मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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चुप्पियों की उम्र क्या है
अपराधियों की दादागिरी साजिशों का दरबार वक्त का जालिम करिश्मा अंधी है सरकार बेगुनाही का नमूना ढूंढ कर हम क्या करेंगे झूठ की भगदड़ मची है और हांथ में तलवार किरदारों के बीच खड़ी सच बोलती हैं...
Jyoti Khare
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प्रताप जंग द्वारा 'चांदा ' में
अंग्रेजों की क्रूरता का मुक़ाबला ------
कृष्ण प्रताप सिंह
क्रांति स्वर पर
विजय राज बली माथुर
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वो बेटी है
जीवन में भरती नव-नव मोद खेलती-कूदती करती विनोद
जो मनुहार में जीती है , वो बेटी है
जो रुद्ध कंठ से रोती है झकझोर ह्रदय को करती है
जो पलकों पर सावन रखती है , वो बेटी है...
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चिड़ियाँ
मेरे आंगन के कोने में एक बहुत प्यारी छोटी कोमल सी चिड़ियाँ ने घोंसला बनाया था मैं जब भी आंगन में बैठती वो फ़ुर्र उड़ कर आ जाती फुदकती रहती और अपनी ची ची से मन मोह लेती ...
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
बहुत सुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसादर आभार।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी को धन्यवाद ' क्रांतिस्वर ' की पोस्ट को इस चर्चा में स्थान देने हेतु।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअग्रज सादर प्रणाम
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंक संयोजन
सभी रचनाकारों को बधाई
मुझे सम्मलित करने का आभार
सादर