएंkoi yaad rakhe naa rakhe
जवाब देंहटाएंcharcha manch yaad rakhtaa hai
sundar links detaa hai
sundar charcha,kaee link bahut pasnd aaye,meri rachna ko bhi sthaan dene ka bahut-2shukriya....
जवाब देंहटाएंनज़र न गई होती,तो कई लिंकों तक पहुंचना संभव न होता। आभार बंधुवर।
जवाब देंहटाएंsundar prastuti.
जवाब देंहटाएंक्या यही लोकतंत्र है?
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जवाब देंहटाएंएक बार पुनः मेरे ब्लॉग को यहां स्थान देने के लिए कृतज्ञ हूं …
आपके माध्यम से
शस्वरं तक पहुंचने वाले सभी मित्रों का स्वागत और धन्यवाद !
पुनः आप सभी चर्चा मंच परिवार जनों के प्रति हार्दिक आभार !
मित्रों को आमंत्रण है निम्नांकित पोस्ट पढ़ने के लिए भी
ब्लॉगर ब्लॉग पुराण
:)
हार्दिक शुभकामनाओं सहित…
- राजेन्द्र स्वर्णकार
'ek duniya prem ko'
जवाब देंहटाएंko shamil karne ke liye dhanywad